21 मार्च से 20 अप्रैल का महीना मेष राशि के क्षेत्र में आता है। मेष राशि का स्वामी मंगल को माना गया है। इसलिए इस मास में जन्म लेने वाले लोगों के स्वभाव में मंगल के गुण रहते हैं। आइये जानते है मेष राशि की किस्मत में क्या लिखा है?
मेष राशि का सामान्य गुण व स्वभाव
मेष राशि में जन्म लेने वाले लोग प्राय साहसी एवं वीर स्वभाव के होते हैं। यह लोग प्राय नए-नए विचार देते हैं ,नए-नए मार्ग खोजने में रुचि लेते हैं ,नए नए व्यापार स्थापित करने और व्यापार आगे बढ़ाने में विशेष रूचि रखते हैं। एक तरह से यह लोग अपने क्षेत्र में नेता जैसा व्यवहार दर्शाते हैं।
अप्रैल के महीने में बसंत ऋतु आती है। यह ऋतु सृष्टि के नए सृजन की बेला है। इसी प्रभाव से इस महीने में जन्म लेने वाले लोग भी नए-नए तर्क एवं नई-नई दलील रखने में प्रवीण और होशियार रहते हैं। वह लोग नया काम शुरू करने पर उसके प्रत्येक पक्ष पर गहराई से विचार विमर्श करते हैं, और उसके आधार पर ही आगे बढ़ते हैं। इसलिए इनके सफल होने की सर्वाधिक संभावनाएं रहती हैं।
मेष राशि में जन्म लेने वाले लोग पढ़ाई लिखाई में रुचि रखने के साथ-साथ दूसरों को पढ़ाने और शिक्षा देने में भी रुचि रखते हैं। यह मुख्यतः विज्ञान के विषय को चुनते हैं या फिर नए नए विचारों से संपन्न रहते हैं। यद्यपि एक विशेष गुण भी रहता है कि यह लोग शीघ्र ही उत्तेजित और क्रोधित हो जाते हैं। इसलिए कई बार क्रोध में आकर यह अपने मार्ग से भी भटक जाते हैं।
मेष राशि का स्वामी मंगल को माना गया है इसलिए इस मास में जन्म लेने वाले लोगों के स्वभाव एवं चरित्र में कई विशिष्टताए देखने को मिलती है :-
मेष राशि का सामान्य गुण,स्वभाव और चरित्र
मेष राशि में जन्मे लोग दृढ़ इच्छा शक्ति संपन्न ,संकल्प शील तथा अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हटी रहते हैं। एक तरह से यह लोग जन्मजात योद्धा साहसी तथा दृढ़ निश्चय रहते हैं। यह स्वतंत्र विचारों अपनी मर्जी के अनुसार काम करने वाले तथा दूसरों का हस्तक्षेप पसंद ना करने वाले होते हैं। यदि इनके काम में कोई टांग अड़ाए तो यह उस काम से अलग हट जाते हैं।
अपने दृढ़ संकल्प के बल पर यह लोग किसी भी सफलता ,किसी भी ऊंचाई ,पद अथवा अधिकार को प्राप्त कर लेते हैं। परंतु सफलता उस समय इन के विनाश का कारण बन जाती है जब प्रशंसा अथवा चापलूसी के कारण इनका दिमाग ख़राब हो जाता है।
यह लोग सदैव नवीन एवं मौलिक योजनाओं के निर्माता ,तार्किक तथा यथार्थवादी होते हैं। यह स्वभाव से जल्दबाज एवं जिद्दी भी रहते हैं। इनके लिए प्रत्येक क्षेत्र में अति तक पहुंचना एक सामान्य बात रहती है। मुंहफट होने के कारण यह लोग अनेक लोगों को अपना दुश्मन भी बना लेते हैं। यह लोग स्वभाव से निर्भय ,दबंग ,शक्तिशाली ,साहसी तथा युद्ध प्रिय भी रहते हैं। बाधाओं पर विजय पाने के लिए संकटों से जूझना इन्हें प्रिय लगता है।
यह लोग जन्मजात नेता, संगठनकर्ता, उद्यमी तथा महत्वकांक्षी होते हैं। यह नए विचारों के समर्थक तथा परंपराओं से विद्रोह करने वाले भी होते हैं। प्रेम संबंधों में इन्हें बहुत कष्ट उठाना पड़ता है क्योंकि यह लोग स्त्रियों के मन को पढ़ने में सक्षम ना होकर गलतियों पर गलतियां करते रहते हैं। तथापि इनके लिए बाधाओं पर विजय पाना ही प्रसन्नता दायक होता है।
