धीर गंभीर, कला प्रेमी, परिश्रमी ‘कुंभ राशि के इष्ट देव कौन है’ इस पोस्ट में हम यही जानेंगे और उन्हें किनकी पूजा करनी चाहिए।
कुंभ राशि के इष्ट देव कौन है
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंभ राशि के देवता शनि ग्रह है। कुंभ राशि पर शनि का अधिकार रहता है। ज्योतिष में राशि के इष्ट देव को बहुत पूजनीय और सब कष्टों को हरने वाला बताया गया है। इष्ट देव राशि के गुरु होते है और किसी भी व्यक्ति के जीवन में गुरु होने का बहुत महत्व है, जिसके जीवन में गुरु नहीं उनका जीवन निरर्थक है।
यदि आप अपने जीवन को सुखी चाहते है, जीवन में तरक्की चाहते है, जीवन में कष्टों से दूर रहना चाहते है तो निश्चित रूप से आपको अपने जीवन में अपनी राशि के इष्ट देव को अपनाना चाहिए।
जो व्यक्ति अपनी राशि के इष्ट देव की पूजा आराधना करता है, उनके मंत्रों का जाप करता है, ऐसा व्यक्ति जीवन के समस्त कष्टों से दूर रहेगा। अगर उसके जीवन में कोई परेशानी आती भी है तो वह अधिक समय तक टिक नहीं पाती। इष्ट देव उसकी हर समस्या का हरण कर लेते है। इसलिए ऋषि मुनियों ने कहा है की हर जातक को अपनी राशि के इष्ट देव की पूजा आराधना-मन्त्र जप जरूर करना चाहिए।
कुंभ राशि के इष्ट देव कौन है
देवता तो बहुत है, लेकिन अगर आपको अपने जीवन में विशेष कृपा चाहिए तो आपको अपनी राशि के अनुसार अपने इष्ट देव की पूजा करनी चाहिए, क्योंकि आपके इष्ट देव का आपके ऊपर सबसे अधिक प्रभाव रहता है और आपके देवता ही आपकी रक्षा करते है।
जैसे की मेष राशि का रत्न लाल मूंगा है, वृष राशि का रत्न हीरा है तो उनको उनका राशि रत्न ही फलेगा अन्य रत्न नहीं, उसी प्रकार आपकी राशि के इष्ट देव ही आपकी रक्षा करने वाले होंगे अन्य की अपेक्षा।
प्रत्येक राशि के अपने इष्ट देव, ग्रह और राशि रत्न है। यह निर्धारित है, इसको बदला नहीं जा सकता। इष्ट देव आपके परम गुरु है और आपको अपना सर्वस्व उनके चरणों में समर्पित करना चाहिए, फिर देखें कमाल।
कुंभ राशि मतलब ‘घड़ा’ जसमें कुछ भी समा सकता है, कुंभ यानि की घड़ा मंगल का प्रतीक है। इसलिए कुंभ जातकों को अपने इष्ट देव की आराधना करनी चाहिए। कुंडली में चंद्र जिस राशि में विराजमान होते है वही आपकी जन्म राशि होती है।
कुंभ राशि के इष्ट देव शनि है, कुंभ राशि के जातकों को शनि देव की पूजा आराधना और उनके मंत्रों का जाप करना चाहिए। शनिवार को शनि मंदिर में सरसों तेल का दीप जलाना चाहिए, ऐसा करने से कुंभ राशि के जातकों को शनि देव की विशेष कृपा प्राप्त होती है, उनके जीवन के सभी कष्ट दूर होते है, उनके जीवन में उनत्ति होती है उनका आर्थिक जीवन बहुत अच्छा रहता है, वह किसी भी प्रकार के कष्टों से दूर रहते है।
शनि देव के आराध्य शिव और हनुमान जी है, इसलिए कुंभ जातकों को शनि देव के साथ अगर वह शिव और हनुमान जी की पूजा करते है तब भी उन्हें शनि देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। जीवन में खुशहाली प्राप्त होती है।
निष्कर्ष
साथियों इस पोस्ट “कुंभ राशि के इष्ट देव कौन है” में हमने आपको कुंभ राशि के आराध्य इष्ट देव के बारे में जानकारी दी। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो कमैंट्स में बताये। धन्यवाद!