करियर में सफलता के लिए कौन सा रत्न आपके लिए लाभदायक है

करियर में सफलता के लिए कौन सा रत्न आपके लिए लाभदायक है और किस क्षेत्र के व्यक्ति के लिए कौन सा रत्न लाभदायक है।

करियर में सफलता के लिए कौन सा रत्न आपके लिए लाभदायक है

माणिक्य

माणिक्य – जन्मपत्रिका में सूर्य को बलशाली और लाभकारी प्रभावों को बढ़ाने के लिए माणिक्य धारण करना चाहिए। माणिक्य तांबे, सोने, या अष्टधातु की अंगूठी में बनवाना चाहिए, माणिक्य को सोमवार के दिन अनामिका अंगुली में पुष्य नक्षत्र योग में धारण करना चाहिए।

सरकारी, प्रशासनिक और राजनितिक लाभों को प्राप्त करने के लिए माणिक्य धारण करना चाहिए।

सरकारी कर्मचारी, उच्च अधिकारी, न्यायाधीश, राजनेता, औषधि विक्रेता, नेत्र, गला, मस्तिक, हृदय और रक्तः से संबंधित डॉक्टर, सरकारी कार्यों के ठेकेदार, जौहरी आदि व्यक्तियों के लिए माणिक्य बहुत लाभकारी रहता है।

सूर्य का रत्न माणिक्य धारण करने से चहरे पर तेज आता है। सामाजिक रुतबा बढ़ता है।

मोती

मोती – जब चंद्र गृह से सम्बंधित लाभ प्राप्त करने हो, जन्म पत्रिका में चंद्र को बल प्रदान करना हो, तब चंद्र के गृह मोती धारण का विशेष महत्त्व है।

मोती धारण करने से विचारों में सकारात्मकता आती है, मन का डर और बैचनी ख़त्म होती है, मन में उत्पन्न होने वाले भय ख़त्म होते है, और जीवन में खुशहाली आती है। शारीरिक कमजोरी दूर होती है।

मनोचिकित्सक, डॉक्टर विशेषकर – फेफड़े, छाती और स्त्री रोग विशेषज्ञ, दुकानदार, टूरिस्ट व्यवसाय, एयर होस्टेस, दूध व्यवसाय आदि से जुड़े व्यक्तियों के लिए मोती बहुत लाभदायक रहता है।

मोती रत्न की अंगुठी को चांदी में जड़वाकर, सोमवार संध्या शाम को धारण करना चाहिए। अगर शुक्ल-पक्ष सोमवार को रोहिणी नक्षत्र में धारण किया जाये, तो अति उत्तम प्राप्त होते है।

लाल मूंगा

लाल मूंगा – जन्मपत्रिका में कमजोर मंगल तो बल देने के लिए मूंगा धारण करना चाहिए,
मूंगा धारण करने से व्यक्ति में साहस बढ़ता है, व्यक्ति आत्मविश्वास से भर जाता है, मन का डर पूरी तरह से ख़त्म हो जाता है,

पुलिस विभाग, थल सेना, वायु सेना, ज़मीन व्यावसाय करने वाले, सर्जन डॉक्टर, कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर, मेडिकल क्षेत्रों से सम्बंधित, होटल व्यवसाय, हथियार व्यवसाय, अस्थि रोग विशेषज्ञ, विद्युत विभाग, फायर सर्विसेज, रसायन विभाग वन विभाग वकील मांस व्यवसाय मिनरल और मेटल्स आदि से सम्बंधित लोगों को लाल मूंगा रत्न बहुत लाभदायक रहता है।

लाल मूंगा शारीरिक रक्तः के रोगों में, पीलिया बीमारी में, धारण करने से लाभ मिलता है।

लाल मूंगे की अंगूठी को तांबे, सोने या अष्टधातु की अंगुठी में जड़वाकर मंगलवार के दिन, सूर्योदय के बाद धारण करना चाहिए

पन्ना

पन्ना – बुध ग्रह का रत्न पन्ना, बुध ग्रह बुद्धि, शिक्षा और व्यवसाय का कारक होता है। पन्ना धारण करने से बुद्धि का विकास होता है, शिक्षा में सफलता मिलती है और व्यवसाय में आर्थिक उनत्ति मिलती है।

नौकरी प्राप्त करने और नया व्यवसाय प्रारंभ करने के लिए बुध का रत्न पन्ना बहुत लाभ देता है।

अध्यापक, ब्रोकर, एडीटर, पब्लिशर, रचयिता, साहित्यकार, पुस्तक इत्यादि छापनेवाला, छापने का व्यवसायी, सभापति, भाषण देनेवाला, बोलनेवाला, गणितज्ञ, बीमा एजेंट, बैंक कर्मचारी, नगर निगम कर्मचारी, दुकानदार, कूरियर कंपनी, जादूगर, श्वास और त्वचा रोग विशेषज्ञ, शिक्षक, इत्यादि कामों से संबंध रखने वाले व्यक्तियों को पन्ना धारण करने से सफलता प्राप्त होती है।

पन्ना स्वच्छ, साफ ,धब्बों रहित, चमक वाला होना चाहिए, पन्ना चांदी या सोने की अंगुठी में बुधवार सूर्योदय के बाद, कनिष्ठ ऊँगली में धारण करना चाहिए।

पुखराज

पुखराज – बृहस्पति का रत्न पीला पुखराज, नवरत्नों में विशेष प्रभावकारी और शुभता प्रदान करने वाला रत्न है। जन्म पत्रिका में बृहस्पति को शक्तिशाली बनाने के लिए पीला पुखराज धारण किया जाता है।

पीला पुखराज धारण करने से प्रसिद्धि प्राप्त होती है, राजनीती में सफलता मिलने लगती है, ज्ञान बढ़ता है, उच्चशिक्षा की प्राप्ति होती है, व्यवसाय में तरक्की मिलती है, नौकरी में उच्च पद की प्राप्ति होती है और सामाजिक सफलता प्राप्त होती है।

सभापति, भाषण देनेवाला, न्यायधीश, उपासक, आराधक, अर्चक, पुजारी, विद्वान, पण्डित, छात्रवृत्तिधारी, विद्यार्थी, ज्योतिषी, भविष्यवक्ता, दैवज्ञ, तत्त्वज्ञान-संबंधी, मिनिस्टर, शिक्षा, चैरिटी, उदर रोग विशेषज्ञ आदि कार्यों से जुड़े हुए व्यक्तियों को पीला पुखराज विशेष रूप से लाभ देने वाला होता है।

बृहस्पति के रत्न पीले पुखराज को तर्जनी ऊँगली में, बृहस्पति वार को सूर्योदय के बाद धारण करना चाहिए, पीले पुखराज को सोने या अष्टधातु की अंगुठी में धारण करना चाहिए।

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