इस लेख में हम यह जानेंगे की शनि का रत्न नीलम पत्थर कौन पहन सकता है? किन व्यक्तियों के लिए नीलम पत्थर लाभदायक होता है।
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नीलम पत्थर
नीलम पत्थर शनि का रत्न है, नीलम रत्न बहुत जल्दी असर दिखाने वाला रत्न है, अगर यह किसी को सूट कर जाए तो वह व्यक्ति बहुत जल्दी अपने जीवन में तरक्की कर जाता है और नहीं सूट होने पर व्यक्ति को बहुत नुकसान कर देता है, यह नुकसान आर्थिक और शारीरिक किसी भी प्रकार के हो सकते है।
नीलम रत्न धारण करने से पहले अपनी जन्म कुंडली का किसी गुणी ज्योतिष से परामर्श आवश्य कर लेना चाहिए, अपनी कुंडली में शनि की स्तिथि और शनि पर अन्य ग्रहों के प्रभाव देखते हुए ही नीलम पत्थर धारण करने का निर्णय लेना चाहिए।
नीलम पत्थर कौन पहन सकता है?
- जिन व्यक्तियो की कुंडली में शनि योगकारक है वही व्यक्ति नीलम पत्थर धारण कर सकते है।
- जिन व्यक्तियों की कुंडली में शनि शुभ भावों के स्वामी है वही व्यक्ति नीलम धारण कर सकते है।
- जिन व्यक्तियों की कुंडली में शनि चतुर्थ, पंचम, दशम या एकादश भाव में है वे व्यक्ति नीलम पत्थर पहन सकते है।
- शनि के षष्ठेश या अष्टमेश में विराजमान होने पर भी नीलम पत्थर धारण किया जा सकता है।
- कुंभ और मकर लग्न के जातक भी नीलम पत्थर धारण कर सकते है।
- शनि की महादशा, अन्तर्दशा और शनि की साढे साती में भी कुंडली में शनि की स्तिथि देखते हुए नीलम पत्थर धारण कर सकते है।
- अगर शनि सूर्य से अस्त हो, सूर्य के साथ हो या सूर्य से दृष्ट हो तो नीलम पत्थर धारण कर सकते है।
- जिन व्यक्तियों का लग्न वृष, मिथुन, कन्या, और तुला है वे व्यक्ति नीलम पत्थर धारण कर सकते है और मेष लग्न के लोग शनि की महादशा में नीलम पत्थर धारण कर परिक्षण कर सकते है।
- अगर कोई व्यक्ति हड्डियों के रोग से पीड़ित है वह व्यक्ति इस रोग में लाभ के लिए नीलम धारण कर परिक्षण कर सकता है।
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नीलम पत्थर धारण का तरीका
नीलम पत्थर शनिवार की संध्या धारण करना चाहिए, शनि की पूजा अर्चना और मन्त्र जप के बाद नीलम पत्थर मध्यमा ऊँगली में धारण करना चाहिए
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