शुक्र का रत्न हीरा है ‘वृषभ राशि और लग्न का भाग्यशाली रत्न धारण‘ हीरा धारण करने से वृषभ राशि और लग्न के जातकों को शुक्र से प्राप्त होने वाले सम्पूर्ण सुखों की प्राप्ति होती है,
आइये कुछ विस्तार से इस बारे में जानकारी प्राप्त करते है।
वृषभ राशि और लग्न का भाग्यशाली रत्न
वृषभ राशि और लग्न का स्वामी शुक्र है, शुक्र ग्रह वृषभ और तुला राशि का स्वामी है और लग्नों में शुक्र का स्वामित्व वृषभ और तुला लग्न पर रहता है।
शुक्र सांसारिक सुखों, विलासिता, पौरुष शक्ति और यौन सुखों का स्वामी है, शुक्र को नवग्रहों में मंत्री की पदवी प्राप्त है, शुक्र प्रेम, सौन्दर्य और आकर्षण का देवता है
जिन जातकों की जन्म कुंडली में शुक्र शुभ और लाभकारी होता है, उन जातकों को इन सभी सुखों की कभी कोई कमी नहीं होती।
अगर किसी जातक की जन्म कुंडली में शुक्र कमजोर है तो वह जातक उदास रहता है, उसको जीवन में नीरसता लगती रहती है, कही भी घूमने फिरने, अच्छे से रहने की उसकी इच्छा नहीं होती,
भोग विलास और भौतिक सुखों से वह दूर रहता है और उसका मन सबकुछ छोड़कर अध्यात्म को अपनाने का करता है।
कमजोर शुक्र व्यक्ति के वैवाहिक जीवन को अशांत करता है, पत्नी छोड़ कर जा ,सकती है, यौन दुर्बलता आती है, शरीर कमजोर होने लगता है, सुंदरता ख़त्म होने लगती है, व्यक्ति समय से पहले बूढ़ा दिखने लगता है, व्यक्ति की आंखे कमजोर होने लगती है, गुर्दों की समस्या आ सकती है,
व्यक्ति को सुख सुविधाओं से रहने को नहीं मिलता, अगर मिलता भी है तो वह उसे भोग नहीं पाता।
इसलिए किसी भी जातक के जीवन में शुक्र मजबूत होना अति आवश्यक है, वर्ना अपना जीवन ईश्वर को अर्पित करना होगा।
वृषभ राशि और लग्न का भाग्यशाली रत्न ‘हीरा’
वृषभ राशि और लग्न का स्वामी शुक्र है और शुक्र का रत्न हीरा होता है, हीरा शुक्र की ऊर्जाओं का संचालन करता है, हीरा धारण करने से शुक्र की सकारात्मक उर्जाये जातक तक पहुँचती है और शुक्र के सभी लाभ प्राप्त होते है,
यही कारण है की वृषभ राशि और लग्न के जातकों का शुभ और भाग्यशाली रत्न होता है “हीरा”
वृषभ राशि के जातकों को तो हीरा धारण करना ही चाहिए, लेकिन वृषभ लग्न के जातकों का तो जीवन रत्न है हीरा, वृषभ लग्न के जातकों को हीरा धारण करने से शारीरिक सुंदरता प्राप्त होती है, जीवन में हर सुख सुविधा प्राप्त होती है, सुन्दर घर वाहन का सुख प्राप्त होता है, जातक को एक से एक खूबसूरत जगहों पर घूमने का मौका मिलता है,
जातक को प्रेम में सफलता प्राप्त होती है, उसका वैवाहिक और यौन जीवन बहुत आनंदमय रहता है, जातक के कई प्रेम प्रसंग हो सकते है, धन की कमी कभी नहीं रहती, जातक अपने शौकों पर बहुत खर्च करता है और जीवन में सभी तरह की ऐशो आराम की चीजों का भोग करता है।
हीरा धारण विधि
वृषभ राशि और लग्न के जातकों को शुद्ध और सफ़ेद हीरा ही धारण करना चाहिए, हीरा कम से कम ४० सेंट का तो होना ही चाहिए,
हीरे को चांदी की अंगूठी में बनवाना चाहिए, शुक्रवार के दिन अंगूठी की शुद्ध करके, पूर्ण विधि अनुसार पूजा करते हुए शुक्र मंत्रो (१०८ बार) का जाप करने के बाद मध्यमा ऊँगली में धारण करना चाहिए।