राशि के अनुसार कौन सा रत्न पहनना चाहिए

राशि व्यक्ति के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है, राशि ही जातक के व्यहवार और जीवन की घटनाओं को प्रभावित करती है। हर व्यक्ति की अपने जन्म के अनुसार राशि होती है जिसका अच्छा बुरा स्वाभाव व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करता है। इन्हीं राशियों के अपने रत्न भी निर्धारित है जिनके धारण से राशि के शुभ प्रभावों की वृद्धि होती है और व्यक्ति एक सुखद जीवन व्यतीत करता है। आइये जानते है राशि के अनुसार कौन सा रत्न पहनना चाहिए

राशि के अनुसार कौन सा रत्न पहनना चाहिए

राशि के अनुसार कौन सा रत्न पहनना चाहिए इसकी जानकारी होना बहुत जरुरी है, जिससे आप अपने भाग्यशाली राशि रत्न के बारे में जान सकते है और इसका लाभ उठा सकते है, आइये राशि अनुसार जानकारी प्राप्त करते है की आपका भाग्यशाली राशि रत्न क्या है।

मेष राशि

मेष राशि के जातकों का भाग्यशाली जन्म रत्न लाल मूंगा होता है।

लाल मूंगा धारण करने से मेष जातकों के जीवन में समृद्धि आती है, आर्थिक उनत्ति होती है, धन लाभ होता है, मनोबल मजबूत होता है, नए कार्यों की प्रेरणा मिलती है और दुश्मनों का नाश होता है।

मेष राशि के जातकों को मंगलवार की सुबह तांबे की अंगूठी में अनामिका उंगली में लाल मूंगा धारण करना चाहिए।

वृष राशि

वृष राशि के जातकों का भाग्यशाली जन्म रत्न हीरा

वृष राशि के जातकों का भाग्यशाली जन्म रत्न हीरा है। हीरा धारण करने से वृष जातकों के जीवन में सुख शांति और समृद्धि आती है।

हीरा वृष जातकों के जीवन में सौभाग्य की वृद्धि करता है, सभी सांसारिक सुखों की प्राप्ति करवाता है, उनकी पौरुष शक्ति को बढ़ाता है और वैवाहिक सुख का भरपूर आनंद प्राप्त करवाता है।

वृष राशि के जातकों को हीरा मध्यमा उंगली में चांदी की अंगूठी में धारण करना चाहिए। वृष जातक अगर हीरा धारण करने में असमर्थ हो तो उसके बदले सफ़ेद जिरकॉन धारण कर सकते है।

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों का भाग्यशाली और जन्म रत्न पन्ना

मिथुन राशि के जातकों का भाग्यशाली और जन्म रत्न पन्ना होता है।

पन्ना धारण करने से मिथुन जातक जीवन में उनत्ति तरक्की और धन लाभ कमाते है।

उनकी बौद्धिक क्षमता बढ़ती है, उच्च शिक्षा प्राप्ति में सहयोग करता है, उनकी बोलने और नेतृत्व करने की क्षमता बढ़ती है।

कारोबार में वृद्धि और आर्थिक स्तिथि बहुत मजबूत होती है, उनके प्रेम और वैवाहिक संबंध मधुर होते है।

मिथुन राशि के जातकों को पन्ना रत्न चांदी में बनवाकर बुधवार की सुबह शुभ मुहूर्त में कनिष्ठा उंगली में धारण करना चाहिए।

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों का भाग्यशाली जन्म रत्न मोती होता है। कर्क जातकों को मोती जरूर धारण करना चाहिए।

मोती धारण करने से आत्मविश्वास बढ़ता है, माँ लक्ष्मी की कृपा होती है, आर्थिक स्तिथि बहुत अच्छी होती है, कारोबार में तरक्की और सरकारी संस्थानों से लाभ मिलता है।

मोती धारण करने से कर्क जातकों का मनोबल और मानसिक शक्ति बहुत मजबूत होती है। यादाश्त बढ़ती है और स्वास्थय अच्छा रहता है।

कर्क राशि के जातकों को मोती रत्न की अंगूठी चांदी में जड़वाकर सोमवार की शाम को कनिष्ठा उंगली में धारण करनी चाहिए।

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों का भाग्यशाली जन्म रत्न माणिक्य होता है। सिंह राशि के जातकों को माणिक्य जीवन भर धारण करना चाहिए।

माणिक्य धारण करने से सूर्य को बल प्राप्त होता है। सिंह राशि के जातकों की प्रसिद्धि और सामाजिक सम्मान बढ़ता है। उनकी नेतृत्व शक्ति बढ़ती है, सरकारी नौकरी और सरकारी क्षेत्रों से लाभ प्राप्त होता है।

माणिक्य धारण करने से कारोबार में उनत्ति और धन आगमन के स्त्रोत्र बढ़ते है। जातक पर कोई हावी नही हो पाता, पारिवारिक रिश्ते मजबूत होते है। सिंह राशि का जातक सुखद जीवन व्यतीत करता है।

