4,7,8,9,12 राहु को शांत करने के घरेलू उपाय

4,7,8,9,12 राहु को शांत करने के घरेलू उपाय क्या है, अगर राहु आपकी कुंडली के 4,7,8,9,12 भावों में से किसी एक भाव में बैठा है तो आप सतर्क हो जाये। राहु आपके जीवन में बहुत सी मुसीबतें खड़ी कर सकता है, इसके उपाय करने जरुरी हो जाते है। राहु अशुभ कब होता है यह व्यक्ति की कुंडली में राहु की स्तिथि पर निर्भर होता है। ज्यादातर कुंडलियों में राहु के प्रभाव अच्छे नहीं होते।

राहु को शांत करने के घरेलू उपाय

राहु एक क्रूर, आक्रामक ग्रह है, राहु का कोई रूप नहीं है यह एक छाया ग्रह है और अगर राहु की किसी कुंडली में अशुभ छाया पड़ती हो तो यह व्यक्ति को बहुत बुरे दिन दिखलाता है। व्यक्ति का सबकुछ नष्ट हो जाता है, वह मारा मारा फिरने लगता है, कमजोर पड़ जाता है, उसका स्वास्थय बिगड़ जाता है, वह अशुभ घटनाओं का शिकार हो जाता है, जीवन केवल संघर्षों का होकर रह जाता है।

अगर आप शराब और मांस के सेवन की तरफ अधिक बढ़ रहे है तो समझ ले की राहु ख़राब हो रहा है, अगर आप बहुत अधिक अन्य स्त्रियों की तरफ जा रहे है तो आपका राहु अशुभ हो रहा है, अगर घर में बहुत अधिक कबाड़ बढ़ता जा रहा है, घर खंडहर होता जा रहा है तो राहु अशुभ हो रहा है, अगर घर में इलेक्ट्रॉनिक्स चीजें बार बार ख़राब होती है तो राहु अशुभ हो रहा है। अगर कारोबार चल ही नहीं रहा और आर्थिक समस्या लम्बे समय से चली आ रही है तो राहु अशुभ है।

अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु नीच का है तो आप यह जान ले की उस व्यक्ति को जीवन में बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, राहु जिस भाव में नीच का है उस भाव से सम्बंधित व्यक्ति को बहुत से कष्टों का सामना करना पड़ेगा।

अगर राहु कुंडली के चतुर्थ, सप्तम, अस्थम, नवम या द्वादश भाव में है तो व्यक्ति को जीवन में राहु की महादशा में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में जातक के लिए राहु के उपायों का सहारा लेना बहुत जरुरी हो जाता है।

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राहु की शांति के उपाय

अशुभ राहु होने पर जातक को हर शनिवार शिवलिंग पर काले तिल और जल चढ़ाना चाहिए

नित्य प्रतिदिन राहु मन्त्र “ऊं रां राहवे नम:” का 1 माला (१०८) बार करना चाहिए, राहु शांत होगा।

काले कुत्ते को शक्कर की मीठी रोटी खिलानी चाहिए, राहु की शांति का यह एक अच्छा उपाय है।

पक्षियों को दाना खिलाने से कुंडली में बैठे अशुभ राहु के प्रभावों में बहुत हद तक शांति प्राप्त होती है।

अगर आप राहु की ख़राब दशा से पीड़ित है और आप शराब, मांस त्यागकर सात्विक जीवन जीते है तो आपको राहु की शांति प्राप्त होगी।

रोज नित्य अगर आप दुर्गा चालीसा या भैरव चालीसा का पाठ सच्चे मन से करते है तो राहु आपका कुछ नहीं बिगाड़ पायेगा।

शनिवार के दिन संध्या के समय 1 लोटे जल में काले तिल और थोड़ा गुड़ डालकर पीपल पेड़ पर चढ़ाने से राहु दोष शांत होता है।

अगर कुंडली में राहु अशुभ और नीच का है तो गले में आवश्यक रूप से राहु यंत्र डालना चाहिए, राहु की शांति होगी।

गोमेद रत्न उंगली में धारण करने से राहु की शांति होती है, लेकिन उसके लिए कुंडली में राहु की स्तिथि का बारीकी से अध्यन करना होगा।

व्यक्ति के जीवन में अशुभ राहु के लक्षण होने पर यह कुछ राहु को शांत करने के घरेलू उपाय है जिनके इस्तेमाल से आप अपने जीवन में सुख शांति ला सकते है।

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