प्रणाम मित्रों, आज की इस पोस्ट में हम तुला राशि के व्यक्तियों के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे और साथ ही तुला राशि के जातकों के भविष्य, उनत्ति, तरक्की, सामान्य जीवन और तुला राशि भाग्य मंत्र के बारे में भी जानकारी प्राप्त करेंगे।
तुला राशि
‘तुला राशि’ राशिचक्र के सातवें नंबर की राशि है, आकाशगंगा में इस राशि की आकृति दो बराबर पलड़ों की तरह दिखलाई देती है इसलिए तुला राशि का चिन्ह तराजू है,
तुला राशि का अंक 7 है, पुरुष जाती की इस राशि की दिशा पश्चिम है, तुला राशि की निवास स्थान व्यक्ति की नाभि है और इसकी प्रकृति वात और कफ है।
तुला राशि व्यापार, निति, न्यायपालिका, राजनीती, सिनेमा, कला जगत, साहित्य, गीत-संगीत, उच्च अधिकारी-सलाहकार आदि कार्यस्थलों की स्वामिनी है,
तुला राशि में जन्म लेने वाले जातक सुन्दर, मध्यम भी और लंबे कदो के, शांत स्वाभाव के, प्रसन्न रहने वाले होते है,
व्यापार से लेकर एक अच्छे राजनेता, कला क्षेत्रों, वकील, जज, कलाकार, गायक, राजदूत, परामर्शदाता, अभिनेता, हलवाई, होटल संचालक,फैंसी स्टोर्स आदि क्षेत्रों में देखे जा सकते है,
तुला राशि के जातक भाग्यवान होते है और अपने जीवन में अच्छी उनत्ति करते देखे जा सकते है।
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तुला राशि का स्वामी ‘शुक्र ग्रह’
तुला राशि का स्वामी ग्रह शुक्र है, शुक्र ग्रह सांसारिक सुखों, प्रेम, सुंदरता, आकर्षण, उत्तेजना, निःस्वार्थ प्रेम और पौरुष शक्ति के देवता है, शुक्र राक्षसों के देवता है और सूर्य और चंद्र के बाद यही सबसे प्रकाशमान और तेजस्वी ग्रह है,
शुक्र ग्रह को कामेच्छा के देवता भी माना जाता है, किसी भी पुरुष की कुंडली में शुक्र ग्रह की भूमिका बहुत अहम मानी जाती है,
शुक्र ग्रह मीन राशि में उच्च के और कन्या राशि में नीच के होते है, वृष और तुला इनकी अपनी राशियां है और मकर, कुम्भ, मिथुन, कन्या इनकी मित्र राशियां है और कर्क, सिंह, धनु और मीन शत्रु राशियां है,
मिथुन,कन्या, मकर और कुम्भ लग्न के जातकों को शुक्र शुभ फल देने वाले होते है और कृत्तिका, ज्येष्ठा, अश्लेषा, रेवती, स्वाति और आद्रा नक्षत्रों में जन्मे जातकों को भी शुक्र बहुत शुभ परिणाम देते है,
किसी भी जातक की कुंडली में शुक्र ग्रह शुभ-अशुभ स्तिथि के अनुसार ही उनके जीवन के ऐश्वर्य, भोग, विवाह, प्रेम, संगीत, कला, ललित कलाएं, शारीरिक सुंदरता, बल, पत्नी, प्रेमिका, कामेच्छा, शयनसुख, वस्त्र, आभूषण, वीर्य, आदि का विचार किया जाता है,
जिन तुला जातकों की जन्म कुंडली में शुक्र निर्बल होता है उन जातकों को हीरा अथवा सफ़ेद जिरकॉन धारण करना चाहिए, इन रत्नों को धारण करने से निर्बल शुक्र बलवान होता है और तुला जातक को शुक्र के सभी लाभ प्राप्त होते है,
अगर कोई जातक रत्न धारण के साथ शुक्र ग्रह के और अधिक लाभकारी प्रभाव प्राप्त करना चाहते है तो उन्हें नित्य शुक्र मन्त्र “ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:” का जाप करना चाहिए।
तुला राशि के जातक
तुला राशि के जातक मानसिक रूप से बहुत मजबूत और विलक्षण तार्किक क्षमता के स्वामी होते है, यह लोग किसी भी कार्य को पूर्ण किये बिना नहीं छोड़ते,
लेकिन इनके अंदर का गुस्सा और जल्दबाजी इनके लिए नुकसानकारी साबित होती है, जिसकी वजय से तुला जातक अपने काम का नुकसान कर बैठते है और इन्हें भारी नुकसान भी उठाने पड़ते है,
जैसा बताया की तुला जातकों पर पूर्ण रूप से शुक्र ग्रह का प्रभाव होता है, जिसकी वजय से इनमें बहुत सी कलाकारियां और अद्भुत कार्य करने की क्षमता होती है, लेकिन फिर भी कभी कभी तुला जातकों को जीवन में बहुत सी परेशानियों और उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता है,
