9,3 लहसुनिया के नुकसान: किसे पहनना चाहिए, किसे नहीं, पहनने के नियम

केतु का रत्न “3,9 लहसुनिया स्टोन”

3,9 लहसुनिया स्टोन छाया ग्रह केतु का रत्न है, केतु 3 में नीच और 9 में उच्च का होता है, अगर सही जानकारी से लहसुनिया धारण किया जाये, तो व्यक्ति जीवन में उनत्ति करते हुए बुलंदियों तक पहुँच सकता है।

  • Name : कैट्स आई(Lahsuniya)
  • Colour : Brown,Green,Yellow,White
  • Origin: Indian Mines
  • Ideal For: Rings, Lockets

रत्न ज्योतिष के अनुसार जब कुंडली में केतु की दशा पीड़ित करती है तब केतु की महादशा में कैट्स आई रत्न धारण करने से केतु के प्रकोप से राहत प्राप्त होती है। कई रंगों में प्राप्त होने वाला यह रत्न बहुत चमकदार रत्न होता है, इसपर एक चमकीली धारी होती है जिसे देखने में ऐसा लगता है जैसे आप बिल्ली की आंख को देख रहे है, यही कारण है की इसे अंग्रेजी में कैट्स आई बोला जाता है।

कैट्स आई द्घरान करने से केतु के कष्टों से शांति प्राप्त होती है, केतु की अशुभता ख़त्म होती है। व्यक्ति की मानसिक स्तिथि, आर्थिक स्तिथि और ख़राब स्वास्थय की चल रही परेशानियां ख़त्म होती है। कारोबार या नौकरी में लम्बे समय से चल रही परेशानियां ख़त्म होती है। आइये अब जानते है की कैट्स आई रत्न किन व्यक्तियों के लिए लाभकारी है और किनके लिए नहीं है।

Cats,Eye जिसे हिंदी में लहसुनिया के नाम से जाना जाता है।

लग्नानुसार रत्न निर्धारण

3,9 लहसुनिया स्टोन

लहसुनिया छाया ग्रह केतु का रत्न है, कैट्स आई के प्रभाव बहुत जल्दी देखने को मिलते है, लहसुनिया कुंडली में केतु की दशा देखते हुए धारण करने की सलाह दी जाती है।

कुंडली में अगर केतु बलहीन है तब कैट्स आई धारण किया जाता है, दूसरी स्तिथि में जब जन्म पत्रिका में केतु बुरे प्रभावों से ग्रसित है, केतु अन्य ग्रहों की युति, दृष्टि या प्रभावों से नकारात्मक ऊर्जाओं को उत्पन्न कर रहा हो, जातक बुरे कर्मों में लिप्त हो रहा हो, जातक दरिद्रता की ओर जा रहा हो, जातक शारीरिक रूप से बीमारियों से ग्रसित होता जा रहा हो, व्यापार ख़त्म होता जा रहा हो, आर्थिक स्तिथि दयनीय होती, व्यक्ति डिप्रेशन में जाता जा रहा हो, धन से दरिद्र होता जा रहा हो, विद्यार्थी शिक्षा में बहुत कमजोर होते जा रहे हो, बार बार किसी न किसी तरह की दुर्घटना घटित हो रही हो, अचानक बड़े नुकसान होते जा रहे हो, तब ऐसी स्तिथि में केतु रत्न धारण करना आवशयक हो जाता है, ऐसी परिस्थितियों में लहसुनिया स्टोन धारण करके इन परिस्थितियों से दूर हुआ जा सकता है।

केतु का रत्न कैट्स आई कालसर्प योग में भी बहुत प्रभावशाली रहता है, जिन व्यक्तियों की जन्म कुंडली में काल सर्प योग का निर्माण हो रहा हो, उन जातकों को अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाकर कैट्स आई धारण करना चाहिए।

कैट्स आई धारण करने से केतु के शुभ प्रभाव प्राप्त होते है, ऐसे में जीवन में सफलता, आर्थिक उनत्ति, कारोबार में बरकत, धन, वैभव, अचानक धन लाभ, संपत्ति की प्राप्ति, सामजिक सम्मान, धर्म कर्म के कार्य और मांगलिक कार्य संपन्न होते है।

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लहसुनिया स्टोन धारण करने के लाभ:

  • लहसुनिया धारण करने से नकारात्मक प्रभाव नष्ट होते है,
  • जीवन में सफलता की प्राप्ति होती है,
  • घर के सभी सदस्यों की उनत्ति होती है,
  • मनोबल बढ़ता है और मानसिक मजबूती प्राप्त होती है,
  • व्यक्ति सही निर्णय उचित समय पर लेता है,
  • अचानक धन लाभ के योग बढ़ते है, आर्थिक उनत्ति मिलती है,
  • समाज में सम्मान की वृद्धि होती है,
  • स्टॉक मार्किट में लाभ मिलता है,
  • राजनितिक सफलता के लिए बहुत लाभकारी रहता है,
  • विद्यार्थी की शिक्षा में लाभ देता है, बौद्धिक क्षमता बढ़ती है,
  • घर में मांगलिक कार्य संपन्न होते है,
  • व्यक्ति का झुकाव धर्म कर्म के कार्यो की तरफ बढ़ता है,
  • व्यक्ति झूठ-फरेब से दूर होता है, सत्यता की राह पर चलता है।

लहसुनियां रत्न धारण

  • लहसुनिया शनिवार की संध्या को धारण करना चाहिए
  • लहसुनिया चांदी की अंगूठी में जड़वाए
  • लहसुनिया ६ कैरट या उससे ऊपर का ही धारण करना चाहिए
  • लहसुनिया की क्वालिटी दाग रहित और टूटा हुआ नहीं होना चाहिए
  • लहसुनिया मध्यमा उंगली में धारण करना चाहिए
  • लहसुनिया धारण करने से पहले शुभ मुहूर्त देख लेना चाहिए
  • लहसुनिया विधि विधान से पूजा करके ही धारण करना चाहिए
  • लहसुनिया केतु मंत्रो का ११०० बार जप करके ही धारण करना चाहिए

लग्न और रत्न

विशेष:

अच्छा लहसुनिया पूर्ण विधि विधान और पूजा करके धारण किया हुआ लहसुनिया ही अपने शुभ प्रभाव देने में सक्षम रहता है।

लहसुनिया स्टोन कभी भी अपने मन से या किसी के कहने से धारण नहीं करना चाहिए, धारण करने से पहले किसी योग्य ज्योतिष से परामर्श करना अति आवशयक होता है।

केतु मंत्र :

ॐ स्रां स्रीं स्रौं स: केतवे नमः

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