जानिए !अगस्त माह में पैदा होने वालों की विशेषताएं| भाग्यशाली रत्न।

अगस्त माह में पैदा होने वालों का भाग्यशाली जन्म रत्न:-

अगस्त का महीना सिंह राशि के क्षेत्र में आता है।सिंह राशि का स्वामी सूर्य देव को माना गया है। अंततः इन लोगों के स्वभाव में सूर्य का प्रभाव दिखाई पड़ता है।

सामान्य गुण व स्वभाव:-

अगस्त में पैदा होने वाले लोगों पर सिंह राशि का प्रभाव रहता है। अगस्त में पैदा होने वाले लोग वास्तव में शेर जैसी प्रवृत्ति के होते हैं। इनमें कई लोग उच्च कुल और विशाल हृदय के रहते हैं। कई लोग विश्व ख्याति प्राप्त करते हैं। जबकि कई अपने क्रोधी स्वभाव के कारण पहचाने जाते हैं। दूसरों पर शेर के समान दहाड़ पड़ना और आघात पहुंचाना इनका स्वभाव रहता है।

यह लोग बीवी बच्चों सहित सफल गृहस्थ जीवन बिताते हैं। इन लोगों की राजनीति में भी गहरी रूचि होती है ,और यह थोड़े प्रयास से ही सफल लीडर बन जाते हैं। यह प्रत्येक वस्तु के बारे में ज्ञान प्राप्त करना चाहते हैं ,और प्रत्येक क्षेत्र की अच्छी जानकारी रखते हैं।

सिंह राशि का स्वामी सूर्य को माना गया है। इस मास में जन्म लेने वाले लोगों के स्वभाव व चरित्र में निम्नलिखित विशेषताएं पाई जाती हैं:-

सामान्य चरित्र:-

इस माह में जन्मे लोग भले ही छोटे परिवार में जन्म ले ,तथ्यपी यह उच्च महत्वाकांक्षा रखते हैं। यह लोग शीघ्रता शीघ्र सामान्य लोगों से ऊपर उठना चाहते हैं। यह अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति ,संकल्प शक्ति ,लगन ,परिश्रम और अपने स्वाध्याय के बल पर शीघ्र ही उच्च पद पर पहुंच भी जाते हैं।
यह लोग दबंग लोगों के प्रति भी शीघ्र आकर्षित होते हैं ,और यदि वह इनके महत्व को स्वीकार कर ले तो उनके सौ खून माफ करने को भी तैयार रहते हैं।

इस अवधि में उत्पन्न मनुष्य अत्यधिक स्वतंत्र भावना वाले विशाल हृदय तथा उदार प्रवृत्ति के भी रहते हैं। यह दूसरों के प्रति बहुत उदार तथा सहयोग करने वाले रहते हैं, तथापि यह अपने ऊपर किसी प्रकार का अंकुश लगाया जाना अथवा किसी अन्य के द्वारा आदेश देना बर्दाश्त नहीं कर पाते।

यह लोग दृढ़ इच्छा शक्ति संपन्न तथा अपने ध्येय के प्रति काफी सजग बने रहते हैं। यह लोग सभी कठिनाइयों और बाधाओं पर धैर्यपूर्वक विजय पाने में सफल होते हैं। यह अपनी असफलता या अपनी कमियों के लिए किसी अन्य को दोषी ना ठहराकर स्वयं को ही दोषी मानते हैं।

इस मास में जन्मे लोग दूसरों को भी महान कार्य की प्रेरणा देते हैं। उन्हें अपनी और आकर्षित करते हैं। यह अत्यंत कठिन परिस्थितियों में भी कभी विचलित नहीं होते। यह लोग सदैव सक्रिय और संघर्षशील बने रहते हैं। परंतु जब कभी किसी विशेष परिस्थितियों में इन्हें संघर्ष से अलग हटना पड़ता है तो यह अत्यधिक दुख और निराशा का अनुभव करते हैं।

यह लोग सामान्यत सहिष्णु तथा अत्यंत धैर्यवान होते हैं। परंतु एक बार उत्तेजित हो उठने पर ना तो किसी से डरते हैं और ना ही हार स्वीकारते हैं। यह स्पष्टवादी होते हैं। यह सिंह की भांति खुलकर आक्रमण करते हैं।मुंहफट होने के कारण इनके दुश्मन भी बहुत बनते हैं। यह सभी पर शीघ्र विश्वास करते हैं तथा अन्य लोगों को भी अपने जैसा निश्चल समझते हैं। इसके कारण इन्हें प्राय धोखा और निराशा का सामना करना पड़ता है। यह लोग अपने मित्रों की हर प्रकार से सहायता करते हैं।

