meen rashi ke log kaise hote hain मीन राशि की खासियत

इस पोस्ट के माध्यम से हम जानकारी प्राप्त करेंगे की meen rashi ke log kaise hote hain मीन राशि की खासियत, उनका स्वाभाव कैसा होता है, उनका व्यक्तित्व कैसा होता है, उनकी आजीविका, वैवाहिक जीवन और क्या उनमें कोई अवगुण भी होते है।

meen rashi के जातक

meen rashi के जातक और उनके जीवन के बारे में

  • (दि, दु, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
  • मीन राशि को अंग्रेजी में पाइसिस (pisces) कहते हैं।
  • मीन राशि बारहवीं और अंतिम राशि होती है।  मीन राशि का स्वामी ग्रह ब्रहस्पति(गुरु) होता है। मीन राशि का चिन्ह दो मछलियां होता हैं। जिनके मुख एक दूसरे की विपरीत दिशा में रहते है।  
  • मीन राशि का वार गुरुवार तथा  रत्न पीला पुखराज होता है। 
  • मीन राशि को दया, भावुकता एवं आध्यात्मिकता की राशि माना जाता है। यह द्विस्वभाव वाली राशि होती है, मीन जातकों के स्वाभाव को समझ पाना थोड़ा मुश्किल होता है। 
  • इस राशि का सम्बन्ध जातक के दोनों पांव, तलवे एवं पैरों की उंगलियों से होता है।
  • मीन राशि कफ़ एवं शीत प्रकृति की होती है।

meen rashi और ग्रह

  • शुक्र जब मीन राशि में होता है तो शुक्र उच्च का होता है और  27 अंश पर पूर्ण उच्च का होता है। 
  • जबकि बुध मीन राशि में होने पर नीच का हो जाता है, एव 15 अंश पर पूर्ण नीच स्थिति में होता है। मीन राशि बुध के लिए अस्त राशि भी है। 
  • मीन राशि के मित्र ग्रहों में सूर्य व मंगल आते है , शनि ग्रह सम तथा बुध व शुक्र शत्रु होते है। 
  • शनि ग्रह जब मीन राशि में होता है तो शनि, जातक का सुधार करता है। 
  • मंगल ग्रह जब मीन राशि में होता है तो जातक में उत्तेजना, परिश्रम, क्षति व एक्सीडेंट आदि का भय देता है। 
  • सूर्य ग्रह जब मीन राशि में होता है तो, गुस्सा, जल्दबाजी , बुखार, अंतड़ी में सूजन, आदि का भय रहता है। 
  • शनि और राहु ग्रह जब मीन राशि में होता है तो, वात रोग आदि देता है। 
  • चंद्र और शुक्र ग्रह जब मीन राशि में होता है तो,  सिनेमा, संगीत, हसीं मजाक, लेखन-कविता आदि का शौक प्रदान करता है तथा मदिरा सेवन की प्रवृत्ति भी दे सकता है।

meen rashi के जातकों का व्यक्तित्व

रंग रूप की दृष्टि से देखा जाये तो मीन जातक साधारण ही होते है, लेकिन मीन जातक आकर्षक व्यक्तित्व और स्वस्थ शरीर के मालिक होते है, उनकी आंखे बहुत सुन्दर होती है, जिसकी वजय से मीन जातकों में अच्छा आकर्षण होता है।

meen rashi के जातकों का स्वाभाव 

जब लग्न में चंद्र का विराजमान मीन राशि में होता है तब जातक की राशि मीन होती है, मीन राशि पर ब्रहस्पति ग्रह का अधिकार रहता है, ब्रहस्पति देवताओं और नवग्रहों के देवता है,

अपने राशि चिन्ह दो मछलियों की तरह मीन राशि भी एक द्विस्वभाव राशि है, इस वजय से इसका प्रभाव मीन जातकों पर भी पड़ता है जिसकी वजय से मीन जातकों के स्वाभाव में अस्थिरता देखने को मिलती है, अचानक उग्र हो जाना और अचानक शांत हो जाना उनके द्विस्वभाव में शामिल है, मीन जातकों में मानवता देखी जा सकती है और अक्सर वे कल्पनाओं में खोय रहते है, मीन जातक आध्यात्मिक प्रकृति के देखे जा सकते है, वे आध्यात्म से जुड़े कार्यों में काफी सम्मलित होते है,

ज्ञान के देवता ब्रहस्पति होने से मीन जातक बहुत बुद्धिमान और ज्ञानी होते है, बड़े सहज स्वाभाव के व्यक्ति होते है, किसी भी कार्य को बगैर सोचे समझे, विचार विमर्श किये बगैर कभी नहीं करते,
किसी भी कार्य को अच्छे से अच्छा अंजाम देने के चक्कर में मीन जातक अक्सर अपने कार्यो और निर्णयों में निरंतर बदलाव करते रहते है,

meen rashi में जन्म लेने वाले जातक ज्यादातर मान-सम्मान, सामाजिक प्रतिष्ठा एवं धन धान्य आदि सुखों से युक्त होते है।  विनम्र स्वभाव के होते है , मीन राशि के जातक अपना जीवन विलासिता से जीना चाहते है।  हंसमुख स्वाभाव के होते है , बहुत गुणवान होते है , धर्मशास्त्र एवं संगीत के शौकीन होते है , कला, अभिनय आदि क्षेत्रो में सक्रीय रहते है । 

