लाजवर्त रत्न के फायदे

बहुत ही प्रभावशाली है ये रत्न लाजवर्त, राहु-केतु और शनि के बुरे प्रभावों को झट से करता है दूर#gemstone, आइये जाने लाजवर्त रत्न के फायदे

लाजवर्त रत्न के फायदे

रत्न बहुत प्रभावशाली होते है, रत्नों से हम हमारे ग्रहों के शुभ-अशुभ प्रभावों को कम कर सकते है। क्या आपको पता है इन्हीं रत्नों में लाजवर्त भी एक ऐसा रत्न है जिसे धारण करने से आप अपने जीवन की बहुत सी नकारात्मक ऊर्जाओं को ख़त्म कर सकते है। आइये लाजवर्त रत्न के बारे में जानकारी प्राप्त करते है।

लाजवर्त रत्न गहरे नीले रंग का रत्न होता है जिसपर काले, नीले, सिल्वर या गोल्डन धब्बें होते है। यह साधारण सा दिखने वाला उपरत्न इतना प्रभावशाली होता है की इसमें शनि, राहु, केतु और ब्रहस्पति के शुभ प्रभाव प्रदान करने की शक्ति होती है।

लाजवर्त रत्न लॉकेट

आइये जाने लाजवर्त रत्न धारण करने के लाभ

  • लाजवर्त धारण करने से जीवन में सकारात्मकता आती है, मानसिक शांति की प्राप्ति होती है। जातक का मनोबल बढ़ता है, जीवन के हर क्षेत्र में उनत्ति मिलती है, अध्यापन और शिक्षण संस्थानों से जुड़े व्यक्तियों को यह रत्न तरक्की प्रदान करता है।
  • जो व्यक्ति ट्रांसपोर्ट, खनिज, लोहा, कबाड़ी, ट्रांसपोर्ट, फैक्ट्री, मशीनरी, ऑइल, टायर, इम्पोर्ट एक्सपोर्ट, सट्टा, शेयर मार्केट, लॉटरी आदि जैसे कार्यो से जुड़े है उन व्यक्तियों को लाजवर्त रत्न तरक्की प्रदान करता है।
  • लाजवर्त रत्न मानसिक शक्ति और बुद्धि को एकाग्र करता है, इसलिए अगर लाजवर्त रत्न का लॉकेट विद्यार्थियों के गले में धारण करवाया जाए तो उन्हें शिक्षा में अच्छी सफलता मिलती है।
  • ऐसे व्यक्ति जिनकी जन्म कुंडली में शनि, राहु, केतु या ब्रहस्पति कमजोर पड़ रहे हो, उनके शुभ प्रभाव नहीं मिल पा रहे हो तो ऐसे जातकों को लाजवर्त रत्न की अंगूठी धारण करनी चाहिए।
  • भूत-प्रेत, जादू-टोना, नजर दोष अगर किसी व्यक्ति, स्त्री या बच्चें को इसकी परेशानी है तो लाजवर्त रत्न धारण करने से इनके प्रभाव ख़त्म होते है।
  • अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु केतु के अशुभ प्रभाव चल रहे हो या कालसर्प दोष का निर्माण हो तो ऐसे व्यक्तियों को लाजवर्त रत्न जरूर धारण करना चाहिए।
  • शनि की साढ़े साती चल रही हो तो लाजवर्त रत्न जरूर धारण करना चाहिए। अगर शनि की साढ़े साती अशुभ है तो लाजवर्त रत्न धारण करने से शनि के अशुभ प्रभाव कम होंगे।
  • अगर किसी व्यक्ति के जीवन में शनि या राहु की महादशा चल रही हो तो ऐसे व्यक्ति को लाजवर्त रत्न जरूर धारण करना चाहिए।
  • अगर राशि के अनुसार देखा जाए तो लाजवर्त रत्न मकर और कुंभ राशि का उपरत्न है और इसके स्वामी शनि है। इन राशि के व्यक्तियों को तो लाजवर्त रत्न जरूर धारण करना चाहिए।
  • लाजवर्त रत्न एक ऐसा रत्न है जिसे धारण करने के लिए राशि, लग्न या जन्म पत्रिका देखने की जरुरत नहीं है यह रत्न सबके लिए भाग्यशाली है इस रत्न को कोई भी, कहीं भी बगैर कुंडली देखें धारण कर सकता है

लाजवर्त रत्न के चमत्कार

लाजवर्त रत्न धारण विधि

लाजवर्त रत्न को शनिवार के दिन संध्या को शुभ मुहूर्त में चांदी में जड़वाकर धारण किया जाना चाहिए। धारण करने से पहले लाजवर्त रत्न की पूजा और शनि मंत्रो का जाप जरूर करें। उसके बाद लाजवर्त रत्न की अंगूठी या लॉकेट को शनि देव के चरणों में स्पर्श करते हुए सीधे हाथ की मध्यमा उंगली में धारण किया जाना चाहिए।

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