जन्म कुंडली के 12 भावों के नाम स्वरूप और कार्य
जन्म कुंडली के 12 भावों के नाम स्वरूप और कार्य। ज्योतिष में जब आप लग्न कुंडली का विश्लेषण करते है, तो लग्न कुंडली में १२ भाव होते है
जन्म कुंडली के 12 भावों के नाम स्वरूप और कार्य। ज्योतिष में जब आप लग्न कुंडली का विश्लेषण करते है, तो लग्न कुंडली में १२ भाव होते है
सूर्य रत्न माणिक्य धारण करने से विशेष रूप से प्रसिद्धि,उनत्ति,राजनीती में उनत्ति,सरकारी लाभ,संतान सुख, धन लाभ,पैतृक संपत्ति प्राप्त होती है।
ज्योतिषशास्त्र में राहु और केतु को दो छाया ग्रहों के रूप से जाना जाता है, इन्हें रहस्यवादी ग्रहों के रूप से जाना जाता है।
अगर आप केतु के अशुभ प्रभावों से जूझ रहे है, तो निराश होने की आवश्यकता नहीं है, आप केतु मन्त्र द्वारा केतु ग्रह की शांति कर सकते है
जीवन में चंद्र अपने विशेष प्रभाव रखता है,चंद्र व्यक्ति का मन और आत्मा है,आइये जानें की जन्म कुंडली में चंद्र के प्रभाव क्या क्या हो सकते है
व्यक्ति अपने जीवन में मान-सम्मान, प्रसिद्धि सूर्य के बल पर ही प्राप्त करता है, किसी भी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य के प्रभाव महत्वपूर्ण है।
रत्न और ज्योतिष हमारे जीवन पर कैसे प्रभाव ड़ालते है, कैसे रत्न हमारे जीवन में बदलाव ला सकते है,”रत्न और ज्योतिष सिद्धान्त” प्राप्त करते है
हरा जेड रत्न के अपने अलग और चमत्कारी प्रभाव है, जिन्हें प्राचीन काल से ही मनुष्यों द्वारा इस्तेमाल किया जाता रहा है।
ज्यादातर मोती रत्न को लेकर लोगों की धारणा है की इसे कोई भी धारण कर सकता है, लेकिन ऐसा नहीं है आइये जानते है मोती रत्न के नुकसान
सभी ग्रहों का प्रभाव मानव जीवन पर असर करता है, चंद्र व्यक्ति के जीवन में काफी असर कर सकता है,आइये जानते है ‘चन्द्र के रत्न मोती के लाभ’