गार्नेट गहरा कुछ कालापन लिए लाल रंग का रत्न है, यह उपरत्न की श्रेणी में आता है। गार्नेट को सूर्य के माणिक का वैकल्पिक रत्न भी बोला जाता है। अगर आप गार्नेट धारण करते है तो आपको सूर्य के शुभ प्रभावों की प्राप्ति होगी। लेकिन पच्छिम देशों में गार्नेट को जनवरी में जन्में लोगों के भाग्यशाली रत्न के अनुसार भी धारण किया जाता है। गार्नेट एक उपरत्न है, इसलिए इसकी बहुत अधिक कीमत नहीं है। अगर गार्नेट की कीमत की बात की जाये और आप एक अच्छी क्वालिटी का गार्नेट खरीदते है तो भारत में यह आपको 300/- से 400/- रूपए प्रति कैरट की दर से प्राप्त हो जायेगा। यानि की अगर आप 6 कैरट का गार्नेट खरीदते है तो इसकी कीमत 1800/- या 2400/- रूपए पड़ेगी।
जनवरी का शुभ रत्न
क्या आप जानते हैं जनवरी का शुभ रत्न कौन सा है? नहीं जानते। तो आइए आज इस पोस्ट में गार्नेट जनवरी बर्थस्टोन के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
जन्म रत्न का अर्थ
जन्म रत्न वे शुभ रत्न हैं जो साल के हर महीने से जुड़े होते हैं, प्रत्येक व्यक्ति का जन्म किसी विशेष महीने में होता है, उदाहरण के लिए, जनवरी में जन्मे व्यक्ति का जन्म रत्न ‘गार्नेट’ होता है। ‘गार्नेट’ जनवरी में जन्में व्यक्तियों का शुभ जन्म रत्न है।
गार्नेट जन्म रत्न
जनवरी में जन्मे लोगों का भाग्यशाली रत्न गार्नेट है, जो जनवरी में पैदा हुए लोगों के जीवन को भाग्यशाली बनाता है, उनके जीवन में उत्साह और खुशियाँ लाता है, आत्मविश्वास बढ़ाता है और व्यक्ति के सम्मान में वृद्धि करता है।
गार्नेट गहरे लाल रंग का रत्न है, यह कई रंगों में उपलब्ध होता है, लेकिन जनवरी में जन्मे लोगों के लिए लाल रंग का गार्नेट उनका भाग्यशाली रत्न माना जाता है।
2000 साल पहले, जब रोमन साम्राज्य का शासन था, रोम के लोग गार्नेट को एक उपयोगी रत्न मानते थे, उनका मानना था कि गार्नेट पहनने से व्यक्ति के दुःख और कष्ट दूर हो जाते हैं, मानसिक आघात और पीड़ा समाप्त हो जाती है।
जनवरी जन्म का रत्न गार्नेट
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जन्म कुंडली में ग्रहों की स्थिति के अनुसार ही रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है। लेकिन पश्चिमी देशों में जन्म के महीने के अनुसार भी भाग्यशाली रत्न पहने जाते हैं।
एक खूबसूरत रत्न जिसे “गार्नेट” के नाम से जाना जाता है, जनवरी माह में जन्मे लोगों के लिए बहुत भाग्यशाली होता है।
गार्नेट विभिन्न प्रकार के खूबसूरत रंगों में उपलब्ध है, लेकिन आमतौर पर गार्नेट का रंग लाल होता है।
कई ऐसे गार्नेट भी पाए जाते हैं, जिनका रंग दिन की बदलती रोशनी के साथ भी बदल जाता है।
जनवरी में जन्मे लोग अक्सर लम्बे लेकिन शारीरिक रूप से नाजुक, पढ़ने-लिखने के शौकीन, बुद्धिमान, हाज़िरजवाब और चतुर उत्तर देने वाले होते हैं।
जनवरी में जन्म लेने वाले लोगों को अक्सर रक्त संबंधी बीमारियों का सामना करना पड़ता है, जनवरी में जन्म लेने वाली महिलाएं बहुत उत्साही होती हैं और वे अपने जीवन में निरंतर उत्साह की इच्छा रखती हैं।
यूरोप और अमेरिका में गार्नेट को बहुत ही भाग्यशाली रत्न माना जाता है, जनवरी में जन्मे लोगों के जीवन में गार्नेट रत्न अद्भुत बदलाव लेकर आया है,
इस रत्न को धारण करने वाले को मानसिक शांति मिलती है और वह कठिन परिस्थितियों का आसानी से सामना कर सफलता प्राप्त कर सकता है।
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गार्नेट
जनवरी माह में जन्मे लोगों को गार्नेट अवश्य पहनना चाहिए। गार्नेट रत्न इनका भाग्यशाली रत्न है। ऐसा माना जाता है कि उनका जीवन आकाश में चमकते सितारे की तरह है, जो हमेशा चमकता रहता है।
रत्नों में गार्नेट को अर्द्ध कीमती पत्थर का दर्जा प्राप्त है। वैसे तो गार्नेट लगभग सभी रंगों में पाया जाता है, लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार लाल गार्नेट पहनना जरूरी है।
