कर्क राशि वालों को कौन सा रत्न पहनना चाहिए

अपने जीवन की उनत्ति, तरक्की, आर्थिक मजबूती, शिक्षा, धन, भाग्योदय, वैवाहिक सुख के लिए कर्क राशि वालों को कौन सा रत्न पहनना चाहिए

कर्क राशि

  • कर्क राशि राशिचक्र में चौथे पायदान पर आती है,
  • कर्क राशि का स्वामी ग्रह “चंद्र”होता है।
  • कर्क राशि का प्रतीक केकड़ा होता है,
  • कर्क राशि का शुभ रंग सफ़ेद और हल्का पीला होता है,
  • कर्क राशि का दिन सोमवार होता है,
  • कर्क राशि का शुभ अंक २ और ७ होता है,
  • कर्क राशि का शुभ रत्न “मोती” होता है।

कर्क राशि के जातक और मोती

कर्क राशि के जातकों का स्वामी “चंद्र” ग्रह होता है, कर्क जातकों पर “चंद्र” का पूरा प्रभाव रहता है। चंद्र अपने अच्छे बुरे प्रभावों के अनुसार ही कर्क जातकों के जीवन में प्रभावशाली रहता है।

मोती “चंद्र” का प्रतिनिधित्व रत्न होने की वजय से, कर्क जातकों का शुभ रत्न होता है। मोती कर्क जातकों को शीलतलता प्रदान करता है, इसलिए कर्क राशि के जातकों को मोती आवश्य धारण करना चाहिए।

मोती धारण करने से कर्क जातक मानसिक रूप से मजबूत होते है, अपने लक्ष्यों को लेकर मजबूती से बढ़ते है, कारोबार में वृद्धि होती है, धन आगमन होता है, स्वास्थय लाभ होता है।
कर्क जातकों को मोती जीवन में उनत्ति, सुख शांति, आर्थिक उनत्ति देता है।

कर्क राशि के जातकों को चांदी की अंगूठी या लॉकेट में मोती धारण करना चाहिए, विधि विधान से पूजा और चंद्र मन्त्र करने के बाद ही मोती धारण करें।

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कैसा व्यक्तित्व होता है कर्क राशि जातकों का

राशिचक्र के चौथे पायदान की राशि “कर्क” का चिन्ह केकड़ा होता है, केकड़े के ही भांति कर्क जातक भी बाहर से दिखने में सख्त और अंदर से एकदम नरम और भावुक होते है।
कर्क जातक शारीरिक रूप से सामान्य कद के होते है, उनका स्वाभाव चंचल होता है, और बहुत संवेदनशील होते है। कर्क राशि का स्वामी चंद्र मन का कारक होता है, इसलिए कर्क राशि के जातक दूसरों के मन की बात समझने में ज्यादा वक्तः नहीं लगाते।

कर्क राशि के जातकों को अपने घर और परिवार से बहुत लगाव रहता है, वह सदा अपने घर और परिवार आस पास ही रहना पसंद करते है। बहुत मिलनसार स्वाभाव के होते है, सभी से घुलमिल का रहना पसंद करते है, यही वजय है की कर्क जातकों के बहुत मित्र होते है।
कर्क जातक अपने मिलनेवालों और मित्रों को बहुत सम्मान देते है, इसीलिए यह लोग सामाजिक रूप से भी काफी पसंद किये जाते है।

कर्क राशि के जातक धर्म कर्म के कामों से भी जुड़कर रहना पसंद करते है, सामाजिक कार्यो के लिए दान पुण्य करना, लोगों की मदद करना इन्हें अच्छा लगता है, इन्हें सुकून मिलता है।

चंद्र बुद्धि और मन का कारक है, इसलिए कर्क जातक बुद्धिमान होते है, और यही वजय है की यह लोग शिक्षा में भी अच्छे होते है।
गणित, अर्थ-शास्त्र, कानून, इंजीनियरिंग, अभिनय, नर्सिंग, ज्योतिष, दर्शन-शास्त्र आदि विषयों में इन्हें अच्छी तरक्की करते हुए देखा गया है।
कर्क जातक ऐसा कोई कार्य या व्यवसाय नहीं कर पाते जिसमे शारीरिक श्रम होता है, अक्सर ये ऐसे ही कार्यो और नौकरियों से जुड़ते है, जिसमे बुद्धि का इस्तेमाल होता है और इन्हें ऐसे ही क्षेत्रो में अच्छी तरक्की करते हुए देखा गया है और इन्हें अच्छी सफलता मिलती है।

अगर इनके शौकों में देखा जाये तो इन्हें तैराकी, जल में रहना, घूमना, घुड़सवारी का शौक होता है।

