मकर राशि का भाग्योदय कब होगा

मकर जातक अपने जीवन में लगन और मेहनत करते रहते है, अगर बात की जाये की मकर राशि का भाग्योदय कब होगा तो इन्हें धीमी और 40 वर्ष के बाद सफलता मिलती है और इनका भाग्योदय होता है।

मकर राशि का भाग्योदय कब होगा

मकर राशि पर शनि के प्रभाव रहते है, शनि न्याय के देवता है। इसलिए मकर जातक अपने व्यवसाय में बहुत ईमानदार, महत्वाकांक्षी और न्यायप्रिय होते है। मकर जातक अपने लक्ष्य और सफलता की और निरंतर प्रयासरत रहते है, इनका स्वाभाव गंभीर और कठिन परिश्रम करने वाला होता है। किसी भी काम में गंभीरता और योजनाबद्ध तरीके से उसे करना इनकी आदत होती है।

अपने कामों में इतने गंभीर और परिश्रमी होते हुए भी इन्हें अपने जीवन में बहुत से उतार चढ़ाव देखने पड़ते है। अगर इन्हें अधिक परेशानी आती है तो यह बहुत जल्दी निराश भी हो जाते है।
मकर जातकों को अपने साथियों के साथ काम करने में कुछ परेशानियां भी आती है क्योंकि यह किसी भी काम में ना खुद लापरवाही पसंद करते है और ना ही करने देते है और यह किसी भी बात को स्पष्ट बोल देते है जिसकी वजय से लोगों को इनसे परेशानी होने लगती है। इन्हें अपने साथियों के साथ कुछ संयम रखना चाहिए।

अगर इनको अच्छी टीम या मित्रों का सहयोग मिले तो मकर जातक जीवम में बहुत अच्छी तरक्की करते है। अपनी मेहनत और चतुराई से ये जीवन में अच्छी सफलता की प्राप्ति करते देखे जा सकते है। मकर जातक बहुत अच्छे कारोबारी या व्यवसायी होते हैं। इनकी सोच बहुत ऊंची होती है, ये कभी भी जल्दबाजी नहीं करते और शांतिपूर्ण तरीके से अपने कार्यों को अंजाम देते है। अपने न्यायप्रिय स्वाभाव के चलते मकर जातक शिक्षा और न्याय के क्षेत्रों में अच्छी सफलता अर्जित करते हुए देखे जा सकते है।

मकर जातक अपना भाग्योदय ऑर्गेनिक खेती, केमिकल इंडस्ट्री, पुरातत्व वस्तुओं, कला क्षेत्र, आर्ट वर्क, मशीनरी टूल्स और पार्ट्स व्यवसाय, गैजट्स व्यवसाय, कंप्यूटर कार्य, बिल्डिंग ठेकेदार, ऑकल्ट साइंस, रिसर्च, वास्तुशास्त्र, गुप्त विद्या, एकाउंट्स डिपार्टमेंट, कंपनी में मैनेजमेंट, गणित, संस्कृत, फिजिक्स के प्रोफेसर जैसे क्षेत्रों में अपना करियर बनाकर सफल हो सकते है।
मकर जातक अपने जीवन में कभी भी एकाएक धन नहीं कमा पाते है, इन्हें धीरे धीरे मेहनत करते हुए जीवन में सफलता की प्राप्ति होती है। मकर राशि का भाग्योदय कब होगा तो 40 वर्ष तक इन्हें मेहनत करते हुए देखा जा सकता है उसके बाद ये अपने जीवन में सफल होते है।

मकर राशि/लग्न का फलादेश – मकर लग्न दसवें क्रम का लग्न है, जब जन्म पत्रिका के प्रथम भाव में 10 अंक रहता है तो यह मकर लग्न की कुंडली बनती है। 

मकर राशि/लग्न में जन्मे जातक अपने जीवन में बदलती परिस्थितियों के अनुसार अपने आप को ढालने में सक्षम होते है। परिश्रम और सहनशीलता इनके जीवन की सफलता का राज है।

