प्रणाम साथियों, ज्योतिष परामर्श केंद्र में आपका बहुत बहुत स्वागत है। आज के इस लेख में हम सफ़लता के लिए कर्क राशि के अचूक और चमत्कारी उपाय के बारे में जानेंगे।
सफ़लता के लिए कर्क राशि के अचूक और चमत्कारी उपाय
कर्क राशि राशिचक्र की चौथी राशि है। कर्क राशि के जातक कैसे भी व्यक्तित्व के दिखाई दें, लेकिन यह दिल से बहुत भावुक होते है। अपनी इसी भावुकता की वजय से ये लोग अक्सर छोटी छोटी बातों को लेकर भी बहुत परेशान हो जाते है। इनका स्वाभाव मूडी और संकोची होता है। इन्हें अपने घर परिवार से बहुत लगाव होता है। अगर इन्हें किसी काम के लिए दूर जाना पड़े तो यह अधिक दिनों तक अपने घर से दूर नहीं रह पाते।
इन्हें कला और संगीत से बहुत लगाव होता है, इसलिए अक्सर ये लोग कला, लेखन और कलाकार के क्षेत्रों से जुड़े मिल जाते है। अपने जीवन में बहुत से उतार चढ़ाव देखते हुए ये लोग जीवन में तरक्की करते है। कर्क जातक सवेंदनशील, पुण्य कर्म करनेवाले, प्रसिद्ध, माता पिता- बड़ों का सम्मान करनेवाले, बुद्धिमान, रोमांटिक होते है।
कर्क राशि का स्वामी चंद्र होता है, इसलिए कर्क राशि के जातकों पर चंद्र के पूर्ण प्रभाव रहते है, अगर इनकी कुंडली में चंद्र कमजोर, अशुभ या किसी पाप ग्रह से पीड़ित हो तो ये लोग बहुत कमजोर मानसिकता, मनोबल, डरनेवाले, अत्यंत भावुक, बहुत जल्दी रोगों की चपेट में आने वाले और संघर्षशील जीवन जीने वाले हो सकते है। इसलिए हर कर्क जातक को अपने जीवन में चंद्र के प्रभावों को मजबूत और शुभ रखना बहुत जरुरी होता है। जिससे उनके जीवन में कष्ट और मुसीबतें दूर रहें। उन्हें समय समय पर चंद्र के उपाय जरूर करते रहना चाहिए जिससे उनका और उनके परिवार का जीवन खुशहाल रहें।
आइये आज सफ़लता के लिए कर्क राशि के अचूक और चमत्कारी उपाय जानते है। जिन्हें अपनाकर वे अपने जीवन को खुशहाल और सुरक्षित रख सकते है। यह उपाय जो हम बताने जा रहे है इन्हें करने से कर्क राशि के जातकों का चंद्र मजबूत होता है और चंद्र दोष समाप्त होते है।
सफ़लता के लिए कर्क राशि के अचूक और चमत्कारी उपाय
सोमवार के दिन व्रत रखें, शिवलिंग का कच्चे दूध से अभिषेक करें और शाम को ब्राह्मण को चांदी और चावल दान करें।
दादी और माता की सेवा करें और उनकी आज्ञा का पालन करने से चंद्र मजबूत होता है।
चांदी के पात्र में खीर और दही का सेवन करें।
गरीबों को दूध का दान करें, उन्हें दूध मुफ्त में पिलाए।
कभी भी पानी या दूध आदि पीने के लिए कांच का गिलास उपयोग ना करें।
आप जिस बेड पर सोते है उसके चारों तरफ चांदी की तार लपेट लें।
घर की नींव या घर की चौकठ के नीचे तांबे का मंगल यंत्र गाड़ दें।
वर्षा ऋतु के दिनों में बारिश का पानी किसी पात्र में इक्कठा कर लें और फिर हर सोमवार को घर में छिड़काव करें।
