नौकरी के लिए रत्न
ज्योतिष शास्त्र में ऐसे कई रत्नों का जिक्र है, जिनके धारण से जीवन में सफलता मिलती है, इस पोस्ट में आज व्यापार, कारोबार और ‘नौकरी के लिए रत्न‘ के विषय चर्चा करेंगे, किन रत्नों को धारण करने से हमें जीवन में सफलता प्राप्त हो सकती है।
हर व्यक्ति अपने जीवन में सफल होना चाहता है, और जीवन में धन कमाते हुए सभी सुखों को भोगने की अभिलाषा रखता है, अपने और अपने परिवार को सभी सुख देना चाहता है।
धन, तरक्की, सांसारिक सुखों की चाहत रखते हुए वह अपने जीवन में पूरी मेहनत और लगन से आगे बढ़ने की कोशिश करता है।
किसी भी क्षेत्र में बगैर मेहनत के सफलता मिलना मुश्किल होता है,
लेकिन कई बार ऐसा भी होता है की व्यक्ति अपनी पूरी मेहनत और लगन लगाने के बाद भी सफल नहीं हो पाता है, और उसी धुरी पर घूमता रहता है, बहुत प्रयत्न करने के बाद भी उसे सफलता हाथ नहीं लगती है। हताशा और निराशा उसे घेरने लग जाती है।
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अब ऐसे में उसे समझ नहीं आता है की, अब वह करे तो क्या करे,
बात भी सही है, मेहनत भी लगा दी, पूरी लगन से भी कार्य किया, इसके आलावा और क्या किया जा सकता है।
ऐसे में एक ही कारण हो सकता है, की कहीं न कहीं हमारी किस्मत, ग्रह, नक्षत्र कमजोर पड़ रहे है, तभी हम सफल नहीं हो पा रहे है,
ऐसे में ज्योतिषशास्त्र का सहारा लिया जा सकता है, और ज्योतिषशास्त्र में दिए गए उपायों और ग्रह-नक्षत्रों के रत्नों का सहारा लेकर हम अपने ख़राब समय को कम करते हुए, सफलता की ओर बढ़ सकते है।
रत्नों का संसार इतना रहस्यमय है की इनकी उपयोगिता हमारे ऋषि मुनियों ने हजारों साल पहले ही खोज ली थी, और आज की science इसे अब समझ सकी है।
रत्नों का उपयोग हमारे जीवन पर बहुत असर डालता है, और इनके उपयोग से हम हमारी जीवन की परेशानियों को कम करते हुए, सफल हो सकते है। भाग्योदय ला सकते है, अपने जीवन में सकारात्मकता ला सकते है, कारोबार में सफलता प्राप्त कर सकते है, और अच्छी नौकरी पाते हुए उच्च पदों पर पहुंच सकते है।
हमारे जीवन पर ग्रहों का प्रभाव हर क्षण रहता है, और हर रत्न पर किसी न किसी गृह का प्रभाव रहता है, हर ग्रह का अपना एक रत्न होता है, जो अपने सम्बंधित ग्रह को मजबूती प्रदान करता है।
क्योंकि, हमारे जीवन पर हर समय ग्रहों का प्रभाव रहता है, इसलिए उस ग्रह विशेष के रत्न धारण करके, उन ग्रहों को मजबूत कर सकते है।
लेकिन, अब यह समझना और जानना जरुरी होता है, की हम हमारे कारोबार, नौकरी और कैरियर से सम्बंधित कौन सा रत्न धारण करें, जिससे की हम उसमे सफलता हासिल कर सकें।
इसलिए, यह बहुत जरुरी होता है की हम सही चयन करते हुए रत्न धारण करे, जिससे की हमें हमारे क्षेत्र से सम्बंधित सफलता मिले,
हर रत्न का अपने अपने क्षेत्र से सम्बंधित सफलता प्रदान करता है, आइये, आज इसी विषय के बारे में जानते है की, किस रत्न के धारण से, नौकरी, कारोबार या किस क्षेत्र में सफलता मिलेगी।
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आइये! जानते है ऐसे ४- “नौकरी के लिए रत्न”
पीला पुखराज/ ब्रहस्पति का रत्न
पीला पुखराज रत्न ब्रहस्पति ग्रह का रत्न होता है, और पीला पुखराज धारण करने से
ब्रहस्पति ग्रह के प्रभावों की बढ़ोतरी होती है।