मकर जातकों की शारीरिक रचना

मकर जातक दुबले पतले, सुन्दर आकृति के और लम्बे कद के होते है और चेहरे का रंग श्यामवर्ण का होता है, आंखे उभरी हुई रहती है, पलकों पर घने बल रहते है, इनकी शारीरिक रूपरेखा व्यवस्थित नहीं होती।

मकर जातकों का स्वाभाव

मकर लग्न एक स्थिर लग्न है, इसलिए मकर जातक भी स्थिर और मजबूत स्वाभाव के होते है, मकर जातक अपने जीवन में मजबूती के साथ रहना पसंद करता है, बुद्धिमान और चतुर होते है, किसी भी काम को तेजी से करते है, संतोषी होते है, दुसरो की निंदा करते है और यह लोग वात और कफ रोगों से पीड़ित रहते है।

मकर जातक कुछ दिखावटी होते है, अपने आप को बढ़िया प्रेजेंट करना उनका स्वाभाव होता है,  मकर जातक बहुत महत्वकांशी होते है अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करते है, परिस्थितयों और माहौल को अपने अनुसार ढाल लेते है,

मकर जातक संजीदा, विचारशील, सहनशील, होशियार, चौकन्ना रहने वाले, सायंमी, चालक, महत्वकांशी, नीतिज्ञ, व्यवहार कुशल होते है, धर्म कर्म के कार्यो में इनकी आस्था अधिक नहीं होती, अपने इरादों के पक्के रहने वाले मकर जातक अपने गृहस्थ जीवन में संतुष्ट नहीं हो पाते।

मकर जातक अपना सम्मान और प्रसिद्धि पाने के बहुत इच्छुक होते है, भरोसेमंद और जिम्मेदार व्यक्ति होते है और हमेशा दुसरो की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहते है,

मकर जातक अपने दिखावटी स्वाभाव के कारण अपनी हैसियत से बढ़ चढ़ कर खर्चा करते है, इस वजय से यह लोग ज्यादा बचत नहीं कर पाते, नई नई जगहों पर घूमना, नई नई जगहें देखना इनके शौक में आता है, मकर जातक पढ़ने, लिखने और शिक्षा में सघन रूचि लेने वाले होते है।

मकर जातकों का व्यक्तित्व

मकर राशि/लग्न शनि द्वारा शासित है और शनि देव न्याय, सत्य, धीरज, गंभीरता और अनुशासन के देवता है, इसलिए यही गुण शनि जातकों में भी देखने को मिलते है और यही कारण है की शनि राशि/लग्न के जातकों को समझ पाना थोड़ा मुश्किल होता है।
मकर जातक चुप रहते है, अपनी विचारों में खोय रहते है इसलिए लोग इनके बारे में सोचते है की ये अलगथलग है और उदास किस्म के व्यक्ति है।

जबकि मकर जातक अपने कार्यो में व्यस्त रहते है, समय का मूल्यांकन करते हुए लाभ उठाने में लगे रहते है और किसी भी कार्य को अंजाम तक पहुंचाने में पूरी तरह उसमें डूबे रहते है, कष्ट होने के बावजूद भी वह अपने कार्यो में दृढ़ता के साथ लगे रहते है।

मकर जातक बहुत स्वाभिमानी होते है, हर कार्य को खुद अपनी मेहनत और लगन से अंजाम तक पहुंचाते है, किसी से भी सहायता के लिए हाथ फैलाना पसंद नहीं करते और ना ही किसी द्वारा अपना अपमान सहते है।

ईमानदारी और नियमों का पालन करना इनके व्यवहार में रहता है, ये अपने जीवन में अपने लक्ष्यों को लेकर धीरे धीरे चलते रहते है और अंत में सफलता हासिल करके ही रहते है।

