प्रणाम दोस्तों, “जन्म कुंडली में ध्यान रखने योग्य जरुरी बातें” की इस पोस्ट में “ज्योतिष परामर्श केंद्र” की ओर से आपका स्वागत है, दोस्तों जन्म कुंडली बनवा लेना तो बहुत आसान कार्य है, लेकिन इसमें आपकी समझदारी बहुत मायने रखती है
क्योंकि आप स्वयं अपनी या अपने परिवार की जन्म कुंडली बनवा रहे है, इसलिए यह अति आवश्यक हो जाता है की आपकी जन्म कुंडली का सटीकता के साथ फलादेश होना चाहिए, रत्न परामर्श भी बड़ी सटीकता से होना चाहिए, कोई भी कुछ भी रत्न धारण से आपके जीवन को बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है।
जन्म कुंडली में ध्यान रखने योग्य बातें
आज हम बात करने जा रहे है जन्म कुंडली के विषय में, जन्म कुंडली और ज्योतिषशास्त्र कोई साधारण ज्ञान नहीं है, यह बहुत जटिल विज्ञानं है, यह एक बहुत बड़ा गणित है, जिसे हमारे ऋषि मुनियों ने खोजा है, और बड़ी बड़ी भविष्यवाणियां की है, और सटीकता ऐसी की सुनाने वाले दांतो तले अपनी उंगलिया दबा ले, बड़े बड़े राजघराने वाले, राजनेता, उद्योगपति, नेता- अभिनेता, सेलिब्रिटीज, सामान्य लोगों ने अपनी बड़ी बड़ी परेशानियों में ज्योतिषशास्त्र का सहारा लेकर ही उनसे छुटकारा पाया है,
अगर यह शास्त्र गलत होता तो कब का लुप्त हो चुका होता, और ना ही ऐसे बड़े बड़े लोग इसके पीछे चक्कर काटते।
जन्म कुंडली पर विचार करना और उसका फलादेश करना कोई आसान कार्य नहीं है, बहुत से लोगों का ऐसा मत होता है की जन्म कुंडली तो कही से भी कंप्यूटर की मदद से प्राप्त हो जाएगी,
ये सही भी है की जन्म कुंडली तो किसी भी व्यक्ति के जरिये, किसी कंप्यूटर द्वारा प्राप्त हो जाएगी, लेकिन इस बात को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए की उस जन्म कुंडली को देखकर फलादेश करने वाला अच्छा भविष्यवक्ता हो यह जरुरी नहीं है।
बहुत से लोग आजकल थोड़ा बहुत देख समझ कर लोगो को ज्योतिषीय ज्ञान देना शुरू कर देते है, लेकिन ऐसा नहीं है, ज्योतिषशास्त्र एक बहुत गहरा ज्ञान है, इसकी विद्या का अंत नहीं है, और किसी भी व्यक्ति की जन्म कुंडली का सही अध्धयन होने के साथ ही सही फलादेश प्राप्त करके किसी निष्कर्ष पर पहुंचना चाहिए,
ऐसे ही नहीं, किसी के भी कहने से कोई भी रत्न धारण कर लेना चाहिए, जन्म कुंडली के अनुसार रत्न धारण भी एक बहुत गहरा ज्ञान है, थोड़ा बहुत देख कर रत्न धारण से व्यक्ति लाभ के स्थान पर अपना बहुत बड़ा नुकसान करवा लेता है,
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इसलिए यह जरुरी है की किसी से भी ज्योतिष सलाह लेने से पहले अपने विवेक का इस्तेमाल करें, आपको ऐसे बहुत से ज्योतिष मिल जायेंगे जो आपकी जान पत्रिका पर चर्चा ना करते हुए आपको तरह तरह के ज्ञान देते रहते है,
जबकि चर्चा केवल और केवल आपकी जन्म पत्रिका के विषय के अनुसार ही होनी चाहिए,
यह काम आपका है की आप जिसके पास अपने भविष्य के बारे में जानने गए है, उस व्यक्ति को समझे, उसे तौले की कितनी सटीकता से वह आपकी जन्म कुंडली के बारे में चर्चा कर रहा है, कितनी विस्तारता से आपकी जन्म कुंडली के बारे में फलादेश कर रहा है।
केवल किसी के ऑफिस की भव्यता को देखकर यह अंदाजा लगा लेना की आपकी जन्म कुंडली का सटीक फलादेश होगा, हो सकता है यह आपकी भूल हो, इसमें तो आपको अपनी समझ का ही इस्तेमाल करना पड़ेगा।
आइये जानते है की जान कुंडली क्या है
जन्म कुंडली आपके जन्म समय के अनुसार तैयार की जाने वाली एक ज्योतिष गणना है, जिसमें यह देखा जाता है की जब आपने इस धरती पर जन्म लिया उस समय आकाशगंगा में को सा नक्षत्र, राशि उदय थी , नव ग्रहों की उस समय क्या स्तिथि थी,
आपकी जन्म कुंडली में इन्हीं नक्षत्रों, राशियों और ग्रहों की स्तिथि रहती है, और आपके जन्म के समय इनकी जो स्तिथि होती है वह फिक्स हो जाती है, आपके पुरे जीवन काल में नक्षत्रों, राशियों और ग्रहों की स्तिथि वही रहती है, वह बदलती नहीं है, आपको अपना पूरा जीवन उन्हीं की स्तिथियों के अनुसार ही जीना होता है, यानि की बचपन से लेकर वृद्ध होने और मृत्यु तक।
अब यह आपके जन्म के ऊपर निर्भर करता है की आप कैसी स्तिथियों में जन्मे है, अगर आप नक्षत्रों, राशियों और ग्रहों बहुत की बहुत शुभ स्तिथियों में जन्मे है तो आप एक शानदार जीवन जियेंगे,
और अगर आप नक्षत्रों, राशियों और ग्रहों की साधारण स्तिथियों में जन्मे है तो आपको जीवन में संघर्ष करते हुए आगे बढ़ना होगा।
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Lakshmi Narayan
भारत के जाने माने ज्योतिषियों में से एक श्री लक्ष्मी नारायण “ज्योतिष परामर्श केंद्र” के संस्थापक है, शनि देव साधक और तंत्र मंत्र साधक है।
जिन्होंने एक अनोखे तरीके से ज्योतिष की अवधारणा की स्थापना की और लोगों को उनके जीवन की बेहतरी के लिए इसका उपयोग करने में मदद की।
जन्म कुंडली
ज्योतिष परामर्श केंद्र से आप जन्म कुंडली प्राप्त कर सकते है, यह जन्म कुंडली एक पुस्तक के रूप में है और इसमें जातक के सम्पूर्ण जीवन के विषय रहते है और या आपको कोरियर द्वारा पहुंचाई जाती है।
ऑनलाइन परामर्श
ऑनलाइन परामर्श में आप लक्ष्मी नारायण से आपकी जन्म पत्रिका के अनुसार अपने जीवन पर परामर्श प्राप्त करते है और अपनी परेशनियों का समाधान प्राप्त करते है।
रत्न परामर्श
रत्न परामर्श में आप लक्ष्मी नारायण से अपनी जन्म कुंडली पर बारिकता से चर्चा करते हुए आपके जीवन का सर्वश्रेष्ठ और भाग्यशाली रत्न पर परामर्श प्राप्त करते है।
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