पन्ना रत्न के फायदे और नुकसान-पन्ना रत्न
ज्योतिष शास्त्र में जन्म पत्रिका में ग्रहों की स्तिथि अनुसार रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है। पन्ना रत्न के फायदे और नुकसान के अनुसार अगर देखा जाये तो, जब कोई ग्रह कमजोर होकर किसी ग्रह से पीड़ित है, तो ऐसे में उस ग्रह को बल प्रदान करने के लिए रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है।
रत्न धारण से ग्रह को बल प्राप्त होता है, और व्यक्ति को उस ग्रह विशेष का लाभ प्राप्त होता है। मानसिक रूप से मजबूत होता है, आर्थिक और व्यापारिक मजबूती मिलती है, शारीरिक मजबूती प्राप्त होती है।
रत्नों और ग्रहों का मानव जीवन में इतना प्रभाव रहता है की, सही रत्न धारण से व्यक्ति अपने जीवन में आने वाली परेशानियों को काफी हद तक कम करते हुए तरक्की प्राप्त करता है।
कोई भी रत्न धारण करने के बाद, वह रत्न २ से ३ महीनें के अंदर अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर देता है।
दोस्तों , आज इस पोस्ट में हम पन्ना रत्न के फायदे और नुकसान के बारे में चर्चा करेंगे और पन्ना रत्न के विषय में महत्वपूर्ण बातें जानेंगे।
पन्ना रत्न के फायदे
पन्ना बुध ग्रह का रत्न है, बुध ग्रह ज्ञानी है, बहुत अच्छा वक्ता है, बुध व्यापार को कंट्रोल करता है, बुध शिक्षा प्रदान करता है, बुध धन का कारक है, बुध राजकुमारों वाला जीवन प्रदान करने वाला ग्रह है।
इसलिए किसी भी व्यक्ति के जीवन में बुध एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
अब आप समझ सकते है की, अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध कमजोर है, पीड़ित है, अस्त है , तो वह व्यक्ति अपने जीवन में इन सभी प्रभावों से या तो वंचित रहेगा या फिर पूरी तरह से प्राप्त नहीं कर पायेगा।
जब किसी व्यक्ति की जन्म पत्रिका में बुध ऐसी स्तिथि में होता है, तो विशेषज्ञ उस जातक को पन्ना धारण करने की सलाह देता है, और जब वह व्यक्ति पन्ना धारण करता है, तो उसे बुध ग्रह के यह सभी लाभ प्राप्त होते है। व्यक्ति जीवन में तरक्की करते हुए आगे बढ़ता है।
अगर आप राजनीती से जुड़े है, बोलने और भाषण देने में कमजोर है, तो निश्चित ही बुध का रत्न पन्ना आपके लिए काफी लाभदायक हो सकता है, पन्ना धारण से आप एक अच्छे वक्ता हो सकते है, क्योंकि बुध आपकी वाणी और ज्ञान का कारक है।
अगर आप अपने व्यापार में आर्थिक परेशानियां झेल रहे है, व्यापार चल नहीं रहा है, धन लाभ नहीं हो रहा है, तो निश्चित ही बुध का रत्न पन्ना आपके लिए काफी लाभकारी सकता है, क्योंकि किसी भी व्यक्ति के जीवन में, व्यापार को बुध ही कंट्रोल करता है।
बुध व्यापार का कारक ग्रह है।
अगर आप चार्टेड अकॉउंटेंट है, लेखा विभाग से है, इन्सुरेंस और पॉलिसीस के कार्यों से सम्बन्ध रखते है, बैंक और लोन डिपार्टमेंट से सम्बन्ध रखते है, अध्यापक है प्रोफेसर है, प्रेस या प्रकाशन से सम्बंधित है, तो निश्चित तौर पर बुध का रत्न पन्ना आपके लिए ही है।
