नीलम रत्न किसी चमत्कारी रत्न से कम नहीं है, नीलम धारण करने से व्यक्ति का जीवन बदल सकता है व्यक्ति को फ़क़ीर से अमीर बनने में समय नहीं लगता और वही इसके विपरीत अगर नीलम रत्न किसी को सूट नहीं करें तो व्यक्ति को बर्बाद भी करने में समय नहीं लगाता, आइये जानते है शनि के रत्न ‘नीलम रत्न के चमत्कार’
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नीलम रत्न के प्रभाव
नीलम धारण करने से व्यक्ति के जीवन में अप्रत्याशित रूप से बदलाव आता है, व्यक्ति का मनोबल, कार्य करने की क्षमता, उसकी बौद्धिक क्षमता बहुत बढ़ जाती है, व्यक्ति निरन्तर तरक्की करता चला जाता है, यही है ‘नीलम रत्न के चमत्कार’
रत्नों में नीलम ही एक ऐसा रत्न है जो व्यक्ति के जीवन में अचानक परिवर्तन ला सकता है, अगर व्यक्ति साधारण सा जीवन जी रहा होगा तो अचानक उसके जीवन में तरक्की के द्वार खुल जाते है, उसकी किस्मत बदल जाती है, कारोबार अचानक बढ़ने लगता है और व्यक्ति की आर्थिक स्तिथि बहुत मजबूत हो जाती है,
व्यक्ति जिस क्षेत्र में रहता है उस क्षेत्र में व्यक्ति बहुत प्रसिद्द हो जाता है, समाज में उसका बहुत आदर होने लगता है और वह एक नामी व्यक्ति बन जाता है।
समाज में ऐसे बहुत से उदहारण मिल जायेंगे जब कोई राजनेता या कारोबारी बर्बाद हो जाता है और फिर उसके नीलम धारण से वह व्यक्ति चमत्कारी रूप से फिर से आबाद हो जाता है।
आपको ऐसे भी बहुत से उदहारण मिलेंगे जिसमे व्यक्तियों ने तरक्की और सफलता के लिए नीलम रत्न धारण किया और वह पूरी तरह से बर्बाद हो गए।
नीलम रत्न के चमत्कार तो जगजाहिर है, प्राचीन समय से नीलम रत्न को बहुत महत्त्व दिया जाता रहा है, राजा-महाराजा अपनी सुरक्षा और किस्मत के लिए नीलम धारण किया करते थे, उनका मानना था की इस रत्न के धारण से वे हमेशा सुरक्षित रहेंगे, दुश्मन कभी भी उनका नुकसान नहीं कर सकेंगे,
प्राचीन काल के लोग नीलम अपनी सुरक्षा और बुरी आत्माओं से बचने के लिए धारण किया करते थे, उनका मनना था की नीलम धारण करने से किसी भी प्रकार के नकारात्मक प्रभाव उन तक पहुंच नहीं पाएंगे।
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नीलम रत्न
नीलम शनि का रत्न है, यह रत्न नीले रंग का होता है, नीला रंग गहरा और हल्का दोनों तरह का होता है, नीलम बहुत कठोर रत्न है इसकी कठोरता हीरे के बाद की आती है, हीरे को सबसे कठोर खनिज माना जाता है।
नीलम देखने में बहुत आकर्षक और खूबसूरत होता है, नीलम सुन्दर नीले रंग का पूर्ण पारदर्शी और चमकदार रत्न है, इसमें शनि से प्राप्त होने वाले सभी शुभ फल रहते है, अंग्रेजी में नीलम को “ब्लू सफायर” बोला जाता है।
भारत के कश्मीर से प्राप्त होने वाला कश्मीरी नीलम और श्रीलंका से प्राप्त होने वाला सिलोनी नीलम संसार के सबसे उत्तम और श्रेष्ठ नीलम होते है।
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नीलम किसे धारण करना चाहिए
नीलम रत्न के चमत्कार, नीलम बहुत जाग्रत रत्न है, इसके शुभ और अशुभ प्रभाव तुरंत देखने को मिलते है, यह रत्न जितनी जल्दी अपने लाभ देता है उतनी ही जल्दी अपने अशुभ प्रभाव भी देता है, इसलिए नीलम धारण में अत्यंत सावधानी बरतनी चाहिए,