बहुत से प्रयत्नों के बाद भी संघर्षो का सामना करना पड़ता है, आज के इस लेख में हम तुला राशि के भाग्योदय, उनत्ति, तरक्की, चमत्कारी मन्त्र, उपाय और तुला राशि भाग्य मंत्र के बारे में चर्चा करेंगे और जानेंगे की कैसे तुला जातक अपने जीवन का भाग्योदय कर सकते है और अपने उनत्ति के द्वार खोल सकते है।
अगर आप भी अपने जीवन में उनत्ति और खुशियां लाना चाहते है, उपाय और मन्त्र की जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो इस पूरी पोस्ट को अत्यंत ध्यानपूर्वक पढ़े।
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तुला राशि भाग्य मंत्र की सम्पूर्ण जानकारी और विधि
जैसे की अपने जाना की तुला राशि के जातक बहुत अच्छे व्यापारी, कलाकार और बुद्धिमान व्यक्ति होते है, इनके जीवन पर शुक्र के प्रभाव होने की वजय से ये बहुत जल्दी विचलित हो जाते है, गुस्सा आ जाता है जिसकी वजय से तुला जातक अपने बनते काम भी बिगाड़ लेते है,
शुक्र तुला जातकों को सांसारिक और भौतिक सुख, शारीरिक स्वस्थता, धन और उनत्ति देते है, इसलिए अगर तुला जातकों को जीवन में सफलता नहीं मिल पा रही है और निरंतर संघर्षो का सामना करना पड़ रहा है तो तुला जातकों को नित्य प्रीतिदिन इस मन्त्र का जाप करना चाहिए,
इन मंत्रों के जाप से तुला जातकों के जीवन के सभी कष्ट धीरे धीरे ख़त्म होने लगेंगे और जीवन निरंतर तरक्की और खुशहाली की और बढ़ने लगेगा।
तुला राशि के भाग्य मंत्र, शुक्र और बुध मन्त्र है
शुक्र तुला जातकों के जीवन में खुशहाली लाता है, जातक को समस्त सांसारिक और भौतिक सुख प्रदान करता है,
बुध मन्त्र तुला जातकों के जीवन का दूसरा भाग्य मंत्र है, इस मन्त्र के नियमित जाप से तुला जातकों की आर्थिक स्तिथ बहुत मजबूत होती है, कारोबार में उनत्ति, धन लाभ होता है अगर कोई तुला जातक नौकरी में है तो उस जातक की नौकरी में तरक्की होती है।
तुला राशि भाग्य मंत्र – शुक्र मन्त्र
1. ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
इस मन्त्र के निरंतर जाप से तुला जातकों की शक्ति बढ़ती चली जाती है, उनके जीवन में शुक्र के शुभ प्रभावों की वृद्धि होती चली जाती है, शुक्र जीवन के सभी सांसारिक सुखों को प्रदान करने वाला देवता है,
यही कारण है की तुला राशि भाग्य मंत्र का जाप तुला जातकों के जीवन के सभी दुखों, कष्टों और संघर्षो को ख़त्म करता है।
तुला राशि के जातकों पर शुक्र के प्रभाव
घर का वातावरण नकारात्मक रहना, घर के सदस्यों में आपसी मनमुटाव, घर में बरकत ना रहना, जीवन में उनत्ति ना होना और जीवन संघर्षों के साथ चलते रहना, घर परिवार में ख़ुशी माहौल न रहना, किसी मांगलिक कार्यों की संपन्ता ना होना, घर के सदस्य का बार बार बीमार हो जाना,
पति-पत्नी रिश्तों की कमी रहना, जीवन में नीरसता रहना, घर की साज-सज्जा ना हो पाना आदि,
अगर किसी तुला जातक के साथ ऐसी समस्याएं बनी हुई है तो ऐसी स्तिथि में तुला जातक को अपने स्वामी देवता शुक्र ग्रह का मन्त्र जप रोज नित्य सूर्योदय के समय स्नान आदि करके अपने पूजा स्थल में बैठकर शुक्र मन्त्र का जाप अपनी पूरी एकाग्रता के साथ करना चाहिए,
तुला जातकों के स्वामी देवता शुक्र मन्त्र का नियमित जाप करने से आप स्वंय अनुभव करेंगे की आपके घर का माहौल सकारात्मक होने लगेगा, यह प्रभावशाली मन्त्र आपके घर और जीवन में खुशहाली लाने लगेगा,
आप खुद अपने जीवन में बदलाव का अनुभव करने लगेंगे, घर की आर्थिक स्तिथियां भी अच्छी होने लगेंगी और आप एक खुशहाल जीवन की ओर बढ़ चलेंगे।
तुला राशि भाग्य मंत्र – बुध मन्त्र
2. ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः!
