वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातक कैसे होते हैं
वृश्चिक राशि के जातक कैसे होते हैं, वृश्चिक राशि राशिचक्र में आठवें नंबर की होती है। वृश्चिक राशि मंगल ग्रह का प्रतिनिधित्व करती है।
जिस प्रकार वृश्चिक राशि का प्रतिनिधि मंगल ग्रह करता है, और मंगल ग्रह को आक्रामक ग्रह माना जाता है ,उसी प्रकार वृश्चिक राशि के लोग भी गंभीर स्वाभाव, निर्भय , जिद्दी, हर काम में जल्दबाजी करने वाले और जिद्दी प्रवति के और बहुत भावुक किस्म के होते है, संवेदनशील होते हैं। जिद्दीपन इनमे बहुत होता है ,जिद में तो यह किसी छोटे बच्चे के समान होते है। गुस्सैल और अड़ियल किस्म के होते है। दृढ़ निश्चय के होते हैं
वृश्चिक राशि के लोग अपना जीवन अपने अनुसार जीना चाहते हैं ,वह उसमें किसी और की दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं करते और अपनी किस्मत और अपना भाग्य खुद बनाने की कोशिश करते हैं।
जैसा कि वृश्चिक राशि का चिन्ह बिच्छू होता है और बिच्छू का स्वभाव शांत होता है उसी प्रकार वृश्चिक राशि के जातक भी शांत प्रवृत्ति के होते हैं। विनम्र होते हैं और इसी के साथ साथ दिल के भी बहुत कोमल और अच्छे व्यक्ति होते हैं।
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वृशिक राशि के जातकों की प्रकृति और स्वाभाव
वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल है और यह एक जल तत्व राशि है, मंगल का अग्नि और
वृश्चिक राशि का जल तत्व के संयोग से जल के भाप में तब्दील होने के योग बनते है, यानि की वृश्चिक राशि पानी को भी भाप की ऊर्जा में तब्दील कर सकती है। यही कारण है की वृश्चिक राशि के जातकों में जीवन की कठिन परिस्थितियों में भी असीम ऊर्जा होती है, वे ऊर्जा से भरे हुए होते है।
वृश्चिक राशि के जातक बहुत मेहनती और परिश्रमी होते है, वे खाली नहीं बैठ सकते, उन्हें किसी न किसी काम में लगे रहना अच्छा लगता है। जिस किसी काम को करने की ठान लेते है, उसे पूरा किये बगैर उन्हें चैन नहीं मिलता। वृश्चिक जातकों को रचनात्मक कार्यो को करने में बड़ा अच्छा लगता है।
वृश्चिक राशि के जातक बेवजय किसी से उलझते नहीं है, उन्हें अपने काम से मतलब रहता है, लेकिन अगर उन्हें बेवजय छेड़ा जाये और अगर वे चिढ़ जाये तो फिर वो जब तक उसे सबक नहीं सीखा दे उन्हें चैन नहीं आता।
उनका गठा हुआ बदन और उनका आकर्षक व्यक्तित्व लोगों को उनकी तरफ आकर्षित करता है, और उनका स्वामी मंगल होने की वजय से वृश्चिक जातक बहुत आत्मविश्वासी होते है, उत्तेजना से भरे हुए होते है, मंगल उनमें दबंगई पैदा करता है, लेकिन वृश्चिक जातकों में इतना सबकुछ होने के बावजूद भी वे बहुत भावुक होते है, बहुत जल्दी भावनाओं में बह जाते है और प्रेम के भूखे होते है, कोई थोड़ा भी उनसे प्रेम जतायेगा तो वह तुरंत उसके वशीभूत हो जाते है।
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वृश्चिक राशि के जातकों की शारीरिक रचना
वृश्चिक जाती राशि के जातक मध्यम कद के होते हैं। रंग कुछ लाली लिए हुए रहता है। वृश्चिक राशि के जातक बहुत संवेदनशील होते हैं, यह अपनी मेहनत से अपने जीवन में कुछ बड़ा हासिल करते हैं। यह अपने जीवन में चुनौतियां पसंद करते हैं और बेहद महत्वकांक्षी होते हैं।
वृश्चिक जातक को अच्छे रहन-सहन का शौक होता है। अच्छे वाहन इस्तेमाल करने का शौक होता है। यह लोग कुछ रोमांटिक किस्म के होते हैं और इन्हें पढ़ने का भी शौक होता है। वृश्चिक जातक के व्यक्तियों की सबसे बड़ी कमजोरी यह होती है की अगर इनको कोई बात बुरी लग जाये तो यह अपने अंदर बदले की भावना रख लेते है और जैसे ही इन्हे मौका मिलता है वे अपना बदला लेना नहीं चूकते।
