जून महीने में पैदा होने वालों का भाग्यशाली रत्न एवं विशेषताएं।
जून का महीना मिथुन राशि के क्षेत्र में आता है। मिथुन राशि का स्वामी बुध है। अंततः इन लोगों में निम्न गुण रहते हैं।
सामान्य गुण व स्वभाव :
धन कमाने और जल्दी से जल्दी से धनवान बनने की दृष्टि से फरवरी में जन्मे लोगों के पश्चात जून महीने में जन्म लेने वाले लोगों का ही नंबर आता है। इनका चेहरा और शरीर अत्यंत सुंदर रहता है। यह सदा प्रसन्नचित्त बने रहते हैं। इसके कारण यह लोग हर हर सभा सोसाइटी और मित्रों के मध्य सर्वप्रिय बन जाते हैं। लोग इनके कार्य और व्यवहार की प्रशंसा करते हैं।
यह लोग आर्ट और म्यूजिक में विशेष रूचि रखते हैं ,परंतु किसी एक क्षेत्र या व्यवसाय में निरंतर अपना ध्यान केंद्रित रखना इनके लिए मुश्किल रहता है। इसलिए व्यापार आदि में सफलता के लिए इन्हें लंबी जद्दोजहद करनी पड़ती है। व्यापार में लंबे संघर्ष के बाद ही सफलताएं प्राप्त होती है।
जून में पैदा हुई स्त्रियां हिस्टोरिकल स्वभाव की रहती है इसलिए यह शीघ्र दुखी और उदास हो जाती हैं।
मिथुन राशि का स्वामी बुध ग्रह है। इस मास में जन्म लेने वाले लोगों के स्वभाव और चरित्र में निम्नलिखित विशेषताएं पाई जाती हैं:-
सामान्य चरित्र:-
इस माह में जन्मे लोग एक तरह से दोहरी मानसिकता और स्वभाव के रहते हैं। यह बुद्धि ,बहुमुखी प्रतिभाशाली मस्तिष्क एवं कुशाग्र बुद्धि रहते हैं इसलिए यह तत्वरित निर्णय लेते हैं। यह शीघ्र ही किसी निष्कर्ष पर पहुंच कर अपनी तीक्ष्ण बुद्धिमत्ता से अपने प्रतिद्वंद्वियों को बहुत पीछे छोड़ देते हैं।
यह लोग अपने वार्तालाप एव स्वभाव से लोगों को शीघ्र मोहित कर लेते हैं। परंतु अपने वचन का पालन करना इनके लिए प्राय असंभव रहता है। इन्हें दूसरा कोई व्यक्ति शीघ्र प्रभावित नहीं कर पाता। कुछ अवसरों पर यह लोग अपने स्वार्थ की सिद्धि के लिए ,यह सब कुछ करते हैं।
यह लोग किसी भी योजना की तर्क पूर्ण व्याख्या करने ,उसके अधूरेपन को उधेड़ने में भी पटु होते हैं। परंतु अपनी स्वयं की इच्छा शक्ति द्वारा प्रत्येक कार्य में सफलताएं प्राप्त करने में समर्पित होते हैं।
प्रेम संबंधों में इनका व्यवहार एक पहेली जैसा बना रहता है। यह कभी अत्यधिक प्रेम प्रदर्शन करते हैं ,तो कभी बेवफाई भी कर जाते हैं। इनके प्रेम संबंध प्राय दो स्थानों पर चलते हैं ,तदापि अपनी व्यवहारिकता से यह दोनों का कुशलतापूर्वक निर्वाह करने में सक्षम होते हैं।
यह लोग अपने मित्रों का स्वागत करने में भी अत्यधिक रुचि लेते हैं। यदि धन की कमी ना हो तो इन्हें भ्रमण ,पर्यटन ,तीर्थाटन करने का भी शौक रहता है।
इस अवधि में उत्पन्न लोग व्यवसाय ,अविष्कार ,शेयर बाजार एवं कंपनी प्रमोटर के रूप में विशेष सफल होते हैं। यह लोग कूटनीतिक क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करते हैं, तथा आपरिचितों को आकर्षित करने में पटु होते हैं।
बुद्धि के क्षेत्र में यह अपने प्रतिद्वंद्वियों को बहुत पीछे छोड़ देते हैं। यह मार्ग तय करने में भी बहुत शीघ्रता से इच्छुक होते हैं। अंततः हवाई यात्रा एव तेज रफ्तार वाली बस, कार ,अथवा ट्रेन में बैठना अधिक पसंद करते हैं।
यह कभी प्रसन्न और कभी कभी उदास दिखाई देते हैं। इनके जीवन में उतार-चढ़ाव के दौर भी प्राय चलते रहते हैं। इसी तरह जीवन के प्रति भी इनका दृष्टिकोण बदलता रहता है। यह लोग जिसे अत्यधिक प्यार करते हैं ,आंख से ओझल होते ही उसे भूला भी देते हैं। जिनके प्रति इनकी भावना में बदलाव आ जाए ,वह इनके लिए मर से जाते हैं। इनका स्वभाव एक दुर्बोध पहेली की तरह बना रहता है।
स्वास्थ्य :-
स्वास्थ्य की दृष्टि से यह लोग अधिक पुष्ट शरीर के नहीं रहते। इनकी शक्ति का मुख्य आधार स्नायु मंडल होता है। गहरी नींद सोना इनके लिए आवश्यक है।प्लूरिसी तथा निमोनिया आदि के अतिरिक्त इन्हें जविहा संबंधित रोग ,फेफड़े के रोग तथा रक्त av त्वचा संबंधित रोग अधिक परेशान करते हैं।
आर्थिक स्थिति:-
