प्रणाम साथियों, ज्योतिष परामर्श केंद्र में आपका बहुत बहुत स्वागत है। आज के इस post में हम सिंह राशि की कमजोरी क्या है की बात करेंगे, जिनकी वजय से सिंह जातक अपने जीवन में कई प्रकार की समस्याओं को खड़ा कर लेते है, जो उनके जीवन को पीछे भी धकेल सकती है और इन्हें अपने जीवन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
सिंह राशि की कमजोरी क्या है
सिंह राशि दबंग, क्रोधी, अक्रामकता, नेतृत्व, घमंड और अधिकार जमाने के लिए जानी जाती है। इस राशि के इस स्वाभाव के कारण ही सिंह राशि के जातक अपने जीवन में कई परेशानियां खड़ी कर लेते है।
कमजोरियां हमारा वह स्वाभाव होता है जिसे हम करना नहीं चाहते लेकिन वह हमसे हो जाती है। हमें तो वह सही लगता है लेकिन वह हमारे जीवन के लिए नुकसानकारी हो जाता है।
चाहे घर हो या बाहर, दोस्त हो या रिश्तेदार सिंह राशि के जातकों की सबसे बड़ी कमजोरी होती है इनका दूसरों पर अपना अधिकार, रौब जमाना, बात बात पर बहुत गुस्सा हो जाना, ये चाहते है की हर व्यक्ति इनके अधीन रहे और इनके अनुसार चलें, जिसके चलते लोग इनसे परेशान होकर दूर होने लगते है।
दूसरा ये लोग स्वार्थी स्वाभाव के भी होते है, जब तक इन्हें काम रहता है तब तक तो ये बहुत मिलनसार रहते है और जैसे ही इनका काम निकल जाता है ये तुरंत बदल जाते है, यह भी लोगों का इनके प्रति ईष्या का कारण बनता है। इन्हें सबके सामने अपने आप को श्रेष्ठ पेश करना, उतावलेपन और अहंकार को छोड़ना चाहिए अन्यथा लोग इनसे दूर होते चले जाते है।
इनका खर्चीला स्वाभाव भी इनके जीवन की कमजोरी का हिस्सा है, सिंह जातक अपने सुख संसाधनों पर बहुत खर्च करते है, पैसे की अहमियत को नहीं समझते। इनके बेवजय के खर्चे इनकी आर्थिक स्तिथि को कमजोर कर देते है, जिसके चलते इन्हें आगे के जीवन में धन सम्बंधित परेशानियों को झेलना पड़ सकता है।
सिंह जातकों को अपनी प्रशंसा सुनना और इनकी चाहत की सब इनके अनुसार चलें, यह भी इनकी बहुत बड़ी कमजोरी है, ऐसा नहीं होने से बहुत उदास और अकेलापन भी महसूस करने लगते है।
स्वास्थ्य की दृष्टि से देखा जाए तो सिंह जातक हार्ट अटेक, पीठ और पैरों में दर्द और आंखों की समस्या से परेशान रह सकते है।
सिंह राशि के जातकों की यह कुछ ऐसी कमजोरियां थी जिन्हें इन्हें दूर करने की कोशिश करनी चाहिए। ऐसा करने से इन्हें अपने जीवन में बहुत अच्छी तरक्की और कामयाबी हासिल हो सकती है।
सिंह जातकों को अपने जीवन को ख़ुशहाल रखने लिए हनुमान जी की सेवा और पूजा करनी चाहिए। माणिक्य अनामिका उंगली में धारण करना चाहिए, बिल्वपत्र की जड़ को ताबीज में धारण करना चाहिए और ॐ ह्रा ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः का जाप नित्य 108 बार करना चाहिए।
धन्यवाद साथियों अगर आपको post पसंद आई हो तो comments करें।