वृश्चिक राशि के जातक और उनका कैरियर
वृश्चिक जातक शिक्षा में बुद्धिमान होते है और गणित विषय में अच्छे होते है। राजनीती में इनका शौक अक्सर रहता है और उसमें यह लोग हाथ आजमाने की कोशिश करते है और कामयाब भी हो जाते है। वृश्चिक जातक एक अच्छे वैज्ञानिक,शोधकर्ता, चिकित्सा के क्षेत्रो में,पुलिस और सेना के विभागों में सफलता पाते हुए देखे जा सकते है।
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ज्यादातर वृश्चिक राशि के लोग हॉस्पिटल और चिकित्सा विज्ञान से संबंधित संस्थान ,प्रशासन ,वाणिज्य , पॉलिटिक्स ,आदि में सफलता अधिक पाते हैं और व्यवसाय के क्षेत्रों में यह क्रय विक्रय ,दवाइयों का कारोबार ,इलेक्ट्रिक उपकरणों का कारोबार और होटल और रेस्टोरेंट से संबंधित कारोबार में सफल होते पाए जाते हैं।
वृश्चिक राशि के जातकों की आर्थिक गतिविधियाँ
वृश्चिक जातकों में स्वाभाविक ऊर्जा और परिश्रम उन्हें बेकार नहीं पड़े रहने देता, वे किसी न किसी काम में लगे ही रहते है, हर समय कुछ बड़ा करने की ताक में वे रहते है, उनका अपने काम से लगाव और कर्तव्य उन्हें कभी पीछे नहीं होने देता और यही कारण है की वे अपने जीवन में धीरे धीरे तरक्की करते चले जाते है और अपनी मंजिल को प्राप्त करते है।
वृश्चिक जातक एक अच्छे डॉक्टर,सर्जन, व्यापारी, बिजली कार्यो से जुड़े हुए, मेडिकल क्षेत्रों से जुड़े हुए, अच्छे वक्ता, वैज्ञानिक, राजनीती से जुड़े हुए हो सकते है।
वृश्चिक जातकों को सेना या पुलिस विभागों में भी काफी स्तर पर देखा जाता है, ऊँचे सरकारी पदों, कूटनीतिज्ञ, जमीन कारोबार जैसे कार्यो से भी जुड़े हुए मिलते है और सफल होते है।
वृश्चिक राशि वालो की मैत्री और प्रेम
प्रेम संबंधो के मामलों में वृश्चिक राशि के लोग अक्सर आगे रहते है , एक तरह से कहा जाये ,तो इनमें प्यार की बहुत भूख होती है। ये अपने साथी से पूर्ण समपर्ण वाला प्यार चाहते है। वृश्चिक जातक अच्छे प्रेमी और प्रेम को लेकर बेहद भावुक होते है
वृश्चिक राशि के जातक अक्सर प्रेम सम्बन्धो में उलझे हुए देखे जा सकते है, उनके जीवन में एक बड़ा समय प्रेम सम्बन्धो में बीतता हुआ देखा जा सकता है, बहुत से वृश्चिक जातकों के आपको दो परिवार भी देखने को मिल जायेंगे।
अपने भावुक स्वाभाव और आकर्षक व्यक्तित्व की वजय से वे बड़ी जल्दी नए नए प्रेम सम्बन्धो में पड़ जाते है, सिर्फ ऐसा ही नहीं की नए सम्बन्धो के बाद पुराने छोड़ दे, यह लोग ऐसे होते है की पुराने प्रेम सम्बन्धो को भी नहीं छोड़ते या भूलते है।
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वृश्चिक राशि के जातकों का वैवाहिक जीवन
वृश्चिक राशि के जातक अपने जीवनसाथी से पूरी तरह से वफ़ादारी और सम्पर्णता चाहते है। अगर उन्हें अपने अनुरूप जीवनसाथी नहीं मिले तो वह परेशान हो उठते है। उन्हें ऐसा जीवनसाथी चाहिए होता है जो हर समय उनका ख्याल रखे। ऐसा नहीं
होने वे परेशान हो जाते है और अलग होने तक की सोच लेते है।
अपने मुंहफट और तेज स्वाभाव की वजय से वृश्चिक जातकों की अपने रिश्तेदारों से कम ही बन पाती है।
वृश्चिक राशि वालों का शुभ रत्न
वृश्चिक राशि वाले जातकों का शुभ, लाभदायक और उनत्ति प्रदान करने वाला रत्न “लाल मूंगा” होता है,
लाल मूंगा धारण करने से वृश्चिक राशि के जातकों में ऊर्जा का संचार होता है, मनोबल बढ़ता है, कारोबारी और धन सम्बंधित उपलब्धियां प्राप्त होती है, दुश्मनों का सर्वनाश होता है।
इसलिए वृश्चिक राशि के जातकों को लाल मूंगा जरूर धारण करना चाहिए।