दोस्तों, हम बात करेँगे की मूंगा रत्न किसे पहनना चाहिए, मेष और वृश्चिक राशि वालों के लिए कौन सा रत्न लाभकारी है, जिसको धारण करने से मेष और वृश्चिक राशि के व्यक्ति के जीवन में उनत्ति, तरक्की, आर्थिक उनत्ति, धन, और सुखों की प्राप्ति कर सकते है।
मूंगा रत्न किसे पहनना चाहिए
मेष और वृश्चिक राशि के व्यक्तियों के स्वामी ग्रह मंगल देवता है, और मेष और वृश्चिक राशि के जातकों का शुभ रत्न लाल मूंगा होता है, इन जातकों को लाल मूंगा बहुत लाभ देने वाला होता है, मेष और वृश्चिक राशि के जातकों के लिए लाल मूंगा lucky stone होता है।
मूंगा लाल, सिंदूरी, सफ़ेद आदि रंगो में प्राप्त होता है, लेकिन, इन जातकों को केवल लाल मूंगा ही धारण करना चाहिए, क्योंकि केवल लाल मूंगा ही मंगल ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है,
मेष/वृश्चिक जातकों को लाल मूंगा अनामिका उंगली में धारण करना चाहिए, या फिर गले में लॉकेट धारण करना चाहिए,
लाल मूंगे की अंगूठी या लॉकेट को सोने, तांबे, अष्टधातु की अंगूठी में धारण करना चाहिए।
मंगलवार के दिन, सूर्योदय के बाद, शुभ मुहूर्त में लाल मूंगे की अंगूठी को धारण करना चाहिए।
लाल मूंगा रत्न
मूंगा एक जैविक रत्न है, यह समुंद्र के नीचे पाया जाने वाला रत्न है, इस रत्न को गोताखोरों द्वारा निकाला जाता है, निकालने के बाद इसको तराशकर बहुत सुन्दर रूप में रत्न का आकर दिया जाता है,
केवल लाल मूंगा रत्न में ही मंगल ग्रह की असीम ऊर्जाओं को संचालित करने की क्षमता होती है।
मेष/वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बहुत चमत्कारी है मंगल का रत्न लाल मूंगा, मंगल का रंग लाल है, नवरत्नों में मंगल को सेनापति का दर्जा मिला हुआ है,
मंगल एक बलशाली और समस्त दुश्मनों का सर्वनाश करने वाला ग्रह है, मंगल में असीम ऊर्जा भरी हुई है,
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इसीलिए जब कोई मेष/वृश्चिक जातक इस रत्न को धारण करता है, तो उसे अपने अंदर ऊर्जा का संचालन महसूस होता है, शक्ति का अहसास होता है, मनोबल बढ़ जाता है, आलस्य ख़त्म हो जाता है, दुश्मन को परास्त करने की क्षमता उत्पन्न हो जाती है।
मेष/वृश्चिक राशि के जातकों के लिए लाल मूंगा स्वास्थय वृद्धि, बल, बुद्धि, धन, यश, मान सम्मान का कारक होता है।
मूंगा रत्न के फायदे–मूंगा रत्न किसे पहनना चाहिए
मेष/वृश्चिक जातकों को लाल मूंगा धारण करने से मंगल ग्रह को बल प्राप्त होता है, साहस और आत्मविश्वास की वृद्धि होती है।मनोबल को बढ़ाता है, शरीर में ऊर्जा का संचालन करता है, आलस्य ख़त्म करता है।
अगर कर्ज आदि की परेशनियों से परेशान है , तो कर्ज की समस्या को ख़त्म करने में सहायक होता है।
अगर कोई शत्रु मेष जातकों पर हावी रहता है, तो लाल मूंगा धारण करने से शत्रुओं का नाश होता है, उनपर विजय की प्राप्ति होती है।
अगर किसी प्रकार का मुकदमा, थाना, कचहरी समस्याएं चल रही है, तो लाल मूंगा धारण करने से इन सब पर विजय प्राप्त होती है।
मेष/वृश्चिक जातक जमीन, प्रॉपर्टी का काम करता है, तो लाल मूंगा धारण करने से जमीन, प्रॉपर्टी के व्यवसाय में बहुत सफलता मिलती है।