मकर जातक अपने गंभीर और खोजी स्वाभाव की वजय से विज्ञान के क्षेत्र में सफल होते है और एक अच्छे इतिहासकार हो सकते हैं।

मकर जातकों की कुछ कमियां

मकर जातकों का सबसे बड़ा अवगुण इनका गुस्सा होता है, जिसकी वजय से बहुत बार ये अपना नुकसान करवा बैठते है, दूसरों पर अपनी मनमानी थोपना, उनपर अपनी हुकूमत चलाना इन्हें बहुत अच्छा लगता है,
ऐसा भी देखा गया है की मकर जातकों कोई ना कोई बुरी लत होती है, अब वो किसी भी प्रकार की हो सकती है, बहुत जल्दी चिड़चिड़ा जाना भी इनकी कमियों में शामिल रहता है,
वैसे तो इनको गुस्सा कम या जल्दी नहीं आता, लेकिन जब आता है तो बहुत देर तक भी बना रहता है, जिसकी वजय से ये उद्दण्ड भी हो जाते है।

मकर जातकों की शिक्षा

मकर जातक शिक्षा में रूचि रखने वालों में से होते है, शिक्षा को लेकर ये हमेशा संजीदा रहते है, मकर जातक अच्छे शिक्षित होते है और मुख्य रूप से  शास्त्र, वकालत, विज्ञान, कृषि, संगीत, प्रबंधन जैसी विषयों में ये शिक्षित होते है और इन विषयों में इनके लग्न अनुसार इन्हें सफलता भी जल्दी मिलती है।

मकर जातकों की आजीविका और व्यवसाय

मकर जातकों को अच्छे कलाकार के रूप में, प्रसिद्ध राजनेता, नीति-उपदेशक, शास्त्रज्ञ, कानून शास्त्री, सलाहकार, विज्ञान,  खेती कार्य, शिल्पी, स्वास्थय कार्यो से सम्बंधित, क़ानूनी सलाहकार, चीनीमिट्टी कार्यो से जुड़े हुए, परमाणु अनुसंधानों से जुड़े हुए, लेबर नेता देखे जा सकते है।
मकर जातक अपने जीवन में अच्छे लोकप्रिय होते है, इनमें नेतृत्व करने की बहुत अच्छी क्षमता रहती है, जिसकी वजय से इन्हें राजनीती में भी अच्छे सफल व्यक्ति के रूप में देखा जा सकता है,

समाजसेवा संस्थानों, सरकारी संस्थानों में अच्छे पदों पर भी इन्हें अच्छा सफल देखा जाता है।
कोर्ट में अधिवक्ता, चमड़े का कारखाना चालते हुए या चमड़े से बनी वस्तुओं के निर्माता या विक्रेता के रूप में, किराना-राशन व्यवसाय, कोयले के व्यापार में, बर्फ निर्माण फैक्ट्री जैसे व्यवसायों में भी अच्छी सफलता हासिल करते हुए देखे जाते है। 

मकर जातकों की आर्थिक स्तिथि

मकर जातक अपनी मेहनत और अपने स्थापित कारोबार द्वारा ही अपने जीवन का निर्माण करते है, इनमें अपने कार्य को लेकर प्रबल इच्छाशक्ति रहती है, जिसकी वजय से ये अपने जीवन में सफलता भी हासिल करते है,
मकर जातक अपने  जीवन में बहुत अधिक धन नहीं कमा पाते, लेकिन फिर भी जो है उसमें वे संतुष्ट रहते है,
हितकारिता के कामों में वे अपने सहयोग और धन का योगदान बराबर करते है, जिससे समाज में इनकी अच्छी प्रतिष्ठा रहती  है, इनकी अपनी स्तिथि कैसी भी हो लेकिन दुसरो की मदद करने में हमेशा तैयार रहते है।