बुध शिक्षा का भी कारक ग्रह है, इसलिए जो विद्यार्थी शिक्षा में कमजोर है, उन्हें अच्छी डिग्री प्राप्त करनी है, तो ऐसे में शिक्षा का रत्न पन्ना उन्हें शिक्षा में अच्छा सहयोग प्रदान कर सकता है, पन्ना धारण करने से विद्यार्थियों की बुद्धि का विकास होता है, जिससे उन्हें शिक्षा में सफलता प्राप्त होती है,
अगर बुध ग्रह को शिक्षा में और गहराई से देखा जाये तो, बुध ग्रह गणित विषय को कण्ट्रोल करता है।
अगर आपको जीवन में आर्थिक परेशानियों ने घेर रखा है, तो पन्ना रत्न आपको आर्थिक परेशानियों से बाहर निकलेगा और सफलता और धन लाभ देगा।
पन्ना रत्न कितने दिन में असर दिखाता है
सबसे पहले तो जब भी आप बुध का रत्न पन्ना धारण करते है, तो उसे पुरे विधि विधान से ही धारण करे, अन्यथा वह मात्र एक पत्थर का टुकड़ा ही रहेगा और किसी भी तरह के लाभ देने में अशक्षम रहेगा,
इसलिए, पन्ना रत्न को धारण करने से पूर्व उसे पूजा और बुध मंत्रो द्वारा सिद्ध और जाग्रत करना अत्यंत आवश्यक रहता है।
जब भी आप पन्ना धारण करते है, तो आप यह मान कर चले की पन्ना अपना संपर्क बुध ग्रह से स्थापित करने में कम से कम २ से ३ महीने का वक्त लेगा, एक बार पन्ना जब बुध से संपर्क बना लेगा तो वह आपको बुध का प्रभाव देना शुरू कर देगा, इसलिए धारण करने बाद थोड़ा संयम रखे।
जब भी पन्ना धारण करें, तो वह ३ कैरट या उससे ऊपर का ही धारण करे।
बुध का रत्न पन्ना हमेशा किसी भी विश्वसनीय स्थान से ही खरीदें , बाजार में नकली पन्ने भरे पड़े है।
आप जिस दिन बुध का रत्न पन्ना धारण करते है, तो वह धारण किये गए दिन से ३ वर्ष तक प्रभावशाली रहता है, उसके बाद अगर पन्ना को कोई नुकसान नहीं हुआ है, तो आप दोबारा उसकी पूजा, मन्त्र जप द्वारा सिद्ध करके धारण कर ले, और अगर पन्ना रत्न ख़राब गया है, घिसपीट गया है, तो नया पन्ना धारण करे।
असली पन्ना की कीमत
पन्ना नवरत्नों में से एक रत्न है, इसलिए स्वाभाविक सी बात है पन्ना रत्न तो कीमती होगा ही।
पन्ना रत्न अपनी खूबसूरती, रंग, साफ सफाई, बेदाग, और वजन अनुसार अपनी कीमत रखता है।
अगर किसी पन्ना में यह सब खूबियां है, तो निश्चित ही वह एक कीमती पन्ना होगा, जो बड़े कारोबार करते है, बड़ी बड़ी पोस्ट पर बैठे है, उनके लिए को कीमत कोई इतना विशेष महत्त्व नहीं रखती है, ऐसे व्यक्तियों को हमेशा कीमती से कीमती पन्ना रत्न धारण किया हुआ देखा जा है।
पन्ना रत्न बाजार में ५०० रूपए प्रति कैरट से उपलब्ध है, और उसके बाद यह कीमत उस पन्ना की क्वालिटी के हिसाब से १ लाख रूपए प्रति कैरट तक भी जा सकती है।
लेकिन, आम वर्ग को इस बात को देखते हुए पन्ना खरीदना चाहिए की पन्ना बहुत अधिक कीमती भी न हो और उसे बुध की पूर्ण ऊर्जा भी प्राप्त हो जाये, इसलिए साधारण तौर से १००० से १५०० तक का पन्ना रत्न श्रेष्ठ होता है।
अगर आप जानकारी रखते है, तो ७००-८०० रूपए प्रति कैरट तक भी अच्छा पन्ना प्राप्त कर सकते है, यह जुगाड़ आपकी क्षमता के ऊपर है।
पन्ना रत्न किस राशि के लिए लाभकारी है
