पुखराज रत्न के fayde

पुखराज रत्न के fayde: पुखराज रत्न ब्रहस्पति ग्रह का निर्धारित रत्न माना गया है। ब्रहस्पति ग्रह को सरल भाषा में गुरु ग्रह भी बोला जाता है।

पुखराज रत्न के fayde

जन्म कुंडली में जब ब्रहस्पति ग्रह की शुभता और बल को मजबूत करना होता है तब पुखराज रत्न धारण किया जाता है। ब्रहस्पति ग्रह को व्यक्ति के जीवन में ज्ञान, पिता, बड़े-बुजुर्ग, गुरु, शिक्षक, संतान, धार्मिक कार्य, स्वर्ण आभूषण, धन, सम्मान, प्रसिद्धि का कारक माना जाता है।

अगर व्यक्ति के जीवन में गुरु ग्रह के शुभ प्रभाव है तो व्यक्ति अपने जीवन में खूब ज्ञान, प्रसिद्धि और धन लाभ कमाता है। जीवन में सामाजिक सम्मान और हर प्रकार की सफलता प्राप्त करता है। व्यक्ति समाज में सम्मानित व्यक्ति होता है। व्यक्ति धन-धान्य से परिपूर्ण होता है।

Read also: १२ राशियाँ

अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में गुरु कमजोर हो, अस्त हो, नीच का हो तो कुंडली में गुरु की स्तिथि के अनुसार सोने की अंगूठी में पीला पुखराज जरूर धारण करना चाहिए। इससे गुरु प्रबल और बलशाली होगा और व्यक्ति जीवन के हर क्षेत्र में उनत्ति और तरक्की करेगा। अगर कोई विद्यार्थी है और वह उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहा है तो उसके ज्ञान में वृद्धि होगी और उच्च शिक्षा में सफलता प्राप्त करेगा। आइये जानते है pukhraj ke fayde और पुखराज कैसे धारण किया जाता है।

किन राशि के जातकों को पुखराज धारण करना चाहिए

अगर राशि के हिसाब से रत्न धारण किया जाए तो हर एक राशि का निर्धारित रत्न है। ऐसे ही ब्रहस्पति ग्रह का रत्न पुखराज धनु और मीन राशियों के लिए निर्धारित है। इन 2 राशियों के जातकों का सर्वश्रेष्ठ भाग्य रत्न है पुखराज, जीवन में हर प्रकार की सफलता प्राप्त करने के लिए इनके लिए यह रत्न सबसे सर्वश्रेष्ठ है।

धनु और मीन राशियों के जातक अच्छे ज्ञानी, साहसी और परिश्रमी होते है। पुखराज धारण करने से इनके अंदर गजब की ऊर्जा का संचार होने लगता है। पुखराज धारण करने से इन्हें जीवन का सही मार्गदर्शन प्राप्त होता है। इनके निर्णय लेने की क्षमता और मनोबल बढ़ता है और मन शांत होता है।

Read Also: आपका भाग्यशाली रत्न

धनु और मीन राशि के जातकों का राशि रत्न पुखराज होता ही है इसके अलावा मेष,कर्क,सिंह, वृश्चिक राशि के जातकों के लिए भी पुखराज रत्न बहुत लाभकारी और उनत्तिवर्धक रत्न है। मेष,कर्क,सिंह, वृश्चिक राशि क्व जातकों को सफलता प्राप्ति और सुख के लिए भी पुखराज धारण करना चाहिए।

मिथुन, कन्या और कुंभ राशि के जातकों के लिए पुखराज एक मारक रत्न है मारक यानि की इन राशि के जातकों को पुखराज धारण करने से लाभ की बजाए हानि करने लगेगा। इसलिए अच्छा यही होगा कि पुखराज धारणकरने से पहले किसी ज्योतिष से सलाह ले ली जाए।

वृष, तुला और मकर राशि के जातकों को कभी भी पुखराज धारण नहीं करना चाहिए इन्हें पुखराज धारण करने से जीवन में संघर्षो का सामना करना पड़ेगा और आर्थिक नुकसान भी हो सकते है।

पुखराज रत्न धारण

जब भी आप पुखराज रत्न धारण करें यह सुनिश्चित कर लें की पुखराज शुद्ध होना चाहिए, उसपर किसी भी तरह के दाग-धब्बें या काले छींटे नहीं होने चाहिए। पुखराज में चमक होनी चाहिए और पुखराज पारदर्शी होना चाहिए।

पुखराज रत्न को सोने की मुद्रिका में धारण करें और पुखराज का वजन 5 कैरट या उससे अधिक का ही होना चाहिए।

बृहस्पति के रत्न पुखराज को सोने या अष्टधातु की अंगूठी में किया जाना चाहिए। पुखराज अच्छी क्वालिटी और 5 कैरट से कम का नहीं होना चाहिए।

Read Also: चेहरे की सुंदरता कैसे बनाये रखें

गुरुवार के दिन सूर्योदय के बाद शुभ मुहूर्त देखकर ही पुखराज को धारण करना शुभ होता है, अशुभ मुहूर्त में धारण किया गया पुखराज लाभ नहीं देगा। धारण करने वाले दिन पुखराज को पहले गंगाजल से शुद्ध करके पूजा स्थल पर रखकर अपने इष्ट की पूजा करने के बाद ब्रहस्पति देव की पूजा और मन्त्र “ॐ ग्राम् ग्रीम् ग्रौम् सः गुरवे नमः” का 108 बार जाप करें और अंगूठी को अपने दाएं हाथ की तर्जनी उंगली में धारण करें। एक बार धारण करने के बाद अंगूठी को बार बार निकालने से बचें। 1 महीने के अंदर शीघ्र हो आपको ब्रहस्पतिदेव के शुभ प्रभाव मिलने प्राप्त हो जायेंगे।

यह जानकारी भी प्राप्त करें

रत्न कितने समय तक प्रभावशाली रहते है

राशि रत्न क्या है,कौन सा रत्न किस राशि के लिए फायदेमंद है

किस रत्न को किस धातु की अंगूठी में धारण करें

Read Also:

असली नीलम रत्न की कीमत

नीलम पत्थर कौन पहन सकता है?

नीलम पहनने से क्या लाभ होता है?

नीलम कौन सी उंगली में धारण करना चाहिए?

सबसे शक्तिशाली रत्न

नीलम ! इस रत्न को धारण करने से बदल सकती है आपकी किस्मत।

ब्लू सफायर(नीलम ) की विशेषता,धारण करने से लाभ एव धारण विधि

रत्न-रत्न ज्योतिष-भाग्य रत्न और जीवन पर प्रभाव

किस राशि में कौन सा पत्थर पहनना चाहिए?

Leave a Comment