यह लोग अपने कंधों पर अत्यधिक जिम्मेदारियां ढोते हैं और अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह भी करते हैं। इन्हें जीवन में अनेक बार दिल टूटने ,तनाव ,संघर्ष तथा दुखद परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है।

स्वास्थ्य:-

इस माह में जन्मे लोगों का शारीरिक गठन अच्छा रहता है। यह लोग कम ही बीमार पड़ते हैं। यद्यपि वृद्धावस्था में इन्हें दिल की अनियमित धड़कन ,गठिया ,वात रोगों का सामना करना पड़ता है। प्रतिकूल वातावरण का भी इनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।

आर्थिक स्थिति:-

यह लोग आर्थिक दृष्टि से अन्य की अपेक्षा अधिक भाग्यशाली समझे जाते हैं। प्रत्येक नैतिक व्यवसाय में इन्हें सफलता प्राप्त होती है। साझेदारी तथा सट्टे के व्यापार में भी इन्हें लाभ होता है। यह अपने से बड़ी आयु एव बड़े पद वालों से विशेष लाभ प्राप्त करते हैं। सरकारी ,अर्द्ध सरकारी अथवा स्वायत्त व संस्थानों के संबंध इनके लिए आर्थिक दृष्टि से लाभदायक सिद्ध होते हैं। यह जवाहरात व्यवसाय एवं स्वर्ण के व्यवसाय में भी लाभ उठा सकते हैं।

इनका भाग्यशाली रत्न Lucky Birth Stone:-

इन लोगों का भाग्यशाली रत्न यानी Lucky Birth Stone “दोपोस्ता” (sardonyx)को माना गया है। यह मूंगे के रंग से मिलता-जुलता रत्न है। पुराने समय से ही इस रत्न को सफल लेक्चरर, सफल वक्ता ,प्रवक्ता ,शीघ्र धनवान बनाने और योग्यता प्रदान करने वाला माना गया है।

अगस्त माह में जन्म लेने वालों की सिंह राशि मानी गई है। पश्चिमी ज्योतिष में भी इस राशि का स्वामी सूर्य को माना गया है। इस राशि के लोगों का भाग्यवान रत्न “दोपोस्ता” (sardonyx) है।

sardonyx stone
sardonyx stone

प्राचीन काल से ही रोम के लोग इस रत्न पर हरकुलेज (बहादुरी के देवता) का का चित्र बनाकर पहना करते थे। ताकि पहनने वाला बहादुर और साहसी बन जाए। उन लोगों का विचार था कि इस रत्न को पहनने से सांप और अन्य विषैले जीव ,जंतु नहीं काटते और यदि काट भी ले तो उनका विषैला प्रभाव नहीं होता। कई तरह के संक्रमण रोग और कीटाणुओं से बचने का गुण भी इस रत्न में रहता है। प्लेग जैसे अति संक्रामक रोग से बचाने के लिए भी इस रत्न को धारण किया जाता था। यह रत्न दर्दों में शीघ्र आराम पहुंचाता है। प्राचीन रोमन और अन्य सभ्यताओं के लोगों का मत था कि इस रत्न को गले में धारण करने से ,लोग इस रत्न को धारण किये हुए व्यक्ति के साथ मित्रता करने में विशेष रुचि दिखाते हैं।

यह रत्न स्त्री पुरुष के संबंध को मधुर बनाता है। इसे धारण कर मनुष्य स्वयं को नियंत्रण में रखता है। इसको पहनने से मनुष्य को स्टेज और ड्रामो में एक्टर बनने पर भारी सफलता प्राप्त होती है। इस रत्न की मदद से लोग शिक्षा ,प्रभावशाली वक्तव्य देने और कानून के क्षेत्र में भी भारी सफलताएं प्राप्त करते हैं।

यूरोप ,अमेरिका और कई दूसरे देशों में लोग अपने दांपत्य जीवन को आनंदमय बनाने के लिए इस रत्न को अपने पास रखते हैं। प्राचीन काल में लोगों की राय थी कि विषैले जंतुओं के डंक का असर इस रत्न के कारण समाप्त हो जाता है।

दरअसल “दोपोस्ता” (sardonyx) एक अत्यंत सुंदर धारीदार रत्न है। इस रत्न में भूरी और सफेद रंग की धारियां रहती हैं। जो एक दूसरे के समानांतर या लहरों के रूप में दिखाई पड़ती है।

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