सिंह राशि के जातकों को माणिक्य तांबे, सोने, पंचधातु या अष्टधातु की अंगूठी में जड़वाकर रविवार सूर्योदय के बाद शुभ मुहूर्त में अनामिका उंगली में धारण करना चाहिए।

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों का भाग्यशाली जन्म रत्न पन्ना होता है। कन्या राशि के जातकों को पन्ना जरूर धारण करना चाहिए।

पन्ना धारण करने से कन्या राशि के जातकों को कारोबार और नौकरी में उनत्ति की प्राप्ति होती है, उनके जीवन में धन और अन्न की वृद्धि होती है। उनकी बुद्धि बहुत तीव्र हो जाती है, बौद्धिक क्षमता बढ़ती है, उनके जीवन में क्रिएटिविटी बढ़ती है, वाणी प्रबल होकर कन्या जातक अच्छे वक्ता हो जाते है। कन्या जातक प्रेम संबंधो में सफलता की प्राप्ति करते है।

साथ ही पन्ना धारण करने से कन्या राशि के जातकों का मन एकाग्र होता है, जिससे वे अपने जीवन के मिशन को लेकर एकाग्रता से बढ़ते हुए तरक्की करते है, उनकी आर्थिक स्तिथि बहुत मजबूत होकर वे जीवन में बहुत अच्छा धन लाभ कमाते है।

कन्या राशि के जातकों को पन्ना रत्न चांदी की अंगूठी में जड़वाकर सीधे हाथ की कनिष्ठा उंगली में बुधवार सुबह शुभ मुहूर्त देखकर धारण करना चाहिए।

तुला राशि

तुला राशि के जातकों का भाग्यशाली जन्म रत्न हीरा या सफ़ेद जिरकॉन होता है। तुला राशि के जातकों को हीरा जरूर धारण करना चाहिए।

तुला राशि के जातकों को हीरा या सफ़ेद जिरकॉन धारण करने से जीवन के समस्त भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है, वे जीवन के सांसारिक सुखों का भोग करते है, भोग विलास का जीवन प्राप्त होता है। स्त्रियों से मित्रता बढ़ती है, प्रेम संबंधो में सफलता और सुखी वैवाहिक जीवन की प्राप्ति होती है।

हीरा धारण करने से तुला जातकों की मर्दानगी बढ़ती है उनकी पौरुष शक्ति बढ़ती है, कलात्मक क्षेत्रों में सफलता और प्रसिद्धि की प्राप्ति होती है। कॅरियर में सफलता, धन लाभ और जीवन की सभी विलासिता की वस्तुओं की प्राप्ति होती है।

तुला राशि के जातकों को हीरा या सफ़ेद जिरकॉन रत्न शुक्रवार को सूर्योदय के बाद शुभ मुहूर्त देखकर चांदी की अंगूठी में हीरा या जिरकॉन रत्न जड़वाकर मध्यमा उंगली में धारण करना चाहिए।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों का भाग्यशाली जन्म रत्न लाल मूंगा होता है। वृश्चिक राशि के जातकों को लाल मूंगा जरूर धारण करना चाहिए।

लाल मूंगा वृश्चिक राशि के जातकों की शारीरिक और मानसिक शक्ति को बढ़ाता है, दुश्मनों पर विजय प्राप्त करवाता है, मुकदमों में विजय प्राप्त होती है, दुश्मनों का नाश होता है।

लाल मूंगा की अद्भुत शक्तियां वृश्चिक जातकों के आस-पास से नकारात्मक ऊर्जाओं को ख़त्म करती है।

लाल मूंगा धारण करने से वृश्चिक राशि के जातकों की आर्थिक स्तिथि बहुत मजबूत होती है, उनकी वित्तीय स्तिथि शीर्ष पर पहुँचती है, धन के भंडार बढ़ते है, जमीन जायदाद की वृद्धि होती है, उन्हें लंबी आयु की प्राप्ति होती है और उनका वैवाहिक जीवन बहुत सुखद होता है।

वृश्चिक राशि के जातकों को लाल मूंगा तांबे की अंगूठी में जड़वाकर मंगलवार को सूर्योदय के बाद शुभ मुहूर्त में अनामिका उंगली में धारण करना चाहिए।

धनु/मीन राशि

धनु/मीन राशि के जातकों को पीला पुखराज पहनना चाहिए, पीला पुखराज उनका भाग्यशाली रत्न है। पुखराज धारण करने से ज्ञान की प्राप्ति होती है, जातक का भाग्य चमकता है, व्यवसाय में उनत्ति और धन लाभ होता है, सामाजिक स्तर पर व्यक्ति की इज्जत और नाम बढ़ता है।