सूर्य से सम्बंधित चीजों जैसे की तांबे का पात्र, गेहूं, गुड़ मंदिर के बाहर गरीबों को दान करें।
अपने घर के आंगन में गोबर का लेप करें।
चांदी का घोडा घर में रखें।
छोटी कन्या को खीर खिलाए और हरे वस्त्र दान करें।
घर में मुख्य दरवाजें के दाई तरफ चांदी का चंद्र लगाए।
वट वृक्ष की छोटी टहनी काट लें, उसपर कलावा लपेट लें अब उसे घर के किसी सुरक्षित स्थान पर रख दें।
माँ दुर्गा की पूजा करें।
घर में कन्या का जन्म हो तो चांदी का पात्र गरीब की दान करें, अगर लड़के का जन्म होता है तो तांबे का पात्र दान करें।
अगर आपकी जानकारी में किसी गरीब के यहां कन्या का विवाह हो रहा हो तो उनकी सहायता करें।
घर में गाय पाले और उसकी सेवा करे।
सोमवार के दिन सफ़ेद कपडे में कुछ चावल और शक्कर को बांध लें, उसमें कोई सफ़ेद फूल डालकर पोटली बना लें और चलते जल में प्रवाहित करें।
रात्रि के समय कभी भी किसी अजनबी से बात ना करें।
हमेशा गाय का दूध ही पीये
एक मिट्टी का पात्र लें और उसमें दही में शक्कर मिला लें, इस पात्र को चांदनी रात में छत पर खुले में रख दें, सुबह उस दही को पक्षियों को खिला दें।
घर में सफ़ेद कबूतर या खरगोश पालें।
किसी मंदिर या धर्मशाला में नल लगवाए।
25 वर्ष के बाद ही विवाह करें और विवाह से पूर्व ससुराल से चांदी का पात्र दान में लें, उसमें खीर, दही इत्यादि का सेवन करें, उसे संभाल कर रखें और किसी को ना दें।
किसी मंदिर में पीपल के पेड़ की जड़ में 20 दिन बगैर छूटे दूध चढ़ाए।
किसी अनजान व्यक्ति के घर पर कभी भी भोजन ना करें।
शमशान घाट से नल या कुंए का पानी लेकर घर में सुरक्षित स्थान पर रखें।
पितृपक्ष में पित्तरों के नाम का श्राद जरूर करें।
किसी यात्रा में जाने से पहले घर में हवन या यज्ञ करवाए।
माँ काली या भैरव जी के मंदिर में दूध चढ़ाए।
घर में कुआं कभी ना खुदवाए।
किसी के दिये हुए वस्त्र नवजात बच्चें को ना पहनाए।
किसी भी व्यक्ति का अन्याय ना सहन करें, ऐसा करने से चंद्र कमजोर होगा।
कोई भी शुभ कार्य करने से पहले थोड़ा गुड़ और पानी पीकर शुरू करें।
सोमवार के दिन चमेली की जड़ को सफ़ेद धागे में बांधकर दाईं भुजा में धारण करने से कर्क जातकों के सभी कष्ट दूर होते है।
सोमवार की सुबह खिरनी वृक्ष की जड़ घर लाकर पूजा करके सफ़ेद धागे में बांधकर संध्या को दाईं भुजा में धारण करें। सभी कष्ट दूर होंगे।
रोज प्रतिदिन सुबह चंद्र मन्त्र “ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चंद्रमसे नमः” का जाप 108 बार करें
गले में चंद्र यंत्र 5 कैरट के मोती के साथ धारण करें।
कनिष्ठा उंगली में 6 कैरट या ऊपर का मोती चांदी की अंगूठी में धारण करें।
तो साथियों ये थे कर्क राशि के अचूक और चमत्कारी उपाय जिन्हें अपनाकर आप अपने जीवन को कष्टों से दूर और खुशहाल रख सकते है। धन्यवाद !