इन लोगों की आर्थिक स्थिति इनकी मानसिक स्थिति पर ज्यादा निर्भर करती है। यदि यह लोग धन का संचय करना चाहे तो उसमें सफल होते हैं ,और ना करना चाहे तो सामान्य अवस्था में भी आराम से जिंदगी जीते हैं। सट्टा ,लाटरी आदि के व्यवसाय भी इन्हें विशेष प्रिय होते हैं। विज्ञान कला और संगीत के माध्यम से यह धनोपार्जन कर सकते हैं। यद्यपि इनकी उच्च महत्वाकांक्षा ही आर्थिक क्षेत्र में इन्हें अत्यधिक सफलताएं प्राप्त नहीं करने देती।
इनका भाग्यशाली रत्न,Lucky Birthstone :-
जून का महीना मिथुन राशि के अंतर्गत आता है। इसलिए इन लोगों का भाग्यशाली रत्न, यानी लक्की बर्थस्टोन Agate(हकीक) को माना गया है।

दरअसल Agate(हकीक) ,व्यापारियों पूंजीपतियों उद्योगपतियों के लिए यह विशेष रूप से आवश्यक और अनिवार्य रत्न माना गया है। क्योंकि इसे धारण करने से उनकी सफलता और धन में निरंतर वृद्धि होती है। इस तरह संगीत और कला के शौकीनों के लिए भी Agate(हकीक) बहुत सहायक सिद्ध होता है।
यह महीना मिथुन यानी जैमिनी राशि के क्षेत्र में आता है। इस राशि का स्वामी बुध ग्रह को माना गया है। जो स्वयं ही बुद्धि ,विद्या, व्यापार आदि का कारक है। अंततः इस राशि के लोगों के लिए उनका बर्थ स्टोन Agate(हकीक), रत्न माना गया है।
यह रत्न विभिन्न रंगों में प्राप्त होता है। हर तरह की धारियों वाले यह रत्न बहुत कीमती और अनेक गुणों वाले समझे जाते हैं। इनमें लाल ,भूरे और पीली धारियों वाले रत्न बहुत कीमती और अनेक चमत्कारी गुणों वाले रहते हैं। इसलिए प्राचीन काल से ही लोगों का विश्वास रहा है कि Agate(हकीक) को पहनने से देवता प्रसन्न होते हैं। और उसे अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं। इसे धारण करने से बुद्धि तीव्र होती है। इस रत्न को पहनने से लोगों को विशेष लोकप्रियता ,प्रसिद्धि प्राप्त होती है। वह लोग समाज में शीघ्र सबका प्रिय बन जाते हैं।
Agate (हकीक) को लेकर यूरोप और अमेरिका के लोगों में तो यहां तक विश्वास है कि यह रत्न पूर्वजों की संपत्ति और उनका धन विरासत में दिलवाने में बहुत मददगार सिद्ध होता है। यह रत्न धारणकर्ता को धोखे और छल कपट से भी सदैव बचाए रखता है। यह रत्न अनेक तरह के रंगों में प्राप्त होता है।
प्राचीन समय से ही ऐसी मान्यताएं हैं कि यह सुख सौभाग्य की वृद्धि करता है। अंततः इसको धारण करने से कई तरह की भौतिक बाधाएं स्वत ही समाप्त हो जाती हैं। Agate (हकीक) निर्मित मालाओं का प्रयोग कई तरह की तांत्रिक क्रियाओं को संपन्न करने और रूहानी शक्तियों के ऊपर नियंत्रण स्थापित करने के लिए भी किया जाता है। अरब देशों के तांत्रिक और सूफी संप्रदाय में तो Agate (हकीक) निर्मित मालाओं का विशेष प्रचलन है। Agate (हकीक) के संबंध में ऐसा माना जाता है कि यह अनिद्रा की समस्या से ग्रस्त एव डरावने स्वप्न देखने वालों को उनकी परेशानी से शीघ्र मुक्ति दिला देता है। Agate (हकीक) के संबंध में ऐसी मान्यताएं भी हैं कि अगर खेत में बीज डालते समय बैलों के गले में Agate (हकीक) की माला पहना दी जाए तो उस खेत में पैदावार दुगनी तो होती ही है, खेत की फसल प्राकृतिक प्रकोप से भी सुरक्षित बची रहती है।
Agate (हकीक) की माला धारण करने से बोलने और भाषण देने की क्षमता प्राप्त होती है। यह सट्टा ,लाटरी आदि से धन की प्राप्ति कराता है। धातुओं का काम करने वाले ,किराने का व्यापार करने और ड्राई फूड आदि का कारोबार करने वाले व्यक्तियों के लिए Agate (हकीक) की माला धारण करना विशेष उपयोगी सिद्ध होता है।
यह रत्न रोगों नियंत्रण करने के भी काम आता है। यह हृदय ,मस्तिष और अमाशय को शक्ति प्रदान करता है। वहम ,दिल के तेज धड़कने,घबराहट,बेचैनी में हृदय के स्थान लॉकेट में लटका कर धारण करने से लाभ प्राप्त होता है।
रेवती नक्षत्र में ,इसे चांदी की अंगूठी में जड़वा कर अश्विनी नक्षत्र में धारण करनी चाहिए। इस तरह Agate (हकीक) अपना पूर्ण प्रभाव देने में सक्षम बनता है। Agate (हकीक) को कई जगह संगे यशब भी कहते हैं।