अगर राशि के अनुसार देखा जाये तो जो ग्रह बुध से मित्रता रखते है, उन ग्रहों की राशियों वाले व्यक्ति पन्ना धारण कर सकते है,
जैसे , बुध की अपनी राशियाँ, मिथुन और कन्या वाले जातकों के लिए पन्ना धारण करना लाभकारी रहता है।
शुक्र की राशि तुला राशि के जातकों के लिए भी पन्ना रत्न लाभकारी रहता है।
शनि की राशि मकर और कुम्भ राशि के जातक भी पन्ना धारण कर विशेष लाभ प्राप्त कर सकते है।
इसके आलावा सूर्य की राशि सिंह , ब्रहस्पति ग्रह की राशियां धनु और मीन राशि के जातकों को पन्ना अपनी जन्म पत्रिका में बुध की स्तिथि को देखते हुए ही धारण करना उचित रहेगा।
चंद्र की राशि कर्क, मंगल की राशि वृश्चिक और मेष राशि के जातकों को पन्ना नहीं धारण करना चाहिए, क्योंकि चंद्र और मंगल बुध ग्रह से शत्रुता रखते है, इसलिए कर्क, वृश्चिक और मेष राशि के जातक पन्ना ना धारण करे।
पन्ना रत्न किस दिन पहनना चाहिए
पन्ना बुध का रत्न है, बुध ग्रह का वार बुधवार है, बुध ग्रह बुधवार के दिन अपने विशेष और शक्तिशाली प्रभावों में रहता है।
इसलिए बुध ग्रह से सम्बंधित सभी कार्यो को बुधवार को करने से लाभ मिलते है, सफलता मिलती है,
बुध से सम्बंधित दान पुण्य भी बुधवार को ही करने चाहिए, और बुध का रत्न भी केवल बुधवार को सूर्योदय के बाद शुभ मुहूर्त में, पूजा पाठ, बुध मंत्रों के जाप करने के बाद ही धारण करना चाहिए।
पन्ना रत्न के प्रकार
पन्ना हरे रंग का रत्न होता है। इसके आलावा पन्ना हल्का हरा, हल्का पीला, नीला रंगो में भी प्राप्त होता है।
हरे रंग के पन्ने की ही महत्तवता रहती है, क्योंकि हरे रंग का पन्ना ही बुध ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है।
पन्ना रत्न पारदर्शी और अपारदर्शी , दोनों रूपों में प्राप्त होता है।
इसकी कठोरता ७ से ७.५ तक होती है। पन्ना बेरियल समूह के रत्नों की एक प्रजाति है।
पन्ना रत्न की एक खासियत यह होती है की, पन्ना रत्न कभी भी कांच की तरह साफ और पारदर्शी नहीं होता है, पन्ने में हमेशा जाल रहता है, कुदरती तौर पर इसकी संरचना इसी प्रकार की रहती है।
पन्ना एक नाजुक और खूबसूरत रत्न है, इसे बड़ी ही सावधानी से तराशा जाता है।
आज भी ऊँचे, कीमती पन्ने, पुरानी तकनीक से ही तराशे जाते है, क्योंकि पन्ना तराशने की पुरानी तकनीक बड़ी सुरक्षित होती थी।
पन्ना रत्न के प्राप्ति स्थान कोलंबिया, भारत, ऑस्ट्रिया, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान, नार्वे, अमरीका, और जिम्बाब्वे है।
बाजार में पन्ने रत्न के ३ प्रकारों के नाम से जाना जाता है, जैसे- कोलम्बियन पन्ना, ब्राजीलियन पन्ना और सप्पोटा पन्ना।
इनमें कोलम्बियन पन्ना सबसे उत्तम दर्जे का पन्ना होता है, ऊँचे और कीमती पन्ने इसी जाति में प्राप्त होते है।
ब्राजीलियन पन्ना कुछ नीलापन लिए रहता है, और सप्पोटा पन्ना रंग से तो बहुत खूबसूरत होता है, लेकिन पारदर्शी नहीं होता है।
अभी ताकि प्रसिद्ध और कीमती पन्ने कोलम्बियन माइंस के ही प्राप्त हुए है।