कन्या राशि वाले को कौन सा रत्न पहनना चाहिए?कन्या राशि के व्यक्तियों के लिए वो कौन सा रत्न है, जो उनके जीवन में उनत्ति,धन,और स्वास्थय लाभ देगा
कन्या राशि
कन्या राशि राशिचक्र की छठी राशि है,
कन्या राशि की आकृति एक कन्या के हाथ में दीप जैसी है।
कन्या राशि का स्वामी ग्रह बुध है।
कन्या राशि पश्चिम दिशा की स्वामिनी है।
जहां भी हरियाली रहती है, कन्या राशि वही निवास करती है।
कन्या राशि नपुंसक राशि है।
कन्या राशि व्यक्ति के रक्तः और चमड़ी का प्रतिनिधित्व करती है।
कन्या राशि का शुभ रंग हरा, सलेटी और काला है।
कन्या राशि का शुभ अंक 5 है।
कन्या राशि की शुभ तारीखे 1,3, 5, 8, 10, 16, 24, 25, 26, 30 है
कन्या राशि के शुभ दिन बुधवार, रविवार, और शनिवार है।
कन्या राशि के शुभ माह जनवरी, मार्च, मई, जुलाई, अगस्त, अक्टूबर, और दिसम्बर है।
कन्या राशि के शुभ वर्ष है 25, 30, 34, 42, 51, 60 है।
बुध ग्रह
नवग्रहों में बुध ग्रह को राजकुमार बोला जाता है। बुध चंद्र पुत्र है। नवग्रहों में बुध आकार में सबसे छोटा है। बुध ग्रह का रंग हरा है और बुध ग्रह को नपुंसक ग्रह माना जाता है।
बुध एक सुन्दर और प्रसन्न मुद्रा में रहने वाला ग्रह है। बुध ग्रह की अपनी 2 राशियां है, मिथुन और कन्या।
बुध ग्रह का रत्न पन्ना होता है, पन्ना रत्न धारण करने वाला व्यक्ति बुध के सभी शुभ प्रभावों को प्राप्त करता है,
बुध के उपरत्नों में हरा ओनेक्स, और हरी तुरमलिन आते है।
बुध के मित्र ग्रह सूर्य, शुक्र, राहु, केतु है, शनि, गुरु, और मंगल सम ग्रह है, और बुध चंद्र के साथ शत्रुता रखता है।
बुध गृह मुख्य तौर पर बुद्धि, शिक्षा, वाणी और व्यावसाय का कारक ग्रह है। बुध प्रधान व्यक्ति ज्योतिष, शिल्प विज्ञानं, कानून, विद्वान, शिक्षक, प्रोफेसर, वकील, जज, सरकारी पद, रेलवे अधिकारी, बैंक अधिकारी, प्रकाशन, सांपादक, अकाउंटेंट, इंजीनियर, टीवी-फिल्म अभिनेता, मूर्तिकार, चार्टेड अकाउंटेंट, इन्शुरन्स एजेंट, लेखक, आदि होते है।
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बुध ग्रह द्वारा मतिभ्रम, नाड़ी रोग, गुप्त रोग, वात रोग, फेफड़े के रोगो, श्वास दमा के रोग, मुख और नासिका सम्बंधित रोगों, स्नायु, सरदर्द आदि रोगों से सम्बंधित विचार किया जाता है।
बुध ग्रह किसी भी व्यक्ति के जीवन में 35 वर्ष के बाद अपने प्रभावों में आता है।
बुध रत्न पन्ना
पन्ना बुध का एकमात्र रत्न है, बुध ग्रह की ही तरह पन्ना भी हरे रंग का रहता है, पन्ना नवरत्नों में से एक रत्न है।
पन्ना रत्न बुध की समस्त ऊर्जाओं का संचालन करता है, और धारणकर्ता तक बुध के सभी शुभ प्रभावों को पहुँचता है।
बुध एक कीमती रत्न है, अच्छा, स्वच्छ, साफसुथरा, दाग रहित, सुन्दर हरे रंग का, पारदर्शी पन्ना अपना काफी मूल्य रखता है।
पन्ना रत्न जितनी उत्तम क्वालिटी का होगा वह उतना ही प्रभावकारी होगा, बुध की रश्मियों का संचालन अधिक करेगा
पन्ना मिथुन और कन्या राशियों का भाग्यशाली रत्न है।