ब्रहस्पति ग्रह की आभा पीली होती है, और पुखराज रत्न भी पीले रंग का ही होता है। वैसे तो पुखराज रत्न कई रंगों में पाया जाता है, लेकिन ब्रहस्पति ग्रह का प्रतिनिधित्व पीला पुखराज ही करता है।
ब्रहस्पति की २ राशियाँ होती है, धनु और मीन , पीला पुखराज इन्ही दोनों राशियों का प्रतिनिधित्व करता है।
नवरत्नों में पीला पुखराज एक कीमती रत्न माना गया है, यह रत्न काफी मूलयवान रत्न होता है। पीले पुखराज को एक शुभ रत्न का दर्जा दिया गया है, यह रत्न ज्यादातर धारण करने वाले को शुभता ही प्रदान करता है।
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यह रत्न दिखने में बहुत बहुत सुन्दर, कठोर, और दड़कदार होता है। पीले पुखराज में असर दिखाने की क्षमता भी काफी अच्छी होती है,
ब्रहस्पति ग्रह, जिन्हें की देवताओं का गुरु माना जाता है, और ब्रहस्पति ज्ञान, सुख-समृद्धि, और भाग्य के प्रतीक माने जाते है। इसलिए, जो व्यक्ति भी इस रत्न को धारण करता है, उसका ब्रहस्पति बहुत मजबूत हो जाता है।
पीले पुखराज को धारण करने से जीवन की अनेक परेशानियां कटती है, जिसमें धन और आर्थिक परेशनियां विशेष तौर पर रहती है।
ऐसे व्यक्ति जो प्रशासनिक क्षेत्रों में जाना कहते है, राजनीती में अपना वर्चस्व बनाना कहते है, या फिर न्याय के क्षेत्र और न्यायाधीश बनना कहते है, उन व्यक्तियों को पुखराज रत्न जरूर धारण करना चाहिए।
वृष, मिथुन, कन्या, तुला, मकर, कुंभ राशि वाले जातकों को पुखराज धारण करने से पहले अपनी जन्म पत्रिका को दिखवा लेना चाहिए।
पीला पुखराज हमेशा धारण करने से पहले, उसकी पूरी विधि विधान से पूजा कर लेनी चाहिए। तभी वह अपने पुरे प्रभाव दे सकेगा।
माणिक्य / सूर्य का रत्न
माणिक्य रत्न सूर्य गृह का प्रतिनिधित्व करता है, सूर्य एक अग्नि ग्रह है, जिससे समस्त संसार रौशन है। इसलिए सूर्य को ग्रहों का राजा कहा जाता है, माणिक्य भी उसी प्रकार रत्नों का राजा है।
माणिक्य को सौभाग्यशाली रत्न माना गया है।
माणिक्य रत्न सुर्ख लाल या गहरा गुलाबी रंग का होता है, और इसके लाल रंग का कारण इसमें मैजूद एलमुनियम ऑक्साइड है।
माणिक्य जीवन में मान सम्मान और यश दिलवाता है, और आँखों और हड्डियों के लिए बहुत लाभकारी रहता है।
जब कोई जातक माणिक्य रत्न धारण करता है, तो माणिक्य तुरंत अपने प्रभाव दिखाना शरू कर देता है, धारणकर्ता का चेहरा लाल और दमकने लगता है, उसमें आत्मविश्वास झलकने लगता है, आत्मविश्वास और साहस की वृद्धि होने लगती है।
जो व्यक्ति प्रशासनिक और राजकीय कार्यों में अपना कैरियर बनाना चाहते है, राजनीती में कुछ करना चाहते है, सरकारी क्षेत्रों और सरकारी नौकरियों से जुड़ना चाहते है, ऐसे व्यक्तियों के लिए माणिक्य धारण करना अत्यंत लाभकारी माना गया है।
मेष, सिंह और धनु लग्न वाले व्यक्तियों को माणिक्य विशेष लाभ देता है, इन्हें माणिक्य आवश्य धारण करना चाहिए।
कन्या, मकर, मिथुन, तुला और कुंभ लग्न के व्यक्तियों के लिए माणिक्य रत्न कम ही लाभकारी होता है, इसलिए इन लग्न के व्यक्तियों को माणिक्य धारण करने से पहले अपनी जन्म पत्रिका दिखवा लेनी चाहिए।
सूर्य के रत्न माणिक्य के साथ हीरा, ओपल, नीलम और गोमेद रत्न धारण करना निषेद है।
माणिक्य रत्न को ताम्बे या सोने की धातु में बनवाना चाहिए, रविवार के दिन शुभ मुहूर्त में पूजा, मन्त्र जप करते हुए अनामिका ऊँगली में धारण करना चाहिए।
