अश्विनी नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातक धनाढ्य,बुद्धिमान, सलाहकार,ऊर्जावान,बहादुर, साहसी और शांत होते है। यह अश्विनी नक्षत्र की खास विशेषताएं है।
अश्विनी नक्षत्र की विशेषताएं
साथियों इस Astrology Blog पोस्ट में हम अश्विनी नक्षत्र और अश्विनी नक्षत्र की विशेषताएं के बारे में जानेंगे। ashwini nakshatra नक्षत्रों में प्रथम नक्षत्र जाना जाता है, इस नक्षत्र को दो घोड़ों की मुख आकृति के रूप से जाना जाता है, और शरीर मनुष्य। जिसके देवता दो युवकों जिन्हें ‘अश्विनी कुमार’ के नाम से जाना जाता है।
ऐसा माना गया है की जिन जातकों का जन्म ashwini nakshatra में होता है, उनमें बहुत ऊर्जा होती है, ये लोग बहुत साहसी और बहादुर होते है, ये लोग जीवन में बहुत धन कमाते है और अच्छे धनाढ्य व्यक्ति होते है। शांत रहने वाले ये लोग अपनी चतुरता और बुद्धिमानी से जाने जाते है और बुद्धिजीवी व्यक्तियों के रूप से इनकी पहचान होती है। लोगों और समाज के ये सलाहकार होते है, जिसकी वजय से इनकी समाज में बहुत पहचान होती है और इनके मित्रों की संख्या बहुत होती है।
बुद्धिमान, ज्ञानी और चतुर होने से ashwini nakshatra के जातक खास, गहरी और गुप्त विद्याओं के ज्ञाता होते है। तंत्र मन्त्र, ज्योतिष, चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में इनका बहुत नाम सुना जा सकता है।
अश्विनी नक्षत्र की राशि मेष होती है और स्वामी ग्रह केतु होता है, जिसकी वजय से इनमें केतु के प्रभाव देखने को मिलते है, केतु अध्यात्म और गहरी शिक्षा और विद्या से जुड़ा हुआ ग्रह है जिसके प्रभाव जातकों में आसानी से देखने को मिलते है। ashwini nakshatra के जातक डॉक्टर, सर्जन, कोई विशेषज्ञ, साइंटिस्ट, खिलाडी या कला क्षेत्र में नाम कमाते हुए देखने को मिलते है।
Ashwini nakshatra के जातकों का सफल मन्त्र “ॐ अश्विनी कुमाराभ्यो नम:” होता है, लाल रंग इनकी उनत्ति और तरक्की का रंग है, इनका शुभ अंक 9 है और इनका भाग्यशाली रत्न केतु का लहसुनिया माना गया है। जिसे धारण करके ये जीवन में बहुत सफलता हासिल कर सकते है।