धनु/मीन राशि वालों के लिए पुखराज रत्न अध्यात्म के क्षेत्रों में भी सफलता की प्राप्ति करता है, अगर आप कोई साधना या मंत्रो का जाप करते है तो वह बहुत जल्दी फलित होते है। पुखराज गुरु बृहस्पति का रत्न है, वैसे भी गुरुदेव की समस्त कृपा प्राप्ति के लिए धनु/मीन राशि के जातकों को पुखराज जरूर धारण करना चाहिए, पुखराज उनके लिए एक सुरक्षा कवच की तरह है जो उन्हें जीवन में आने वाली सभी मुसीबतों से सुरक्षित रखेगा।

पुखराज रत्न विशेष तौर पर अध्यात्म, धन लाभ, ज्ञान की प्राप्ति, पैतृक संपत्ति, विदेश यात्रा, उच्च शिक्षा में सफलता प्राप्ति का रत्न है। जिन युवक युवतियों की शादी में परेशानियां आ रही हो पुखराज रत्न उनके विवाह के योग बनवाता है।

धनु/मीन राशि के जातकों को पुखराज रत्न स्वर्ण या अष्टधातु की मुद्रिका में पुखराज जड़वाकर बृहस्पति वार के दिन शुभ मुहूर्त में गुरु मंत्रों का जाप करते हुए तर्जनीउंगली में धारण करना चाहिए।

मकर/कुंभ राशि

मकर और कुंभ राशि के जातकों के लिए उनका सुरक्षात्मक और भाग्यशाली, उन्नतिवर्धक रत्न नीलम है। इन जातकों के लिए नीलम सफलता के द्वार खोलता है। जातक अपनी मेहनत से अपने बड़े कारोबार को स्थापित करता है या फिर किसी बड़ी कंपनी या प्रशासन में बड़े पद पर बैठता है।

नीलम धारण करने से मकर और कुंभ राशि के जातकों को बहुत अच्छी सफलता मिलती है, जीवन के कष्ट उनके आस-पास भी नहीं फटकते। शनि देव की कृपा इन जातकों पर सदा बनी रहती है। नीलम धारण करने से इनकी आर्थिक स्तिथि बहुत अच्छी बनी रहती है।
वैसे तो मकर और कुंभ राशि के जातकों को नीलम सदा के लिए ही धारण करना चाहिए, लेकिन अगर शनि की महादशा या साढ़े साती चल रही हो तो इस समय में इन जातकों को विशेष लाभ और सफलता मिलती है। अगर कुंडली में शनि पर कोई पीड़ा, अशुभता या कमजोरी हो तो शनि मजबूत और शुभ होते है।

जो मकर और कुंभ जातक ट्रांसपोर्ट, लोहा व्यवसाय, तेल–टायर- कोयला व्यवसाय, डॉक्टरी पेशे, इंजीनियरिंग, इंडस्ट्री, इंस्टिट्यूट आदि से जुड़े हुए है उन जातकों के लिए नीलम बहुत भाग्यशाली रत्न होता है।

नीलम रत्न शनिवार की संध्या मध्यमा उंगली में चांदी की अंगूठी में धारण किया जाना चाहिए। धारण करने से पहले अंगूठी की पूजा और शनि मंत्रों का जाप जरूर करें।

निष्कर्ष

इस पोस्ट में हमने आपको जानकारी दी राशि के अनुसार कौन सा रत्न पहनना चाहिए जो आपको जीवन में उनत्ति-तरक्की और सुरक्षा प्रदान करें, अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो कमैंट्स में बताये

माणिक रत्न कौन पहन सकता है?

जिन व्यक्तियों की राशि सिंह, मेष, वृश्चिक, कर्क और धनु है इन व्यक्तियों को माणिक धारण करना बहुत उनत्तिवर्धक होता है। माणिक रविवार के दिन सूर्योदय के बाद धारण किया जाना चाहिए।

माणिक को धारण करने से पहले उसे दूध और गंगाजल से स्नान करवाना चाहिए उसके बाद पूजा और सूर्य मंत्रों के जाप से अभिमंत्रित करके अनामिका ऊँगली में धारण कर लेना चाहिए।

माणिक धारण करने से आपको जीवन में बहुत जल्दी उनत्ति, तरक्की और प्रसिद्धि की प्राप्ति होगी।

गोमेद रत्न पहनने से क्या लाभ होता है?

गोमेद भूरे या गोमूत्र के रंग का चमकदार रत्न होता है। इस रत्न में राहु ग्रह के खतरनाक और विनाशकारी प्रभावों को शांत रखने की शक्ति होती है।

जब व्यक्ति राहु के दुष्प्रभावों से दुखी रहता है। जीवन के हर कार्य में परेशानी और संघर्ष करता है, कारोबारी और आर्थिक परेशानियां रहती है तब गोमेद धारण करके राहु के दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है।

कुंडली में अगर राहु की महादशा या अन्तर्दशा चल रही हो, कुंडली में काल-सर्पदोष का निर्माण हो तब भी राहु का रत्न गोमेद धारण करना लाभकारी होता है। गोमेद रत्न इतना शक्तिशाली रत्न है अगर यह किसी व्यक्ति को सूट कर जाये तो यह कुछ ही समय में व्यक्ति को उनत्ति के शिखर पर पहुंचा देता है।

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