mithun rashi ki jankari मिथुन राशि वालों को कौन सा रुद्राक्ष पहनना चाहिए

mithun rashi

Gemini zodiac signTwins
Lord of geminiMercury Planet
Lucky color of geminiGreen, Yellow and Saffron
Lucky Number for Gemini1,4 and 5
Lucky day for GeminiWednesday and Thursday
Lucky gem for geminiEmerald and Green tourmaline
Lucky Dates for Gemini1,4,5,10,13,14,19,22,23,28,31
Lucky Year of Gemini1,4,5,10,13,14,19,22,23,28,31,32,37,40,41,46,50,55,58,59,64,68,73

mithun rashi का तीसरा क्रम है, मिथुन वायु तत्व राशि है, पुरुष जाति, पश्चिम दिशा का स्वामी है, मिथुन राशि व्यक्ति के कंधों और भुजाओं का प्रतिनिधित्व करती है।

mithun rashi में जन्म लेने वाले लोग बहुत बुद्धिमान होते हैं और बहुत संवेदनशील होते हैं। अपने दुबले कद के हिसाब से ये काफी फुर्तीले भी होते हैं. उनकी बुद्धि, ज्ञान और आकर्षक व्यक्तित्व उन्हें भीड़ से अलग बनाता है,
मिथुन राशि के जातक सामाजिक समूहों में आकर्षण का केंद्र बने रहते हैं। उनके शब्द और विचार बहुत बुद्धिमान हैं।

mithun rashi के जातक अपने आसपास क्या हो रहा है, देश में हो रही घटनाओं और खबरों की पूरी जानकारी हमेशा रखते हैं और लोगों को इसकी जानकारी देते रहते हैं।

मिथुन राशि के जातक बुद्धिमान होते हुए भी कोई भी निर्णय लेने में काफी समय लेते हैं, हमेशा भ्रमित रहते हैं और अपने काम से कभी संतुष्ट नहीं होते हैं।

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mithun rashi के जातक अपने राशि चिन्ह ‘जुड़वां’ के अनुसार इनका स्वभाव और मानसिकता होती है,
इनका दिमाग बहुत दूरदर्शी, तेज और प्रतिभाशाली होता है, सभी राशियों में मिथुन राशि के लोग ऐसे होते हैं जिन्हें समझना बहुत मुश्किल होता है। उनकी सोच और बुद्धि की शक्ति इतनी तेज है कि वह इस मामले में अपने सभी प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ देते हैं।

अपनी बुद्धिमानी से वह सभी को अपनी ओर आकर्षित करता है, सभी को अपनी ओर आकर्षित करने से उन्हें अपार सुख की प्राप्ति होती है,
लेकिन उनका किसी से कोई मतलब नहीं है जब तक कि उनका अपना निजी हित न हो।

मिथुन राशि के जातकों के दोहरे स्वभाव के कारण ये कभी भी किसी एक काम पर टिके नहीं रह पाते हैं, अगर किसी एक काम को पूरी लगन और एकाग्रता से करते हैं तो उन्हें बड़ी सफलता मिल सकती है।

mithun rashi की शारीरिक संरचना

mithun rashi के लोग सीधे होते हैं, लंबे हाथ-पैर वाले और लंबे कद वाले, पतले पैर वाले, दुबले-पतले शारीरिक बनावट के कारण अच्छे फुर्तीले होते हैं, आंखों का रंग कुछ भूरा रहता है और इनकी आंखें तेज होती हैं। . जिससे मिथुन राशि के लोग आकर्षक लगते हैं।