पन्ना धारण करने से शरीर बलिष्ट होता है, स्मरणशक्ति का विकास होता है, धन संपत्ति की वृद्धि करता है, आर्थिक और कारोबारी उनत्ति देता है, सुख शांति, संतान सुख, प्रदान करता है। वाणी दोष ख़त्म करता है, सामजिक सम्मान देता है, विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्रदान करता है, सरकारी नौकरी में सहायक होता है और आरोग्य स्वास्थय प्रदान करता है।
बुध का रत्न पन्ना बुधवार को धारण किया जाता है।
कन्या राशि के जातक
कन्या राशि के जातक शारीरिक रूप से बहुत कोमल होते है, इनका रंग गोरा और काला दोनों तरह का होता है। कन्या राशि एक नपुंसक राशि होने की वजय से कन्या राशि के जातकों में स्त्रियों के गुण पाए जाते है।
दिखने में ये बहुत मासूम और आकर्षक दिखते है, इनके इसी आकर्षण की वजय से सब इन्हें बहुत पसंद करते है, और अक्सर स्त्रियां भी इनसे सम्मोहित रहती है।
कन्या राशि के जातक पढ़ने के शौकीन होते है, बहुत चतुर और बुद्धिमान रहते है। काम काज करने में ये बहुत मेहनती रहते है, बुद्धिमान और पढ़े लिखे होने की वजय से किसी भी कार्य के प्रबंधन में इन्हें बहुत अच्छा लगता है। अपने जीवन की छोटी से छोटी बात का भी ध्यान रखते है।
मिलनसार व्यक्ति होते है और इन्हें दुसरो की मदद करने में हमेशा आगे रहते है। कन्या जातक स्वाभाव से बहुत शांत होते है, ये कभी भी अनावश्यक आवेश में नहीं आते, सदा शांत रहते है और बड़ी ही शांति से कोई भी निर्णय लेते है।
अनुशासन में रहना इन्हें बहुत अच्छा लगता है, और ये अपने आस पास भी अनुशासन वाला माहौल ही पसंद करते है, यही कारण है की अपने कार्य स्थल पर ये बहुत अनुशासन से काम करना पसंद करते है, और कार्य स्थल पर सबके पसंदीदा बन जाते है।
अपने दोस्तों और परिवार में ये किसी भी तरह का लड़ाई झगड़ा बिलकुल भी पसंद नहीं करते, ऐसा करने वालों को ये कुछ नहीं बोलते बस शांति से साइड हो जाते है।
कन्या राशि के जातकों का भाग्यशाली रत्न पन्ना
कन्या राशि का शुभ और भाग्यशाली रत्न पन्ना होता है।
पन्ना रत्न बुध ग्रह का संचालन करता है, बुध ग्रह बुद्धि, स्मरण शक्ति, वाणी, धन और विद्या का कारक है, इसलिए बुध का रत्न पन्ना धारण करने से इन सब की प्राप्ति होती है। मानसिक विकास और बुद्धि का कारक है पन्ना रत्न।
पन्ना धारण करने से कन्या राशि के जातकों के जीवन की सभी परेशनियां ख़त्म होती है।
अपने भाग्य को बदलने के लिए और जीवन में उनत्ती, तरक्की, धन, शिक्षा, भाग्य, संतान सुख आदि प्राप्त करने के लिए पन्ना रत्न धारण करना चाहिए।
कन्या राशि के जातकों को पन्ना धारण करने से जीवन में एक नई उमंग पैदा होती है, सामाजिक स्तर पर प्रतिष्ठा बढ़ती है। सुख, समृद्धि और सम्पन्त्ता प्राप्त होती है।
कारोबार और व्यापार का स्तर बढ़ने लगता है और धन लाभ भी धीरे धीरे बढ़ने लग जाता है। अगर नौकरी नहीं लग पा रही है, तो पन्ना रत्न धारण करने से कन्या जातकों को आवशय ही सफलता मिलती है।