लाल मूंगा / मंगल का रत्न
लाल मूंगा समुद्र की गहराइयों में पाया जाने वाला एक जैविक रत्न है, जिसका निर्माण एक कीड़े द्वारा किया जाता है।
जब लाल मूंगे को समुद्र से निकाला जाता है, तो वह एक झाड़ी के समान होता है, फिर उसकी डालियों को काटकर उसको रत्नों का आकार दिया जाता है।
ज्यादातर लाल मूंगा कैप्सूल की शक्ल में तराशा जाता है और इसके अलावा त्रिकोण रूप में भी तराशा जाता है।
तराशने के बाद यह बहुत खूबसूरत लाल मूंगे रत्न की शक्ल में आ जाता है।
लाल मूंगा मंगल ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है और मंगल ग्रह के शुभ लाभ प्रदान करता है।
मंगल ग्रह को एक ऊर्जावान, साहसी, और सेनापति ग्रह का दर्जा दिया गया है।
मंगल ग्रह पेट्रोल, सेना, पुलिस, सेना, राजनीति, जमीन, प्रॉपर्टी, अस्पताल से संबंधित कार्य, इलेक्ट्रॉनिक से संबंधित कार्यों का प्रतिनिधित्व करने वाला ग्रह है।
मंगल ग्रह की 2 राशियां है- मेष और वृश्चिक और मेष और वृश्चिक लग्न भी मंगल के ही लग्न है, इसलिए इन लग्न और राशियों के जातकों को लाल मूंगा धारण करना बहुत ही शुभ और लाभकारी होता है।
लाल मूंगे को विशेषकर तांबे की धातु में ही धारण करना चाहिए, लाल मूंगे को मंगलवार, सूर्योदय को शुभ मुहूर्त में तर्जनी उंगली में धारण किया जाता है।
जो व्यक्ति पुलिस विभाग, राजनीती, हॉस्पिटल, सेना, इलेक्ट्रिक संस्तानो, होटल, रेस्टॉरेंट, जमीन, सम्पति आदि कार्यो से जुड़ना कहते है उन्हें लाल मूंगा रत्न आवश्य धारण करना चाहिए।
पन्ना रत्न / बुध का रत्न
ज्योतिष शास्त्र में पन्ना को बुध का रत्न माना जाता है। पन्ना रत्न हरे रंग का कोमल, स्वच्छ, सुंदर, जाल युक्त रत्न होता है।
बुद्ध ग्रह – ज्ञान, बुद्धि और तर्कशक्ति का कारक होता है। इसलिए बुध के रत्न पन्ना धारण करने से इन तीनों चीजों की प्राप्ति होती है।
पन्ना रत्न धारण करने से व्यक्ति सौभाग्यवान होता है।
पन्ना एक मूल्यवान रत्न है, इसे धारण करने से व्यापार में सफलता मिलती है, आर्थिक स्थितियां बहुत अच्छी होती हैं।
इसके अलावा पन्ना रत्न विद्यार्थियों के लिए बहुत ही लाभकारी रत्न है। जब विद्यार्थी इस रत्न को धारण करने करते हैं, तो उनकी बुद्धि तीक्ष्ण होती है, जिससे कि उन्हें उच्च शिक्षा प्राप्त करने में काफी सहायता मिलती है।
ऐसे व्यक्ति जो इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, अध्यापक, प्रोफेसर, इंस्टिट्यूट, चार्टर्ड अकाउंटेंट, डॉक्टर, लेखा विभागों से, सरकारी नौकरियों से, बैंक से, रेलवे, आदि क्षेत्रों में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं, उन व्यक्तियों के लिए पन्ना धारण करना बहुत ही लाभकारी माना गया है।
ऐसे कारोबारी जो होलसेल का बिजनेस करते हैं या ट्रेडिंग का कार्य करते हैं, उन लोगों को भी पन्ना धारण करने से बहुत अधिक सफलता प्राप्त होती है।
नौकरी और कारोबारियों के लिए इस रत्न को विशेष लाभकारी माना गया है।
अगर पन्ना रत्न को कोई रोगी धारण करता है तो यह रत्न उनके लिए बहुत बलवर्धक, आरोग्यदायक साबित होता है।
धन्यवाद! दोस्तों, उम्मीद है इस पोस्ट से आपको कारोबार और “नौकरी के लिए रत्न” – की जानकारी मिली होगी।
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