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mithun rashi का व्यक्तित्व

मिथुन राशि के लोग कुछ जटिल स्वभाव के होते हैं, इन्हें आसानी से समझ पाना बहुत मुश्किल होता है। उनके स्वभाव को समझना लगभग नामुमकिन है, हां उनकी मिथुन राशि के हिसाब से उनके बारे में कोई भी जान सकता है।

mithun rashi का चिन्ह पुरुष और महिला की जोड़ी है, अब आप उनकी राशि से समझ सकते हैं कि किसी एक व्यक्ति के मन को पढ़ना मुश्किल है, यहाँ तो दो व्यक्तियों का मन है, एक पुरुष और एक स्त्री।
एक महिला और एक पुरुष के अंदर जो रहस्य हैं, यह दोनों रहस्य आप मिथुन राशि के लोगों में पाएंगे।

mithun rashi जातकों का स्वाभाव

मिथुन राशि का द्वैत स्वभाव है, जिसका प्रतिनिधित्व बुध ग्रह करता है और बुध ग्रह बुद्धि और मन का कारक है।
मिथुन राशि के लोग बुद्धि और मन से बहुत सक्रिय होते हैं, क्योंकि इनके पास नर और नारी के दो मन होते हैं, ये दूरगामी विचारक होते हैं।

मिथुन राशि के जातक स्वभाव से संघर्ष से भरे पाए जाते हैं, अचानक क्रोधित हो जाते हैं या अचानक सामान्य हो जाते हैं, अचानक खुश हो जाते हैं, अचानक हंसी के मूड में आ जाते हैं, क्योंकि इनका स्वभाव मूडी होता है,
ऐसे स्वभाव के कारण मिथुन राशि के लोगों में कामेच्छा की अधिकता होती है, उनमें समलैंगिक समानताएं भी देखी जा सकती हैं।

बुध ग्रह के प्रभाव

मिथुन राशि के जातकों का स्वामी बुध ग्रह होने के कारण उनमें बुध ग्रह के गुणों की भरमार होती है,
जैसे कई प्रकार के विषयों में रुचि होना, नैतिक कौशल, दूसरों के विचारों को समझने की क्षमता, दूरदर्शिता, बहुमुखी प्रतिभा आदि।

जिन व्यक्तियों के जीवन में बुध ग्रह के शुभ प्रभाव रहते है, वे जातक शिक्षित, बुद्धिमान, अच्छे वक्ता, सुन्दर, अपनी आयु के अनुसार कम उम्र दिखनेवाले, दीर्घायु , तार्किक, ज्ञानी और सफल व्यवसाई होते है,

बुध प्रधान जातक अपनी बुद्धिमानी और संवाद शैली कुशलता से सबको अपनी ओर आकर्षित कर लेते है, शिक्षा, गणित और एकाउंट्स में वे बहुत अच्छे होते है, वाणिज्य और क़ारोबार में भी वे लोग बहुत अच्छी सफलता हासिल करते है, जीवन में अच्छे सफल होते है, प्रसिद्धि, उनत्ति और काल क्षेत्र में नाम कमाते है।

बुध प्रधान जातक एक अच्छे और सफल वाणिज्य-संबंधी, लेखक, कारोबारी, कलाकार, संवादाता , पत्रकार, अधिवक्ता, पत्रकारिता, प्रिंटिंग कार्य, प्रतिनिधि, प्रकाशक, शिक्षक, प्रोजेक्ट मैनेजर, इंजीनियर आदि होते है।

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मिथुन जातकों के विषय में और भी जानें

मिथुन राशि के जातकों के अलावा जल्दी और शालीनता से काम करने वाला कोई नहीं हो सकता, बस उनमें उस काम को करने का जज्बा होना चाहिए, क्योंकि उनमें किसी एक काम पर टिके रहने का स्वभाव नहीं होता।

मिथुन राशि के जातकों में बोलने की क्षमता बहुत अच्छी होती है और ये चतुर होते हैं, इस क्षमता से ये सभी को अपनी ओर आकर्षित करते हैं, यदि ये समूह में बैठे हों तो दूसरों की सुनने वाले कम होते हैं, बस अपनी बात कहते रहते है,
यदि कोई व्यक्ति यह सोचता है कि वह अपनी बातों से मिथुन राशि के जातक को प्रभावित करेगा तो उसकी सोच पूरी तरह से गलत होगी, क्योंकि मिथुन राशि का जातक चाहता है कि प्रत्येक व्यक्ति उसके प्रभाव में ही रहे।

मिथुन राशि के जातकों को घूमने-फिरने, दूर-दूर तक घूमने का बहुत शौक होता है, यही कारण है कि वे एक जगह रहकर अपने जीवन में कोई काम नहीं कर पाते हैं, यही कारण है कि उनके जीवन में हमेशा अस्थिरता बनी रहती है।