तुला राशि के जातकों पर बुध के प्रभाव
तुला राशि के जातकों के जीवन में बुध के बहुत अधिक प्रभाव रहते है, तुला राशि के स्वामी शुक्र और बुध में बहुत घनिष्ठ मित्रता भी है, बुध तुला जातकों के जीवन में धन और भाग्य का स्वामी होता है,
यही कारण है की अगर तुला जातक अपने जीवन में धन, आर्थिक और कमजोर भाग्य की स्तिथियों का सामना कर रहे है तो उन्हें प्रतिदिन सुबह बुध मन्त्र का जाप करना चाहिए,
बुध व्यापार, बुद्धि, वाणी, धन, शिक्षा का देवता है, कुंडली में मजबूत बुध की स्तिथि जातक को बहुत उनत्तियों पर पहुँचा देती है,
बुध का नियमित जाप करने से आप देखेंगे की तुला जातकों के जीवन में कारोबार, धन की स्तिथियां सुधरने लगेंगी, भाग्य प्रबल होने लगेगा और जीवन में खुशियों का आगाज होने लगेगा।
मंत्रजप विधि
तुला जातकों को सुबह स्नान करने के बाद अपने घर के मंदिर में धूप, दीप, अगरबत्ती करने के बाद आसान लगाकर बैठ जाना चाहिए,
उसके बाद आपकी कुल देवी या अपने इष्ट देव का स्मरण करें, पूजा करें।
पूजा करने के बाद अपने मन में अपनी उनत्ति , तरक्की, परिवार की खुशियां, अच्छे स्वास्थय की कामना करने के बाद किसी भी एक मन्त्र या दोनों मंत्रो का एकाग्रता के साथ कम से कम 1 माला (108 बार) या 3, 5, 7, 11 अपनी इच्छानुसार जाप करें,
ऐसा आपको नियमित करना है, धीरे धीरे कुछ दिनों के साथ साथ आप देखेंगे की आपके जीवन में बदलाव होने शुरू हो गए है, आपके कारोबार में बढ़ोतरी होने लगेगी, धन आगमन बढ़ने लगेगा, घर का वातावरण खुशनुमा होने लगेगा,
इन मंत्रो की शक्ति आपको खुद महसूस होने लगेगी, हो सकता है की आपको कुछ चमत्कारों का भी अहसास होने लगे, आपके जीवन में सकारत्मकता आने लगेगी, आपको खुद अपने अंदर एक खुशी का अहसास होने लगेगा।
तुला राशि भाग्य मंत्र के लाभ
1. ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
2. ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः!
