जन्म कुंडली के तीसरे भाव में सूर्य और माणिक्य धारण
जन्म कुंडली के तीसरे भाव में सूर्य और माणिक्य धारण करने से लाभ की प्राप्ति तो होती है, लेकिन यह देखना होता है की सिंह राशि किस भाव में है
जन्म कुंडली के तीसरे भाव में सूर्य और माणिक्य धारण करने से लाभ की प्राप्ति तो होती है, लेकिन यह देखना होता है की सिंह राशि किस भाव में है
कुंडली में सूर्य प्रथम भाव में सूर्य विराजमान है तो क्या सूर्य का रत्न माणिक्य धारण किया जा सकता है, प्रथम भाव में सूर्य और माणिक्य धारण।