गोमेद बहुत जल्दी अपने अच्छे या बुरे प्रभाव दिखलाता है। इसलिए गोमेद कभी भी अपनी अधूरी जानकारी के अनुसार धारण नहीं करना चाहिए। गोमेद धारण करने का सबसे अच्छा तरीका है की किसी योग्य ज्योतिष से अपनी जन्म कुंडली का विश्लेषण करवाया जाये और गोमेद धारण की जानकारी ली जाए। आइये जानकारों प्राप्त करते है की गोमेद कौन कौन पहन सकता है?
गोमेद कौन कौन पहन सकता है?
- मिथुन, कन्या, वृषभ, कन्या ,तुला, मकर और कुंभ राशि और लग्न के व्यक्ति गोमेद धारण कर सकते है।
- अगर जन्म कुंडली में राहु प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, दशम या एकादश भाव में बैठा है तो गोमेद धारण करना लाभकारी हो सकता है।
- अगर किसी जातक की जन्म कुंडली में राहु दूसरे, तीसरे, छठे, नवम या ग्यारहवें भाव में बैठा है तो भी राहु की स्तिथि का पूर्ण आंकलन करने के बाद ही गोमेद धारण किया जा सकता है।
- अगर जन्म कुंडली में राहु अपनी राशि कन्या से छठे या आठवें भाव में विराजमान है तो गोमेद धारण करना लाभकारी होता है।
- अगर राहु कुंडली में शुभ भावों यानि की केंद्र या त्रिकोण भावों में बैठा है तो राहु का रत्न गोमेद धारण करना लाभकारी होता है।
- यदि राहु मिथुन, कन्या, वृषभ, कन्या ,तुला, मकर और कुंभ राशि में किसी शुभ भाव में बैठकर नीच का हो गया हो तो गोमेद जरूर धारण करना चाहिए।
- यदि राहु कुंडली में सिंह राशि का हो या ये कह ले की राहु सिंह राशि में बैठा है तो भी गोमेद धारण करने से लाभ हो सकता है।
- यदि राहु शुभ भावों केंद्र या त्रिकोण में बैठा हो और उसपर सूर्य देव की दृष्टि हो तो भी गोमेद धारण करना बहुत लाभकारी होता है।
- राजनीती में सक्रिय रहने वाले व्यक्तियों के लिए गोमेद धारण करना बहुत लाभकारी रहता है, राहु राजनीती में सफलता का कारक है, राजनीती में सफल होने के लिए राहु का कुंडली में योगकारक होना बहुत जरुरी है इसलिए राजनीती से जुड़े लोगो धारण करने से अच्छी सफलता की प्राप्ति हो सकती है।
- अगर किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में राहु बुध अथवा शुक्र के साथ विराजमान है तो गोमेद धारण करना चाहिए।
- ऐसा लिखा तो नहीं जाना चाहिए लेकिन जो व्यक्ति जुए-सट्टे, लॉटरी, समग्लिंग, हेरा-फेरी, 2 नंबरी कार्य, स्टॉक मार्किट जैसे क्षेत्रों से जुड़े हुए है ऐसे कार्यो में राहु बहुत साथ देता है, ऐसे व्यक्तियों को गोमेद रत्न बहुत अधिक सूट कर सकता है।
- अगर कोई व्यक्ति क़ानूनी या अदालती केस में फ़सा हुआ है और वह उससे निकलना चाहता है तो गोमेद धारण करने से उसे जीत हासिल हो सकती है।
- जो व्यक्ति अदालत, न्याय, राज्यपक्ष से जुड़े हुए है उन व्यक्तियों को गोमेद अच्छा लाभप्रद हो सकता है।
- राहु प्रथम, त्रितये, चतुर्थ, पंचम, छठे, नवम, दशम, एकादश भाव में स्तिथ हो और राहु की महादशा चल पड़े तो गोमेद धारण करना जरुरी होता है।
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