मीन राशि के जातक माता-पिता,बड़े बुजुर्गों , एवं गुरुओं के प्रति विशेष श्रद्धा भाव रखने वाले होते है । उनका शरीर सुंदर एवं संतुलित होता है , नेत्र आकर्षित होते है , अच्छे विद्वान और शिक्षित होते है,  अपनों के प्रति वफादार होते है एवं परिवार से भी प्यार करने वाले होते है । 

मीन राशि के जातकों को जलीय वस्तुओं का बहुत शौक होता है एव ऐसी वस्तुएँ जो जल में उत्पन्न हो ,उनसे विशेष लाभ प्राप्त करते हैं।

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मीन जातकों के अवगुण

मीन जातक बहुत भावुक किस्म के व्यक्ति होते है, वे बहुत जल्दी भावनाओं में बह जाते है ,अपनी भावुकता के ही चलते वे सभी पर विश्वास कर लेते है, जिसकी वजय से उन्हें बहुत बार धोखो का सामना भी करना पड़ता है और वे बहुत निराश हो उठते है,

मीन जातकों में एकदम विपरीत गुण भी पाए जाते है, मीन जातक बहुत संस्कारी तो होते ही है लेकिन कभी कभी कभी बहुत ही कमजोर चरित्र वाले मीन जातक भी देखने को मिलते है, बहुत अधिक भोग विलास की ओर आकर्षित और नशीले प्रदार्थों के सेवन और बहुत अधिक मदिरापान में डूबे हुए देखने को भी मिलते है।

लेकिन अगर मीन जातकों को कोई सार्थक उद्देशय मिल जाये तो अपने गुणों और समझ से वे अपने अंदर बहुत जल्दी परिवर्तन भी कर लेते है, उनकी यही समझ और परिवर्तन सबको आश्चर्य में भी डाल देता है।

meen rashi और उनकी आजीविका

मीन जातकों को लंबी यात्राओं का बहुत शौक होता है, ज्यादातर वे लम्बी समुंद्री यात्राएं करना बहुत पसंद करते है, समुन्द्र और नदी किनारों में रहना उन्हें अत्यंत सुहाता है,

वैसे तो मीन जातक अच्छे कामयाब इंसान होते है, लेकिन फिर भी ये कारोबार से जुड़े हो या नौकरी से इनके जीवन में काफी उतार चढ़ाव देखने को मिलते है,

मीन जातक अच्छे व्यापारी होते है, आयात-निर्यात के व्यापार में मीन जातकों को काफी सफल देखा जा सकता है,
मीन जातकों को कामयाब कारोबारी, सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों में उच्च पदों पर, प्रशासनिक पदों पर, प्राध्यापक, धर्मगुरु, आचार्य, अध्यापक, शिक्षाविद, , सभापति, धर्मशासक, वैध, डॉक्टर, राजनेता, साहित्यकार आदि देखा जा सकता है।

मीन राशि के जातकों का वैवाहिक जीवन

मीन राशि के जातकों के वैवाहिक जीवन की बात की जाये तो उसे बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता है, वे अपने जीवनसाथी से बहुत प्रेम करते है और उनकी सुख सुविधाओं का बहुत ख्याल भी रखते है,
लेकिन मीन जातक ना तो इसे व्यक्त कर पते है और ना ही दिखावा कर पाते है, यही कारण है की उनके वैवाहिक जीवन में कुछ मतभेद बने रहते है, लेकिन उनका वैवाहिक जीवन सफल रहता है वे कभी अलग नहीं होते।

मीन राशि के जातकों का शुभ रत्न

मीन राशि के जातकों का शुभ और भाग्यशाली रत्न पीला पुखराज या सुनहेला होता है, इस रत्न को धारण करने से मीन जातकों के स्वामी ब्रहस्पति को बल मिलता है, ब्रहस्पति मजबूत होने से मीन राशि के जातकों को आर्थिक मजबूती और धन लाभ मिलता है,
शुभ रत्न पीला पुखराज धारण करने से मीन जातक अपने जीवन में प्रसिद्धि, सफलता, उच्च शिक्षा, विदेश यात्रा, पैतृक संपत्ति, भाई बहनों का स्नेह प्राप्त करते है।

इसलिए मीन जातकों को अपना शुभ और भाग्यशाली रत्न पीला पुखराज या सुनहेला जरूर धारण करना चाहिए।

मीन राशि के जातकों का स्वास्थ्य

मीन राशि के जातकों का स्वास्थय ठीक ही रहता है, लेकिन फिर भी इन्हें फेफड़ों की बीमारी, बुखार, आंख के रोग, गैस की समस्या, पेट की बीमारियों से ग्रसित हो सकते है।

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