लाल मूंगा धारण करने से व्यवसाय में उनत्ति होती है, आर्थिक स्थिति मजबूत होती है, धन आगमन के रास्ते खुलते है, कारोबार में बरकत होने लगती है।
जो मेष/वृश्चिक जातक मेडिकल क्षेत्र, पुलिस, आर्मी, डॉक्टर,सर्जन, हार्डवेयर व इंजीनियर जैसे क्षेत्रो से जुड़े हुए है, उन मेष जातकों को लाल मूंगा धारण करने से अत्यंत लाभ होता है।
जो मेष/वृश्चिक विद्यार्थी मेडिकल की पढाई कर रहे है, उन विद्यार्थियों को लाल मूंगा धारण करने से मेडिकल शिक्षा में सफलता मिलती है।
अगर कोई मेष/वृश्चिक जातक मानसिक रूप से बहुत कमजोर हो रहा हो, तो लाल मूंगा धारण करने से उसका मानसिक स्वास्थय अच्छा होता है।
अगर किसी को रक्तः की बीमारी है तो लाल मूंगा धारण करने से रक्तः की बीमारियां ख़त्म होती है।
अगर कोई मेष/वृश्चिक राशि का जातक जादू टोना, भूत प्रेत, बाहरी हवा, नजर दोष जैसी समस्याओं से जकड़ा हुआ है, तो मंगल का रत्न लाल मूंगा धारण करने से इन प्रभावों का तुरंत नाश होता है।
बच्चों को नजर बहुत जल्दी लगती है, अगर छोटा 4 कैरट का लाल मूंगे का लॉकेट बच्चे के गले में डाल दिया जाये, तो नजर लगने की परेशानी ख़त्म होती है।
लाल मूंगा पहनने के फायदे
ऐसा जरुरी नहीं है, की लाल मूंगे की सिर्फ अंगूठी ही धारण की जा सकती है, मंगल के लाभ प्राप्त करने के लिए लाल मूंगे का लॉकेट, माला, ब्रेसलेट भी धारण करने से मंगल के सभी लाभों की प्राप्ति होगी।
लाल मूंगे की माला धारण करना भी भी बहुत लाभकारी होता है, इसके आलावा माता लक्ष्मी की साधना और बगलामुखी की साधना भी बहुत जल्दी सिद्ध होती है।
लाल मूंगे की अंगूठी को हमेशा सोने, तांबे या अष्टधातु की ही अंगूठी में धारण करना चाहिए।
लाल मूंगे की अंगूठी, लॉकेट, माला या ब्रासलेट को मंगलवार सूर्योदय के बाद शुभ मुहूर्त देखते हुए ही धारण करना चाहिए।
लाल मूंगा की अंगूठी धारण करने से पहले गंगाजल से स्नान कर ले, पूजा करे, मन्त्र जप द्वारा प्राण प्रतिष्ठित करने के बाद ही धारण करे।
लाल मूंगे की अंगूठी को मंगल मन्त्र “ॐ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम:” या सामान्य “ॐ अं अंगारकाय नम:” द्वारा प्राण प्रतिष्ठित करें।
लाल मूंगा ६ कैरट या उससे अधिक का ही धारण करें, २० साल से कम उम्र के लोग ६ कैरट से कम का मूंगा धारण कर सकते है।
हमेशा इटालियन लाल मूंगा की ले, इटली का लाल मूंगा बढ़िया और सर्वश्रेष्ठ होता है।
मूंगा हमेशा किसी विश्वसनीय संस्थान से ही ख़रीदे, मूंगा असली, दोषरहित, बिना टुटा फूटा, गड्ढे रहित होना चाहिए।
जब भी मूंगा ख़रीदे तो मूंगे की एक साधारण सी पहचान कर ले, जब लाल मूंगे पर किसी सुईं की नोक से पानी की बूंद लगाई जाये तो असली मूंगे पर वह फैलेगी नहीं, और अगर मूंगा नकली होगा तो पानी की बूंद फ़ैल जाएगी।
लाल मूंगा धारण करने के बाद ३ वर्ष ३ दिन तक प्रभावशाली रहता है, उसके बाद अगर मूंगा सही है तो पुःन प्राणप्रतिष्ठित कर धारण करें और अगर मूंगा घिस गया है या ख़राब हो गया है, तो नया मूंगा ले कर धारण करें।
अच्छा लाल मूंगा ४०० रूपए प्रति कैरट से ८०० रूपए प्रति कैरट तक प्राप्त हो जाता है।