पन्ना धारण करने से जातकों के कार्य करने की क्षमता में निखार आ जाता है, वह हर कार्य को बड़े ही सुनियोजित तरीके से करने लगते है।
पन्ना रत्न धारण करने के क्या क्या लाभ है।
कन्या राशि के जातक अगर पन्ना धारण करते है, तो उनके घर में माता लक्ष्मी का सदैव निवास रहता है, उन्हें कभी भी धन की परेशानी नहीं होती, बैंक बैलेंस सदा बना रहता है।
ऐसे कन्या जातक जो बैंकिंग, इन्शुरन्स, चार्टेड अकाउंटेंट, वकालत, अदालत, जज, शिक्षाकर्मी, प्रोफेसर, शेयर मार्केट, ट्रेडिंग का व्यापार आदि क्षेत्रों से जुड़े हुए है, उन्हें पन्ना आवश्य ही धारण करना चाहिए।
अगर इस रत्न को कोई कन्या राशि का विद्यार्थी धारण करता है, तो उसे विद्या प्राप्ति में बहुत सहयोग मिलता है,
अगर किसी विद्यार्थी का मन पढ़ाई में नहीं लग पाता है, तो पन्ना धारण करने से पढ़ाई में एकाग्रता आती है, और पढ़ाई में मन लगने लगता है।
जो विद्यार्थी कंप्यूटर, गणित और कॉमर्स विषयों से सम्बंधित शिक्षा ग्रहण कर रहे है, उन विद्यार्थियों के लिए पन्ना विशेष लाभकारी रहता है।
विद्या का रत्न पन्ना धारण करने से उच्च शिक्षा की प्राप्ति होती है, और विदेश में जाकर नौकरी करने के योग बनते है।
बुध बुद्धि, वाणी, स्मरणशक्ति ,और व्यापार का कारक है, इसलिए बुध का रत्न पन्ना धारण करने से व्यक्ति के भाषण देने की क्षमता बहुत अच्छी हो जाती है, किसी भी सभा में उसके बोलने की क्षमता में बहुत अच्छा निखार आ जाता है।
बुद्धि का विकास होता है, व्यापार और कारोबार में लाभ होने लगता है।
पन्ना धारण करने से कन्या जातक की पर्सनालिटी में एक अदभुत ही निखार देखने को मिलता है।
अगर कन्या जातक कारोबर को लेकर किसी भी तरह के आर्थिक संकटो से गुजर रहे है, कारोबार में बढ़ोतरी नहीं हो पा रही है, तो कन्या जातकों को पन्ना आवश्य ही धारण करना चाहिए, पन्ना धारण से इन्हें कारोबार और आर्थिक समस्याओ से छुटकारा मिलेगा।
अगर कन्या जातकों की जन्म पत्रिका में बुध ग्रह किसी तरह से पीड़ित है, या कमजोर है, तो कन्या जातकों को पन्ना धारण करना अनिवार्य है।
अगर कन्या जातक अपने वैवाहिक जीवन को लेकर परेशान है, पति पत्नी में मन मुटाव रहता है, या प्रेम संबंधो में प्यार की कमी महसूस हो रही है, तो निश्चित ही कन्या जातकों को पन्ना धारण करने से लाभ होगा और आपसी प्रेम बढ़ेगा।
पन्ना धारण करने के नियम
पन्ना रत्न या लॉकेट को चांदी, सोने या अष्टधातु की अंगूठी बनवाना चाहिए।
पन्ना हमेशा बुधवार के दिन धारण करना चाहिए, बुधवार को सूर्योदय के बाद शुभ मुहूर्त देख ले,
उसके बाद स्नान करके पूजा के स्थान में बैठ जाये, पन्ना रत्न की अंगूठी को गंगाजल से शुद्ध कर ले, शुद्ध करने के बाद चन्दन का तिलक, धूप, दीप, अगरबत्ती कर ले।
उसके बाद अपने इष्ट देव की पूजा अर्चना करें, उसके बाद बुध देव की पूजा करे, बुध मन्त्र “ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः” का 108 बार जाप करें और अपनी मन की इच्छाएं मांगते हुए धारण कर ले।