कर्क राशि के जातक अपनी इच्छा के बहुत मजबूत होते है, एक बार जिस कार्य को करने सोच ले या हाथ में ले ले फिर उसे यह पूरा किये बगैर नहीं छोड़ते। अगर उसमें को व्यवधान आये तो बहुत गुस्से में आ जाते है।
किसी छोटे बच्चे की तरह कर्क जातकों की बहुत सारी इच्छाएं होती है, अगर उनकी इच्छाएं पूरी ना हो तो बहुत परेशान हो उठते है।

कर्क राशि के जातक बहुत भावुक होने की वजय से इनके प्रेम सम्बन्ध बहुत गंभीर होते है, प्रेम संबंधो को लेकर यह लोग बहुत भावुक और गंभीर रहते है, इन्हे प्रेम संबंधो में किसी भी तरह की बेवफाई पसंद नहीं होती और ना ही यह लोग अपनी तरफ से कभी ऐसा करते है।
इसी वजय से यह लोग कभी कभी प्रेम संबंधो में बहुत कष्टों सामना भी करते है।

कर्क जातकों का वैवाहिक जीवन सुखी रहता है, क्योंकि ज्यादातर कर्क जातक अपनी पत्नी के अधीन ही रहते है।

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मोती

मोती चंद्र ग्रह का रत्न है, मोती समुंद्र से प्राप्त होता है, मोती का जन्म सीप अंदर होता। है
मोती सफ़ेद, गुलाबी, हल्का पीला, काला, नीलापन लिए हुए रंगो में प्राप्त होता है, वैसे ज्योतिष में चंद्र के अनुसार सफ़ेद मोती धारण करना सबसे उत्तम माना गया है,
चंद्र ग्रह से सभी लाभों को प्राप्त करने के लिए सफ़ेद मोती ही सबसे श्रेष्ठ होता है।

अरब की खाड़ी, और बसरे का मोती सबसे उत्तम श्रेणी का और कीमती होता है, ज्यादातर बाजार में हैदराबादी मोती ही प्राप्त होते है, और यही बिकते है,
अरब की खाड़ी, और बसरे का मोती का मिलना मुश्किल होता है, और अगर मिलते भी है तो यह बहुत कीमती होते है, इन्हें खरीद कर पहनना हर किसी के बस की बात नहीं होती।

ज्योतिष अनुसार धारण करने के लिए और चंद्र के लाभ प्राप्त करने के लिए एक अच्छा मोती 150 Rs प्रति कैरट से 400 Rs प्रति कैरट में प्राप्त हो जाता है।

मोती धारण करने से व्यक्ति के ऊपर माता लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहती है, व्यक्ति कारोबार में अच्छी तरक्की करता है, और मोती धारण से नौकरी में उच्च पद मिलने की सम्भावना भी बनी रहती है।

अगर कोई व्यक्ति व्यापारिक और आर्थिक रूप से परेशान है, तो उस व्यक्ति को मोती धारण करने से इनसे छुटकारा मिलेगा और व्यापार में लाभ होने लगेगा।

व्यक्ति मानसिक मजबूती प्राप्त करते हुए अपने जीवन में कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी आगे बढ़ता रहता है, और सफलता प्राप्त करता है करता है।

अगर मोती के रत्न की विद्यार्थी धारण करते है, तो उनको पढ़ाई में एकाग्रता मिलती है, पढ़ाई में मन लगता है, उच्च शिक्षा हासिल करने में सहयोग मिलता है, और विदेश योग भी बनते है।

मोती स्वास्थय की कमियों को भी दूर करने में सहायक होता है, विशेषकर मानसिक बीमारिया, कफ, सर्दी की बीमारियों में काफी लाभ देता है।
अगर किसी व्यक्ति की गुस्से से मति भ्रष्ट रहती है, तो ऐसे में मोती धारण करने से उसे शांति मिलती है।

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मोती धारण करने का तरीका

मोती सदैव चांदी की अंगूठी या लॉकेट में ही धारण करना चाहिए, चांदी ठण्डी धातु होती है इसलिए मोती इसमें ज्यादा लाभ देता है।

मोती की अंगूठी को सोमवार की शाम, शुभ मुहूर्त में धारण करना चाहिए।

मोती की अंगूठी को हमेशा कनिष्ठा ऊँगली में ही धारण करना चाहिए।

मोती की अंगूठी को गंगाजल से शुद्ध करने के बाद, पूजा स्थल पर रखें, अपने इष्ट देव, सभी देवी देवताओं और चंद्र देव की पूजा करने के बाद चंद्र मंत्रो “ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:” का 108 बार जाप करने के बाद ही धारण करे।

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