तुला राशि भाग्य मंत्र के अन्य लाभ
तुला राशि भाग्य मंत्र में से आप दोनों या कोई भी एक मन्त्र अपनी इच्छानुसार जप कर सकते है, इन दोनों मंत्रों के विशेष लाभ तुला जातकों को अवशय प्राप्त होते है, ऊपर बताए गए लाभों के अलावा तुला जातकों को अन्य प्राप्त होने वाले लाभ इस प्रकार है:-
मानसिक और शारीरिक मजबूती
इन मंत्रों के जाप से तुला जातकों की मानसिक शक्ति बहुत मजबूत होती है, उनकी बौद्धिक क्षमता और वाणी बहुत मजबूत होती है, जिसका नतीजा तुला जातक अपने जीवन में मजबूत और लाभकारी फैसले लेते है, उनके मन का भय ख़त्म होता है, जातक अपने जीवन की बड़ी से बड़ी परेशानियों को आसानी से सुलझा लेता है।
जातक शारीरिक रूप से मजबूत होता है, मंत्रों के जाप से जातक के सभी चक्रों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ते है, जिससे जातक मानसिक और शारीरिक रूप से बलशाली होता है, उसके स्वास्थय पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है और जातक का शरीर किसी भी बीमारियों को अपने पास नहीं आने देता।
जातक के जीवन में अचानक सकारात्मक और व्यापारिक उनत्ति आती है, सरकारी संस्थानों से लाभ प्राप्त होता है, सरकारी नौकरी में भी उच्च पद की प्राप्ति होती है।
तुला राशि जातकों के लिए अन्य भाग्यशाली उपाय
रत्न धारण
तुला जातकों को अपने जीवन में उनत्ति, तरक्की और खुशहाली लाने के लिए अपना भाग्यशाली रत्न सफ़ेद जिरकॉन या पन्ना धारण करना चाहिए,
इन रत्नों को धारण करने से तुला जातकों का शुक्र और बुध ग्रह मजबूत होता है, जिससे तुला जातकों के जीवन में आर्थिक उनत्ति और धन लाभ होता है, पारिवारिक खुशियां आती है, पत्नी या प्रेमिका से सुख प्राप्त होता है,
जो जातक शिक्षा ग्रहण कर रहे है या उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे है उन विद्यार्थियों को सफलता प्राप्त होती है,
शिक्षण संस्थानों, शेयर मार्किट, ट्रेडिंग व्यवसाय, प्रिंटिंग कार्यों, कंप्यूटर कार्य, इन्शुरन्स, बीमा, बैंक, रेलवे आदि क्षेत्रों से जुड़े तुला जातकों को यह रत्न धारण करने से बहुत उनत्ति प्राप्त होती है,
अगर कोई जातक सरकारी कार्यों, सरकारी ठेकेदारी या राजनीती से जुड़ा है, जातकों को अपने क्षेत्रों में सफलता प्राप्त होती है।
तुला राशि के जातकों के पूजनीय भगवान
तुला जातकों के लिए शुक्रवार का दिन बहुत लाभकारी और भाग्यशाली दिन होता है और शुक्रवार का दिन माँ लक्ष्मी, माँ दुर्गा का दिन है, इसलिए तुला जातकों का माता लक्ष्मी और माता दुर्गा की भक्ति करने से विशेष लाभ प्राप्त होते है,
इनकी पूजा करने से तुला राशि के जातकों को उनत्ति, तरक्की, धन लाभ होता है और किसी भी तरह के जादू टोने, बाहरी हवा, बुरी नजर के प्रभाव भी नहीं पड़ते।
तुला जातकों के लिए उपवास
तुला जातकों को माँ लक्ष्मी और माँ दुर्गा के दिन शुक्रवार का उपवास करना बहुत श्रेष्ठ होता है, इस दिन उपवास करने से तुला जातकों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है, घर में खुशियां बनी रहती है, घर में मांगलिक कार्य संपन्न होते है, आर्थिक उनत्ति होती है।
तुला राशि के जातकों का भाग्यशाली रुद्राक्ष
तुला राशि के जातकों का भाग्यशाली रुद्राक्ष “6 मुखी रुद्राक्ष” है, 6 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से तुला जातकों को भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त होता है, उनका भाग्योदय होता है,
जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त होती है और उनका स्वास्थय भी बहुत अच्छा रहता है।
निष्कर्ष
तो दोस्तों ! आपको हमारा यह लेख तुला राशि भाग्य मंत्र आपको कैसा लगा, हमने इस लेख में आपको तुला जातकों के सम्बन्ध में पूरी जानकारी देने की कोशिश की और साथ ही तुला जातक कैसे अपने कठिन दिनों में पूजा, प्रार्थन और मंत्रों के द्वारा अपने जीवन में खुशियां और तरक्की ला सकते है,
इस बारे में भी जानकारी प्रदान की, उम्मीद है की यह लेख आपको पसंद आया होगा, अपने विचार कमैंट्स में जरूर दे,
धन्यवाद !