कन्या लग्न में मंगल मारक भावों का स्वामी बनता है, आइये इस पोस्ट में हम यही जानकारी प्राप्त करेंगे की क्या कन्या लग्न में लाल मूंगा धारण किया जा सकता है।
कन्या लग्न में लाल मूंगा धारण
कन्या लग्न यानि की प्रथम भाव में कन्या राशि या प्रथम भाव में नंबर 6 अंकित होना। कन्या राशि का स्वामी बुध ग्रह होता है, बुध ग्रह और मंगल की आपस में शत्रुता है। अगर कन्या लग्न के जातक लाल मूंगा धारण करने का विचार करते है तो सबसे पहले तो जानना होगा की मंगल किन भावों का स्वामी है।
लाल मूंगा बहुत जल्दी और आक्रामक प्रभाव देने वाला रत्न है, इसलिए इस रत्न को भली भांति सोच विचारकर और परामर्श के बाद ही धारण करने का निर्णय लिया जाना चाहिए।
कन्या लग्न में मंगल एक मारक भाव तीसरे का स्वामी होता है और दूसरे अशुभ भाव अष्ठम का स्वामी होता है, यानि की कन्या लग्न के जातकों के जीवन में मंगल बहुत परिश्रम कराएंगे और खर्च परेशानियां बढ़ाएंगे। साथ ही शारीरिक रोग, कष्ट भी देने वाले होंगे। कन्या लग्न के जातकों के जीवन में मंगल की महादशा शुभ नहीं कही जा सकती, इनके जीवन में जब जब मंगल दशा आएगी तब तब इनको अधिक परिश्रम करना पड़ेगा और कई प्रकार के शारीरिक और कारोबारी कष्टों का सामना करना पड़ सकता है।
इसलिए कन्या लग्न की कुंडली में मंगल की भूमिका शुभ नहीं कही जा सकती है, जब भी इस लग्न के लोग lal moonga धारण करेंगे उन्हें कई प्रकार के कष्टों सामना करना पड़ेगा। इसलिए इस लग्न जातकों को कभी भी lal moonga धारण नहीं करना चाहिए।
अगर इस लग्न में मंगल के शुभ प्रभावों की बात की जाये तो अगर कन्या लग्न में मंगल पंचम भाव में उच्च का होकर बैठता है तो धन लाभ और संपत्ति लाभ होने के योग बनते है।