गार्नेट रत्न का उपयोग हजारों वर्षों से किया जा रहा है। राजा-महाराजा गार्नेट रत्नों का प्रयोग आभूषणों में करते थे। गारनेट रत्न को सूर्य का रत्न भी माना जाता है, लेकिन यह भी कहा जाता है कि गारनेट रत्न पहनने से सभी ग्रहों की अनुकूलता मिलती है।
गार्नेट को चांदी की अंगूठी में धारण करना चाहिए। इसके अलावा गार्नेट रत्न को पेंडेंट के रूप में भी पहना जा सकता है। वैसे तो गार्नेट रत्न कई रंगों में उपलब्ध होता है, लेकिन जनवरी माह में जन्में लोगों के लिए लाल रंग का गारनेट ही लाभकारी होता है।
ज्योतिष के अनुसार गार्नेट रत्न के प्रभाव
लाल गार्नेट को सूर्य का रत्न माना जाता है और जिस लाल गार्नेट में गहरा कालापन होता है, इस प्रकार के गार्नेट राहु के लिए लाभकारी माने जाते है। इसलिए गारनेट को सूर्य और राहु का रत्न माना जाता है।
चूँकि गार्नेट का स्वामी सूर्य और राहु है, इसलिए गार्नेट पहनने से आत्मविश्वास बढ़ता है, भाग्य चमकता है और धन की प्राप्ति होती है।
इसके साथ ही राहु जो जीवन में अचानक परिवर्तन लाता है उसी प्रकार गार्नेट पहनने से जीवन में अचानक सफलता मिलती है। किसी भी कार्य को करने से सफलता जल्दी प्राप्त होती है।
यदि किसी पर राहु का कोई बुरा प्रभाव हो तो गार्नेट रत्न पहनने से राहु पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
कुंडली में दूसरा स्थान जो धन का स्थान माना जाता है अगर वहां राहु बैठा है तो ऐसे व्यक्तियों को गार्नेट अवश्य धारण करना चाहिए। गार्नेट धारण करने से व्यापार में वृद्धि और लाभ होता है।
आइये जानते हैं गार्नेट पहनने के फायदे
गार्नेट रत्न धारण करने वाले व्यक्ति के शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है, जिससे वह कभी भी किसी प्रकार के मानसिक तनाव में नहीं आता है।
गार्नेट रत्न शरीर में रक्त को शुद्ध करता है, जिससे शरीर स्वस्थ रहता है और त्वचा में चमक बनी रहती है।
गार्नेट रत्न धारण करने वाला व्यक्ति आकर्षक दिखता है, उसमें आकर्षण होता है। दूसरे लोग उसकी ओर आकर्षित होते है।
जनवरी माह में जन्म लेने वाले जातकों को गार्नेट रत्न धारण करने से भाग्य में वृद्धि होती है।
जनवरी माह में जन्में लोग गार्नेट रत्न धारण करने से निरंतर प्रगति करते हैं, व्यापार में लाभ होता है तथा सामाजिक प्रतिष्ठा प्राप्त होती है।
गार्नेट सूर्य का रत्न है इसलिए गार्नेट पहनने से आंतरिक ऊर्जा मिलती है, आत्मविश्वास बढ़ता है, हृदय की कमजोरी दूर होती है।
प्राचीन काल में यह माना जाता था कि गार्नेट पहनने से बुरी और नकारात्मक शक्तियां नष्ट हो जाती हैं और बुरे प्रभाव से दूर रहते हैं।
गार्नेट का संबंध धन से है से भी है। अत: गार्नेट धारण करने से व्यापार में उन्नति होती है, सफलता मिलती है और धन का आगमन बढ़ता है।
गार्नेट को भी राहु का रत्न माना जाता है और राहु अचानक लाभ प्रदान करता है। इसलिए गार्नेट पहनने से शेयर बाजार, सट्टा, लॉटरी आदि में सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
जिन लोगों को कोई अज्ञात भय सताता है, उनका दिल और दिमाग कमजोर रहता है। ऐसे व्यक्तियों को गार्नेट अवश्य धारण करना चाहिए।
गार्नेट में सूर्य की ऊर्जा रहती है, इसे पहनने से उनमें आंतरिक ऊर्जा मजबूत होती है।
गार्नेट कैसे धारण करें
- गार्नेट को हमेशा सोने की अंगूठी या लॉकेट में पहनना चाहिए।
- गार्नेट को दाहिने हाथ की अनामिका उंगली में पहनना चाहिए।
- अगर आप गार्नेट लॉकेट पहन रहे हैं तो लॉकेट आपके हृदय स्थान पर रहना चाहिए।
- गार्नेट पहनने के लिए मंगलवार, शनिवार और रविवार सर्वोत्तम हैं।
- गार्नेट किसी भी माह के शुक्ल पक्ष में धारण करना चाहिए और यदि पुष्य नक्षत्र हो तो बहुत अच्छा रहता है।
- गारनेट पहनने से पहले इसकी अंगूठी या लॉकेट को गंगा जल से शुद्ध कर लेना चाहिए और पूरे विधि-विधान से पूजा करने के बाद ही पहनना चाहिए।
- गार्नेट को हमेशा दोषरहित, साफ, बिना दाग वाला पहनना चाहिए।