मिथुन राशि के लोगों को अपना काम बदलना और नई चुनौतियां लेना और उन्हें पूरा करना पसंद होता है, वे ऐसे कार्य करना पसंद करते हैं जिनमें बुद्धि का उपयोग किया जाता है।

mithun rashi के लोगों में अपनी बौद्धिक क्षमता को लेकर काफी अहंकार होता है।

मिथुन महिला

mithun rashi की महिलाओं का स्वभाव लगभग मिथुन राशि के लोगों जैसा ही होता है, मिथुन राशि की महिलाएं अपनी सक्रिय बुद्धि और दिमाग से पुरुषों को बहुत आसानी से आकर्षित कर लेती हैं। उन्हें हर समय बात करने की आदत होती है।

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मिथुन जातकों का करियर

जहां तक ​​मिथुन राशि के जातकों की रोजी-रोटी और कमाई का सवाल है, ये लोग सट्टेबाजी के कारोबार, शेयर कारोबार, किसी कंपनी के प्रमोटर, आविष्कारक, प्रोफेसर, कंप्यूटर व्यवसाय, व्यापारी, प्रकाशक, चार्टर्ड अकाउंटेंट, बैंकिंग सेक्टर, बीमा कारोबार में शामिल होते हैं। देश-विदेश में घूमना आदि ऐसे व्यवसायों से जुड़े हो सकते हैं।

मिथुन राशि के जातक अपने जीवन में बहुत अच्छी सफलता और धन कमा सकते हैं, लेकिन उनकी दोहरी मानसिकता, भ्रम और किसी भी काम को लेकर अस्थिरता उन्हें अपने जीवन में आगे बढ़ने से रोकती है।

mithun rashi के जातकों की आर्थिक गतिविधियां

मिथुन राशि के जातक ज्यादातर एक, दो या दो से अधिक कार्यों में लगे रहते हैं और इस वजह से वे उलझे रहते हैं, वे ज्यादातर वही काम करना चाहते हैं जिसमें शारीरिक क्षमता की आवश्यकता न हो और केवल उनकी बौद्धिक क्षमता का उपयोग करना पड़े।
उनका सिद्धांत है कि आप कम से कम मेहनत से ज्यादा पैसा कमा सकते हैं। इसलिए उनकी प्रवृत्ति ज्यादातर शेयर बाजार, कंपनी प्रमोटर, कंपनी सलाहकार और अन्य ऐसे काम करने की होती है जिसमें उन्हें शारीरिक श्रम नहीं करना पड़ता है।

लेकिन ऐसे कार्यों से वह कितनी भी सफलता प्राप्त कर ले, फिर भी वह संतुष्ट नहीं होता है और उसका ध्यान अन्य कार्यों पर केंद्रित होता है, जिसके कारण उसे अक्सर कई आर्थिक नुकसान और उतार-चढ़ाव आते हैं।

बुध ग्रह बुद्धि और मन का संचालन करता है, इसलिए मिथुन राशि के लोग ऐसे कार्यों में बहुत अच्छी सफलता प्राप्त करते हैं जिनमें अधिकतम बुद्धि का उपयोग किया जाता है।
वह अपनी बौद्धिक क्षमता और वाक्पटुता के अनुसार एक अच्छा राजनीतिज्ञ और राजनयिक बन सकता है, और बहुत ही बौद्धिक और जिज्ञासु होने के कारण, वह एक अच्छा वैज्ञानिक और खोजकर्ता, सीए, लेखा, वकील, न्यायाधीश, उपदेशक, प्रोफेसर, पत्रकार मिथुन राशि के जातक भी बन सकता है। लेखक, योजनाकार जैसे क्षेत्रों में भी अच्छी सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
मिथुन राशि के जातक अन्य क्षेत्रों जैसे संगीत, चित्रकला, नृत्य आदि में भी अच्छी सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