मेष राशि का सामान्य स्वास्थ्य
इन लोगों में कार्य शक्ति की प्रचुरता पाई जाती है। अधिक परिश्रम के कारण कभी-कभी इनके स्वास्थ्य में गड़बड़ी भी उत्पन्न हो जाती है। चिड़चिडे स्वभाव के कारण इन्हें स्नायेविक थकान भी हो सकती है ,पेट गैस की शिकायत रहना भी आमतौर पर देखा जाता है। इन्हें मादक द्रव्यों से परहेज करना चाहिए। सिर से संबंधित रोग जैसे सिर दर्द ,आंख में दर्द ,बार-बार सिर में चोट लगना ,या घाव होना तथा पेट यकृत एवं गुर्दे से संबंधित रोग भी इन्हें अधिक सताते हैं। कभी-कभी इनके सामने ऑपरेशन की स्थितियां भी आ जाती हैं।
मेष राशि की आर्थिक स्थिति
लोगों में धन कमाने की पर्याप्त क्षमता होती है। तथापि यह खर्चीली स्वभाव के रहते हैं। इनके भाग्य में निरंतर उतार-चढ़ाव रहते हैं तथा इन्हें आकस्मिक धन हानि का शिकार भी बनना पड़ता है। व्यवसाय उद्योगों से इन्हें लाभ होता है। परंतु मुकदमे बाजी में अक्सर हानि उठानी पड़ती है।
21 मार्च से 20 अप्रैल पैदा होने वालों का भाग्यशाली रत्न (lucky Birth stone)
21 मार्च से 20 अप्रैल महीने में जन्म लेने वालों के लिए हीरा उनका भाग्य वृद्धि रत्न यानी लकी बर्थस्टोन माना गया है। यद्यपि हीरा एक बहुमूल्य रतन है। अप्रैल महीने में जन्म लेने वाले लोग भी प्रत्येक काम में साहसी , दृढ़ संकल्पवान और मजबूत इच्छाशक्ति वाले होते हैं। अतः हीरा धारण करने से इनका दृढ़ स्वभाव ,इच्छा शक्ति और प्रबल बन जाती है। अतः यह लोग अपने कार्य क्षेत्र ,अपने व्यवसाय एव काम धंधे में निरंतर सफलताएं प्राप्त करते हुए आगे बढ़ते रहते हैं।
इन्हें अपने मानसिक विचार और मन की भावनाओं को पूरा करने में भी हीरा विशेष सहायता करता है। यह लोग अपने सभी शौक भी पूरा करते हैं। हीरा इनकी इच्छा शक्ति को और भी मजबूत बना देता है। हीरा पहनने से यह लोग जिस भी क्षेत्र का चुनाव करते हैं ,उसमें ही सफलताएं प्राप्त करते हुए आगे बढ़ते हैं।
प्राचीन काल में रोमन सिपाही इस बात में विश्वास रखते थे कि जो सिपाही अपनी बाई बाजू पर हीरा बांधकर युद्धभूमि जाते हैं ,वह सिपाही निश्चित ही विजय होकर घर लौटते हैं। निर्णय ,प्रबल इच्छा शक्ति प्राप्त करने और अपने उद्देश्य की प्राप्ति के लिए हीरा धारण करना अत्यंत उपयोगी साबित होता है।
प्राचीन समय से ही हीरा को पवित्रता ,निर्दोषता और दृढ़ता का प्रतीक माना गया है। इसलिए प्राचीन काल से ही मंगनी की रस्म के समय दूल्हा अपनी दुल्हन को और दुल्हन अपने दूल्हा को हीरा जड़ित अंगूठी भेंट स्वरूप प्रदान करते हैं ,ताकि उन दोनों के मध्य हीरे के समान ही प्रेम और विश्वास दृढ़ बना रहे। दोनों का परस्पर विश्वास स्थाई रहे।
हीरे को बाएं बाजू पर बांधने से धारण करता को बहुत लाभ मिलता है इससे उनका मस्तिष्क बलवान बनता है। उनमें आत्मविश्वास जागृत होता है और उनकी मानसिक शक्ति प्रबल बनती है। यह स्त्री पुरुष को परस्पर एक दूसरे के प्रति निष्ठावान बनाता है।
निष्कर्ष
साथियों हमने मेष राशि की किस्मत में क्या लिखा है? की इस पोस्ट में मेष जातकों से सम्बंधित जानकारियां प्राप्त की, उम्मीद है की आपको यह जानकारियां पसंद आई होंगी। कमैंट्स में जरूर बताये।