नीलम को अपनी कुंडली में शनि की स्तिथि और शनि किन भावों का स्वामी है उसी अनुसार देख कर धारण करना चाहिए।
ऐसा भी बहुत बार देखा गया है की कुंडली में शनि योगकारक होने के बावजूद भी नीलम रत्न सूट नहीं करता, इसलिए जब भी नीलम धारण करें पहले नीलम को अपने पास रखकर परिक्षण कर लें,
अगर नीलम रखने पर किसी भी प्रकार का अशुभ नहीं होता है या बुरे स्वपन नहीं आते है तो फिर नीलम धारण किया जा सकता है अन्यथा नहीं।
कुंडली के अनुसार नीलम धारण
- मेष, वृष, मिथुन, कन्या, तुला, मकर, कुंभ और धनु लग्न के जातकों के लिए नीलम धारण करना भाग्यवर्धक होता है।
- जिन जातकों की कुंडली में शनि चतुर्थ, पंचम, दशम और एकादश भाव में हो उन जातकों को नीलम धारण करना बहुत शुभ रहता है।
- यदि कुंडली में शनि षष्ठेश या अष्ठमेष हो तो नीलम धारण करने से राहत प्राप्त होती है।
- शनि की साढे साती और ढैया में नीलम धारण करना श्रेष्कर होता है।
- शनि की महादशा और अन्तर्दशा चल रही हो तो नीलम धारण करना लाभकारी रहता है।
- शनि की सूर्य के युति हो या शनि पर सूर्य की दृष्टि हो या शनि सूर्य से अस्त हो तो नीलम धारण करना जरुरी हो जाता है, शनि अपने प्रभाव और बल खो देता है इसलिए शनि का रत्न नीलम धारण करना जरुरी हो जाता है।
- कुंडली में शनि शुभ भावों का स्वामी है तब नीलम धारण करने से विशेष सफलता मिलती है और अगर शनि शुभ भावों का स्वामी होकर अशुभ भावों में बैठा है तो नीलम धारण करने से अशुभता कम होती है।
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लग्न अनुसार नीलम के प्रभाव
- मेष लग्न के जातक केवल शनि की महादशा में नीलम धारण करके लाभ ले सकते है।
- वृष लग्न के को नीलम जरूर धारण करना चाहिए, नीलम उनके लिए भाग्यवर्धक और लाभदायक रत्न होता है।
- मिथुन लग्न जातकों के लिए भी नीलम भाग्यवर्धक रत्न है, नीलम धारण से मिथुन जातकों को लाभ होता है।
- कर्क लग्न के जातकों के लिए नीलम बिलकुल भी लाभदायक नहीं होता है, इसलिए कर्क लग्न के जातकों को नीलम धारण नहीं करना चाहिए।
- सिंह लग्न के जातकों के लिए भी नीलम शुभ नहीं है, सिंह जातकों को नीलम धारण नहीं करना चाहिए।
- कन्या लग्न के जातकों के लिए नीलम शुभ है, धनवर्धक और संतान सुख का कारक है, कन्या लग्न के जातकों के लिए नीलम लाभदायक है।
- तुला लग्न के जातकों के लिए भी नीलम बहुत उनत्तिवर्धक और धनदायक है, तुला जातकों को नीलम जरूर धारण करना चाहिए।
- वृश्चिक लग्न के जातकों के लिए नीलम मध्यम शुभ है, इसलिए वृश्चिक लग्न के जातक शनि की महादशा में नीलम धारण कर परिक्षण कर सकते है।
- धनु लग्न के जातकों के लिए नीलम शुभ प्रभाव नहीं देगा इसलिए धनु जातकों को नीलम धारण नहीं करना चाहिए।
- मकर लग्न के जातकों के लिए नीलम अत्यंत शुभ, उनत्तिवर्धक, लाभदायक और भाग्यवर्धक है, मकर लग्न के जातकों को नीलम जीवनभर धारण करना चाहिए।
- कुम्भ लग्न के जातकों के लिए भी नीलम अत्यंत शुभ, उनत्तिवर्धक, लाभदायक और भाग्यवर्धक है, कुम्भ जातकों को भी नीलम पूर्ण जीवन धारण कारण चाहिए।
- मीन लग्न जातकों के लिए भी नीलम धनदायक और उनत्तिवर्धक रत्न है, इसलिए मीन जातक नीलम धारण कर सकते है।