रत्न धारण और रत्नों की उपयोगिता

रत्न धारण और रत्नों की उपयोगिता,ज्योतिष शास्त्र में रत्न बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ग्रहों के कारण हमारा जीवन हमारी कुंडली और ग्रहों की स्थिति के अनुकूल होता है,और उस स्थिति में रत्न बहुत बड़ी भूमिका निभाते है, और इन रत्नों को पहनने से हम उन समस्याओं को कम कर सकते हैं जिनका हम सामना कर रहे हैं और एक शांतिपूर्ण जीवन जी सकते हैं।

रत्नों का सीधा संबंध ग्रहों से रहता है, हर रत्न किसी ना किसी ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है, जिसकी सकारात्मक ऊर्जा धारण करने वाले व्यक्ति तक पहुँचता है। रत्नों को हजारों सालों से धारण किया जाता रहा है, रत्नों में बहुत से चमत्कारी प्रभाव और दैविये शक्तियां रहती है तभी तो आज तक इनका चलन है। रत्नों की उपयोगिता और रत्नों के बहुत से चमत्कारी प्रभाव इनको धारण करके महसूस किया जा सकता है।

आपकी जन्म कुंडली में ग्रहों की स्तिथि के अनुसार रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है। जन्म के समय ग्रहों का संयोग से व्यक्ति के जीवन पर ज्योतिषीय प्रभाव जारी रहता है। उसके जीवन में जो कुछ भी होता है वह ग्रहों की स्तिथि के अनुसार निर्धारित रहता है!

आपकी कुंडली में आपकी व्यक्तिगत कुंडली के ग्रहों की स्तिथि को ध्यान से अध्ययन किया जाता है
ग्रहों की स्तिथि अनुसार रत्नों का चयन किया जाता है
आपकी जन्म कुंडली में ग्रहों की स्थिति के बारे में जानकारी दी जाती है
रत्न विज्ञान के विशेषज्ञ, रत्न का चयन करते हैं।
पूजा द्वारा रत्नों को सिद्ध किया जाता है,इससे रत्नों को ग्रहों की उर्जा प्राप्त होती है और रत्न काम करने लगते है


ज्योतिष परामर्श द्वारा दी जाने वाली सेवाएँ।


सेवा का नाम: रत्नों का चयन एव जानकारी
सेवा का प्रकार: ज्योतिषीय मार्गदर्शन और समाधान।
सेवा मोड: ऑनलाइन।
डिलिवरी: 7 कार्य दिवसों।
विशेषताएं: विश्वसनीय सेवा, सर्वश्रेष्ठ परिणाम और ज्योतिष परमर्ष केंद्र के सर्वश्रेष्ठ मानक प्रारूप।
बेनिफिट्स: यह आपकी व्यक्तिगत समस्याओं के समाधान के साथ लघु और दीर्घकालिक लक्ष्यों को निर्धारित करने में आपकी सहायता करता है।

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