मकर जातकों के प्रेम संबंध

मकर जातक प्रेम सम्बन्धो के लिए हमेशा तैयार रहते है, ये प्रेम को एक सुखद अनुभूति मानते है और ऐसा कहा जा सकता है की चाहे इन्हें और कुछ मिले या ना मिले, लेकिन इनके इनके प्रेम सम्बन्ध रहने चाहिए,
वैसे तो मकर जातकों को कुछ नीरस माना जाता है, लेकिन प्रेम के मामलों में इनमें करंट आ जाता है,

मकर जातक अपनी प्रेमिका से नम्रता और कोमलता की चाहत रखते है, ये लोग प्रेम को बहुत महत्वपूर्ण दर्जा देते है,
इनकी ऐसी ही सोच की वजय से इन्हें प्रेम के मामलों में सतर्क भी रहना चाहिए।

मकर जातकों का वैवाहिक जीवन

प्रेम और विवाह मकर जातकों के जीवन में विशेष महत्त्व रखते है, इनके लिए विवाह मेल और सुरक्षा और प्रसन्नता का प्रतिक होता है, इनके लिए जीवनसाथी का जीवन में महत्वपूर्ण स्थान होता है,
इन्हें अपने जीवन में जीवनसंगिनी बुद्धिमान, घर से प्यार करने वाली और कार्यकुशल मिलती है, जिससे इनका सांसारिक जीवन आनंदमय रहता है और यह अपने वैवाहिक जीवन को लेकर निश्चिंत रहते हैं।
मकर जातक भी अपने वैवाहिक जीवन को लेकर अपनी पूरी जिम्मेदारियां निभाते है और पालन करते है।

मकर जातकों का स्वास्थय

मकर जातकों को स्वास्थय को लेकर एहतियात बरतनी चाहिए, शारीरिक रूप से दुर्बल और कमजोर होने की वजय से शीत रोग, निमोनिया, बुखार, टाइफस, घुटनों के दर्द, चर्म रोग, वात रोग, पेट की बीमारी, बवासीर, डायबटीस, उच्च रक्तचाप से ग्रसित हो सकते है,
मकर जातकों को चोट लगने या गिरने से हड्डी टूटने से बचना चाहिए और इन्हें जीवन में एक बार टायफाइड का सामना भी करना पड़ सकता है,

मकर जातकों को चाहिए की अपने स्वास्थय को लेकर सतर्क रहे, पौष्टिक और संतुलित भोजन ले, अपने शरीर में विटामिन्स और लौह तत्वों की कमी ना होने दे, तले और वसा युक्त भोजन से दूर रहे और फल, सब्जियों का भरपूर सेवन करें। 

मकर जातकों के भाग्यशाली रंग

शनि प्रधान लग्न होने की वजय से मकर जातकों के लिए काला, नीला, हरा, सफ़ेदऔर भूरा रंग शुभ रंगों में आते है, जब भी कोई शुभ काम में निकले मकर जातकों को इन रंगों  वस्त्र धारण करने चाहिए, सफलता मिलेगी।

मकर जातकों के भाग्यशाली अंक

4, 8,13, 17, 22, 26, 31,35, 40, 44, 53, 58, 62, 67, 71 और 80 भाग्यशाली अंक है। 

मकर जातकों के भाग्यशाली दिन

मकर जातकों के लिए सबसे शुभ दिन उनके स्वामी शनि का शनिवार होता है, इसके आलावा बुधवार और शुक्रवार मकर लग्न के जातकों के लिए बहुत शुभ होते है।

मकर जातकों के भाग्यशाली रत्न

मकर राशि का भाग्योदय कब होगा, मकर लग्न के जातकों के लिए उनके लग्नेश शनि का रत्न नीलम, जमुनिया, नीली सबसे शुभ, भाग्यशाली रत्न है, इसके आलावा हीरा, सफ़ेद जिरकॉन, ओपल, पन्ना रत्न भी भाग्यशाली और उनत्तिवर्धक रत्न है।
काला सुलेमानी हकीक और लारजवर्त भी मकर जातकों के लिए शुभ रत्न है।

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