सूर्यकांत मणि ‘Jasper’
Gemstone- | Jesper |
Hardness – | 6.5 to 7.0 |
Colour – | Red, Green, Yellow, Brown with colored spots |
Gravity – | 2.58 to 2.91 |
Chemical composition – | silicon dioxide |
Transparency – | Opaque |
सूर्यकांत मणि ‘Jasper’ एक चमत्कारी रत्न और ऊर्जा से भरपूर है, प्राचीन काल में जैस्पर रत्नों को बहुत महत्व और सम्मान दिया जाता था, राजा, महाराजा, धनी लोग किसी न किसी रूप में अपने शरीर पर जैस्पर रत्न धारण करते थे।
उनका मानना था कि Jasper पहनने से उनके चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा का वास होगा, जो उनकी रक्षा करेगी, Jasper उनके शरीर को शक्तिशाली बनाएगा, उनके दिमाग को शांत रखेगी और ऊर्जा प्रदान करेगी।
जैसूर्यकांत मणि ‘Jasper’ रत्न क्या है?
सूर्यकांत मणि या Jasper एक अपारदर्शी ‘कैल्सीडोनि’ प्रजाति का रत्न माना जाता है, इसके अलावा कुछ जेमोलॉजिस्ट इसे स्फटिक प्रजाति का रत्न भी मानते हैं,
जैस्पर शब्द एक ग्रीक शब्द है, जिसका अर्थ है “धब्बेदार रत्न”, Jasper कई रंगों में पाया जाता है, जैसे लाल, भूरा, पीला, हरा आदि, इस पर विभिन्न रंगों के धब्बे या धारियाँ होती हैं।
यह भारत, रूस, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी और दुनिया के कई अन्य स्थानों में पाया जाता है।
क्या जैस्पर भाग्यशाली जन्म रत्न है?
अंग्रेजी ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जैसूर्यकांत मणि ‘Jasper’ को मार्च के महीने में जन्म लेने वाले जातकों का भाग्यशाली रत्न माना जाता है, इस महीने में जन्में लोगों को जैस्पर रत्न धारण करने से अन्य लोगों की तुलना में अधिक लाभ मिलता है।
जैस्पर उनके भाग्य को उज्ज्वल करता है, उन्हें शारीरिक शक्ति देता है, ऊर्जा का संचार करता है, एकाग्रता और बौद्धिक क्षमता को बढ़ाता है, धन के स्रोतों को बढ़ाता है, आर्थिक प्रगति देता है, सामाजिक सम्मान बढ़ाता है। पारिवारिक और सांसारिक सुखों में वृद्धि करता है।
जैसूर्यकांत मणि ‘Jasper’ स्टोन किसके लिए अच्छा है?
जैस्पर एक ऐसा रत्न है जो पहनने वाले को ऊर्जा प्रदान करता है, उनमें ऊर्जा का संचार करता है, जैस्पर रत्न विशेष रूप से व्यक्ति में ऊर्जा बढ़ाने वाला रत्न है।
जैस्पर उन लोगों के लिए सबसे अधिक लाभकारी होता है जिनका जन्म मार्च के महीने में हुआ है, मार्च में जन्म लेने वालों के लिए “जैस्पर” भाग्य रत्न है, जिसे धारण करने से उन्हें जीवन में हर प्रकार की सुरक्षा और उन्नति प्राप्त होती है,
जैस्पर एक हीलिंग रत्न है, जिसमें शरीर को स्वस्थ रखने के कई गुण होते हैं, यह आपको शांत और तरोताजा रखता है।
जैस्पर के साथ उपचार
यदि कोई व्यक्ति बहुत अधिक तनाव से पीड़ित है, तो उस व्यक्ति के लिए जैस्पर पहनना बहुत फायदेमंद होता है, जैस्पर तनाव को कम करने में बहुत सहायक होता है, उत्तेजित मन को शांति प्रदान करता है, शरीर से नकारात्मक ऊर्जाओं को दूर करता है।
क्या जैस्पर एक भाग्यशाली रत्न है?
प्राचीन काल में सूर्यकांत मणि ‘Jasper’ को बहुत ही भाग्यशाली और चमत्कारी रत्न माना गया है, विशेष रूप से लाल और हरे रंग के जैस्पर के बारे में, कई अजीबोगरीब कहानियां और किस्से पढ़ने को मिलेंगे।
ऐसा माना जाता था कि लाल और हरे रंग के Jasper में कई अद्भुत शक्तियां निवास करती हैं, यह शारीरिक स्वास्थ्य और पेट के रोगों में सुरक्षा के लिए बहुत शुभ माना जाता था।
जैस्पर धारण करने से भी भूत जैसी बाधाओं को दूर रखा जाता था, यदि कोई जादू-टोना करता था तो उससे भी यह रत्न सुरक्षा प्रदान करता था।
कई देशों में खुदाई के दौरान जैस्पर रत्न की कई अंगूठियां, लॉकेट, बाजूबंद और मुहरें मिली हैं।
प्राचीन समय में मिस्र के लोग अपनी सुरक्षा के लिए जैस्पर रत्न धारण करते थे, उनका मानना था कि अगर उनके शरीर पर जैस्पर पहना जाता है, तो यह उन्हें हर तरह से सुरक्षित रखता है।
बड़े-बड़े आमिर और धनी लोग जैस्पर की मुहरें अपने पास रखते थे, जैस्पर की मुहरें बनाकर अपने शरीर और भुजाओं पर लटकाते थे,
जब उनकी मृत्यु के बाद उन्हें दफनाया जाता था तब बड़े बड़े आमिर और धनी लोगों की कब्र में जैस्पर भी गाड़ा जाता था।