12 राशियों के बारे में जानकारी
12 राशियाँ
राशियों के बारे में जानने से पहले यह जानना आवश्यक है की राशियाँ क्या होती है और राशियाँ कितने प्रकार की होती है। आइये आज इस पोस्ट में हम इसी बात पर चर्चा करते है की राशियाँ कितने प्रकार की होती है,और राशियों का क्या स्वाभाव होता है:-
मौलिक रूप से राशियों के १२ प्रकार है ,इन १२ राशियों की विशेषता और गुणों के अनुसार इनको अलग अलग विभाजित किया गया है।
प्रत्येक राशि की अपनी शक्ति और निर्बलता,अपने विशेष गुण होते है। जातक के जन्म के समय सौरमंडल में ग्रहों की स्तिथि के अनुसार ही जातक के जीवनका आंकलन किया जाता है और जातक का जन्म किस राशि में हुआ है ज्ञात होता है। जिस राशि में व्यक्ति का जन्म होता है,उस राशि के स्वभाव का असर उस व्यक्ति पर आवश्य रहता है।
अग्नि, पृथ्वी, वायु और जल इन्ही चार तत्वों से मानव शरीर निर्मित है ,और १२ राशियों को भी इन्ही ४ तत्वों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक राशि अपने तत्व के अनुसार ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करती है,और जातक पर अपना प्रभाव डालती है।
प्रत्येक राशि अपने तत्व के अनुसार सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रकार की ऊर्जाओं का संचालन करती है। इसी प्रकार ज्योतिषशास्त्र के जरिये अपनी राशि के बारे में जानकर व्यक्ति अपनी राशि के नकारात्मक पहलुओं को जानकर सतर्क रह सकता है।
कुंडली में 12 राशियों का क्रम
मूल राशियाँ:-
मेष राशि
वृष राशि
मिथुन राशि
कर्क राशि
सिंह राशि
कन्या राशि
तुला राशि
वॄश्चिक राशि
धनु राशि
मकर राशि
कुम्भ राशि
मीन राशि
12 राशियों का वर्गीकरण:-
अग्नि: मेष, सिंह, धनु
पृथ्वी: वृष, कन्या, मकर
वायु: मिथुन, तुला, कुंभ
जल: कर्क, वृश्चिक, मीन
अग्नि तत्व वाली राशियाँ:-
मेष, सिंह व धनु राशियाँ- अग्नि तत्व राशियों में आती है। अग्नि तत्व राशि वाले व्यक्ति मजबूत इरादे वाले, परिश्रमी, कर्मनिष्ठ और स्फूर्ति और ऊर्जावान रहते हैं। इनमें अग्नि के समान अग्नि के समान जोश भी देखने को मिलता है और प्रत्येक कार्य को लेकर उतावले और जल्दबाज रहते है।
अग्नि तत्व राशि के व्यक्ति नरम दिल, स्फूर्ति से भरे हुए और हॅसी मजाक करने वाले स्वाभाव के बी होते हैं। लेकिन ये लोग अपना आपा बड़ी जल्दी खो देते है, और तुरंत ही शांत होकर माफ़ भी कर देते है। दिलेर होते हैं। दैहिक रूप से बड़े मजबूत होते है। अग्नि तत्व राशि के व्यक्ति हमेशा किसी भी कार्य के लिए तैयार और उपस्थित रहते है। चतुर ,चतुर, चौकन्ने, मुस्तैद, और आदर्शवादी होते हैं।
पृथ्वी तत्व वाली राशियाँ:-
वृष, कन्या व मकर राशियाँ- पृथ्वी तत्व राशियों में आती है। इन राशियों के जातक पृथ्वी जैसे ही सहिष्णु, सहनशील, सहने योग्य, सहनीय, सह सकनेवाले, होते है, परिश्रमी होते है, जमीनी कार्यो से जुड़े हुए होते है, बहुत धैर्यवान होते है, शांत और संतोषी होते है तथा व्यहवार कुशल होते है। इनमें सांसारिक सुख भोगने की बहुत चाहत होती है। लेकिन अगर कोई समस्या का सामना करना पड़े तो बहुत जल्दी उदास हो जाते है।
पृथ्वी तत्व वाले जातक जीवन में बड़े नियम कानून वाले और रूढ़िवादी होते हैं, उन्हें विलास के साधन और प्राकृतिक वस्तुओं से बड़ा प्यार होता है। जीवन में व्यावहारिक होते है और स्थिर जीवन जीते है। बुरे समय में किसी का भी साथ नहीं छोड़ते।
वायु तत्व वाली राशियाँ:-
मिथुन, तुला तथा कुंभ राशियाँ- वायु तत्व राशियों में आती है। अपने नाम के अनुसार ही वायु तत्व वाले जातक हवा में बहते है ,मतलब जीवन में बहुत विचारशील होते है। बहुत बड़ी बड़ी बातें सोचते है, बहुत बड़े बड़े सपने देखते है, लेकिन कार्य को अंजाम देने में हमेशा पीछे रहते है। हां, लेकिन बहुत बुद्धिमान जरूर होते है।
अनुशानप्रिय रहना और अनुशासन इन्हें अच्छा लगता है। मन में हर समय बड़े बड़े विचार चलते रहते है ,लोगों के बीच अच्छा संवाद करने और संबंध बना कर रखने वाले स्वाभाव के होते है।
बड़े दोस्ताना स्वाभाव के होते है, बुद्धिमान , मिल जल कर चलनेवाले , सिद्धांतप्रेमी, और विश्लेषणात्मक होते है। सामाजिक समारोहों में जाना उन्हें अच्छा लगता है, ज्ञानवर्धक पुस्तकें पढ़ने का बहुत शौक रखते है। दूसरों को अच्छी राय देना और समस्याओं का निपटारा करना उन्हें अच्छा लगता है।
12 राशियों में जल तत्व वाली राशियाँ:-
कर्क, वृश्चिक तथा मीन राशियाँ- जल तत्व राशियों में आती है। जल तत्व वाले जातक बहुत भावुक स्वाभाव के होते है, बड़ी जल्दी लोगों की बातों और बहकावे में आ जाते है। बहुत बोलने वाले होते है, स्वाभाव तो ऐसा होता है की जिसने जो बोल दिया वही सही है। अपने विचार और बुद्धि को बिलकुल भी तकलीफ नहीं देते।
मित्रों का साथ इन्हे बहुत जरुरी होता है। उनके बगैर ये नहीं रह सकते। स्वाभिमानी होते है, बहुत ही भावुक और अति संवेदनशील होते हैं। इनकी मेमोरी बड़ी तेज होती है, शिक्षा के क्षेत्रों में आगे रहते है। किसी भी विषयों पर बड़ी गहराईयो से तर्क वितर्क करने वाले होते है। इनके अंदर की बात को जान पाना असंभव होता है ,समुन्द्र की तरह बड़े गहरे होते है। जब किसी से प्यार करते है तो बड़ी निष्ठा से करते है ,और अपने प्रियजनों के लिए हमेशा उपस्थित रहते है।