अन्य क्षेत्र जिनमें मिथुन राशि के जातक अच्छी सफलता प्राप्त कर सकते हैं, वे हैं क्लर्क, बिजनेस एजेंट, शिक्षक, डाक अधिकारी, बैंक अधिकारी, रेलवे अधिकारी, गाइड, परिवहन अधिकारी, निजी सहायक, कैशियर, सरकारी अधिकारी, शेयर बाजार के दलाल, समाचार आदि

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मिथुन जातकों के प्रेम संबंध

इनके जीवन का एक और पहलू होता है और वो है उनका मृदुल स्वभाव, इनके जीवन में महिलाओं के प्रति काफी आकर्षण होता है, जिसके कारण इनके जीवन में कोई न कोई प्रेम प्रसंग चलता रहता है।
लेकिन मिथुन राशि के लोग कभी भी अपने प्यार के प्रति वफादारी नहीं रख पाते हैं और उनकी गर्लफ्रेंड बदलती रहती है।

दोस्त, प्रेमी और वैवाहिक जीवन

mithun rashi के जातक अपने जीवन में कभी भी दोस्तों के बिना नहीं रह सकते हैं वह जहां भी जाते हैं अपनी बौद्धिक क्षमता और वाक्पटुता से दोस्ती कर लेते हैं।
वे अपने दोस्तों के प्रति बहुत उदार होते हैं, वे अपने दोस्तों का सम्मान करना पसंद करते हैं, और वे हर तरह से उनकी मदद करने के लिए तैयार रहते हैं।

लेकिन वह यह भी चाहते है कि उनके दोस्त हर समय उसके आस-पास रहें, नहीं तो वह दोस्तों से दूरी बनाने में समय नहीं लगाते।

mithun rashi के जातक अपने दोहरे स्वभाव की तरह एक से अधिक प्रेम प्रसंगों में शामिल हो सकते हैं, इनका प्रेम संबंध भी समझ से परे होता है, इन्हें अपने प्यार को लेकर कभी गंभीर नहीं देखा गया।
यह भी देखा गया है कि मिथुन राशि के जातकों के दो परिवार होते हैं और वे उनकी देखभाल भी करते हैं।

बुरा ना मानें, लेकिन मिथुन राशि के जातकों के विवाह के बाद भी अन्य महिलाओं के साथ संबंध देखने को मिलते हैं, mithun rashi के अधिकांश लोग अपनी पत्नी से बेवफाई करते हैं। जिसका असर उनके वैवाहिक जीवन पर पड़ता है और पति-पत्नी के बीच लड़ाई-झगड़े होते रहते हैं।
मिथुन राशि वालों को ऐसी पत्नी चाहिए, जो उनके कहे अनुसार चले और ऐसी पत्नी से मिथुन राशि के जातकों का दांपत्य जीवन सफल हो सकता है।

मिथुन राशि के जातकों को शादी के बाद पत्नी के प्रति वफादार रहना चाहिए, नहीं तो उनका वैवाहिक जीवन परेशानियों से भरा रहता है।

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मिथुन जातकों का स्वास्थ्य और आहार

mithun rashi का सबसे ज्यादा प्रभाव दिमाग पर होता है इसलिए मिथुन राशि के जातकों को ज्यादातर मानसिक रोग होते हैं। अगर वे अपने मन से खुश हैं तो वे कई बीमारियों से बच सकते हैं।
मिथुन राशि के अधिकतर लोगों को स्नायु रोग, हृदय रोग, मिथुन राशि के जातक मेहनत नहीं कर पाते, मेहनत के कारण उन्हें शारीरिक परेशानी होने लगती है।

mithun rashi के जातकों को पूरी नींद लेनी चाहिए, शुद्ध वातावरण में टहलना चाहिए और शुद्ध भोजन करना चाहिए।

मिथुन जातकों का शुभ रत्न

मिथुन जातकों का सबसे शुभ और उनत्तिवर्धक रत्न पन्ना होता है, पन्ना मिथुन जातकों के स्वामी बुध ग्रह का प्रतिनिधित्व रत्न है,
पन्ना धारण करने से मिथुन जातकों को अपने स्वामी ग्रह बुध का बल प्राप्त होता है, जिससे मिथुन जातकों के लाभों में वृद्धि होने लगती है,

