Red coral benifits: मेष लग्न में लाल मूंगा धारण

मेष लग्न यानि की प्रथम भाव में मेष राशि या 1 नंबर होना। मेष लग्न का स्वामी मंगल होता है इसलिए जिस किसी भी व्यक्ति का मेष लग्न होगा आप यह जान लें की उसपर आजीवन मंगल के प्रभाव होंगे। आइये जाने मेष लग्न में लाल मूंगा धारण करना लाभकारी है या नुकसानकारी

मेष लग्न में लाल मूंगा धारण

मेष लग्न में मंगल प्रथम और अष्ठम भाव का स्वामी होता है। अब देखना यह होता है की मंगल जो आपका स्वामी होकर आपके ऊपर सम्पूर्ण जीवन अच्छे बुरे प्रभाव देने वाला है वो कुंडली के किस भाव में बैठा है। अगर शुभ भाव में बैठा है तो निःसन्देह आपको मंगल के जीवनभर शुभ प्रभाव प्राप्त होंगे।
वही अगर मंगल अशुभ भाव में बैठा है तो आपको मंगल के अशुभ और कष्टकारी प्रभाव देखने पड़ेगे, ऐसे में आपको मंगल के उपाय करते रहना जरुरी होगा। अन्यथा आपको जीवन में कई प्रकार के कष्टों का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि मंगल ही तो मेष लग्न के जातकों का स्वामी है, इसलिए वो शुभ-अशुभ जैसे भी प्रभाव आपको देगा उसे आपको झेलना ही पड़ेगा।

मेष लग्न में मंगल अगर दशम भाव में बैठा है तो वहां मंगल उच्च का होगा और अगर चतुर्थ भाव में बैठा होगा तो यहां मंगल नीच का हो जायेगा। ऐसी स्तिथि में मेष लग्न के जातकों को मंगल कारोबार और घर मकान के सुख को कभी शुभ तो कभी अशुभ देगा। ऐसे जातक जीवन में अपने कारोबार और घर मकान, संपत्ति को लेकर बहुत सुखी नहीं रहते है।
वही मेष लग्न की कुंडली में अगर मंगल प्रथम, द्वितीय, तृतीये, पंचम, नवम, एकादश भाव में होने से जातक मंगल के अच्छे शुभ प्रभाव प्राप्त करते हुए तरक्की करता है। वही चतुर्थ, छठे, सप्तम, अष्ठम, दशम और द्वादश भाव में होने से अशुभ प्रभावों की प्राप्ति करते हुए देखा जा सकता है।

प्रश्न उठता है की क्या मेष लग्न के जातकों को लाल मूंगा धारण करना चाहिए। अगर मेष लग्न में मंगल शुभ भावों में बैठा है तो लाल मूंगा धारण करना बहुत लाभकारी होगा। लाल मूंगा पहनने से आयु बढ़ती है, अच्छा स्वास्थ्य, यश, धन और सम्मान मिलता है और व्यक्ति हर तरह से सुखी रहता है। मेष लग्न के जातक को आजीवन लाल मूंगा धारण करना चाहिए।