मिथुन जातकों पन्ना धारण करने से अपने कार्यों अनुसार जैसे की विद्यार्थियों को शिक्षा में सफलता, बौद्धिक विकास, ज्ञान की प्राप्ति होती है,
कारोबार करने वाले को पन्ना धारण करने से कारोबार में उनत्ति, बरकत और सफलता प्राप्त होती है, आर्थिक उनत्ति होती है, धन लाभ होता है,
कला क्षेत्रों से जुड़े व्यक्तियों को प्रसिद्धि प्राप्त होती है,
नौकरी और वाणिज्य से जुड़े व्यक्तियों की तरक्की होती है,
पन्ना धारण करने से शारीरिक स्वस्थता और वाक शक्ति मिलती है।

इसलिए हर मिथुन जातक को पन्ना जरूर धारण करना चाहिए, पन्ना उनके जीवन का सबसे भाग्यशाली रत्न है।

पन्ना धारण विधि

पन्ना की अंगूठी या लॉकेट को चांदी में बनवा ले, बुधवार को सूर्योदय होने के बाद अंगूठी को पूजा स्थान में रख दें,
रखने से पहले अंगूठी को गंगा जल से शुद्ध जरूर कर ले, अपने इष्ट देव को धुप, तिलक करें, उसके बाद अंगूठी को भी तिलक करें और जो भी आपकी चाहत है उसे मंगाते हुए पूजा अर्चना करें,
पूजा करने के बाद बुध मन्त्र (ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः) 11,000 बार जाप करें, अगर इतना संभव ना हो तो 108 बार तो करें,
बुध मन्त्र का जाप करने के बाद पन्ना की अंगूठी की अपनी कनिष्ठा(सबसे छोटी) उंगली में धारण करें।

पन्ना धारण करने के बाद २ महीने में बुध के प्रभाव मिलने शुरू हो जायेंगे, एक बार अंगूठी धारण करने के बाद अंगूठी को बार बार निकलना निषेद है।

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मिथुन जातकों के अन्य शुभ रत्न

मिथुन जातकों के लिए अन्य शुभ रत्नों में नीलम और हीरा होते है, नीलम और हीरा धारण करने से मिथुन जातकों को धन लाभ, भाग्योदय, उनत्ति और तरक्की प्राप्त होती है।

mithun rashi के जातकों का शुभ रुद्राक्ष

4 मुखी रुद्राक्ष सम्बन्ध बुध ग्रह से है, इसलिए इस रुद्राक्ष से 4 मुखी रुद्राक्ष के साथ साथ मिथुन जातकों को बुध के भी समस्त लाभ प्राप्त होते है,

इसलिए मिथुन राशि के जातकों का शुभ धारणीय रुद्राक्ष 4 मुखी रुद्राक्ष होता है, 4 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से मिथुन जातकों के जीवन में सकारात्मकता आती है, मुसीबतें और परेशानियां दूर रहती है,

4 मुखी रुद्राक्ष को जगत पिता ब्रह्मा और माँ सरस्वती का स्वरूप माना जाता है, इस रूद्रक्ष को धारण करने से मिथुन जातकों को ब्रह्मा और माँ सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है,
पढ़ने वाले विद्यार्थियों को तो यह रुद्राक्ष पढ़ाई में एकाग्रता और सफलता प्रदान करता है, करियर बनाने में बहुत मदद करता है, व्यक्ति आद्यात्मिक क्षेत्रों की ओर बढ़ता है, बुरे कर्म और विचार ख़त्म होते है, मानसिक शांति और अच्छा स्वास्थय मिलता है और जीवन में धन संपन्ता आती है।

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4 मुखी रुद्राक्ष धारण विधि

4 मुखी रुद्राक्ष को सोमवार को सूर्योदय बाद शिव मंदिर में जाकर धारण करें, रुद्राक्ष को गंगा जल से शुद्ध करें, धुप, तिलक करने के बाद शिव पूजा करें और (ओम ह्रीं नमः) मंत्र का 108 बार जाप करने के बाद अपनी सुविधा अनुसार चांदी में या काले डोरे में गले में धारण करें।

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