शनि (Saturn): करियर में अनुशासन, ईमानदारी और कड़ी मेहनत की सीख देते है शनि। आइये इस पोस्ट में इस बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करते है।
शनि (Saturn): करियर में अनुशासन
शनि को अक्सर परेशानियों, परिश्रम और चुनौतियों की नजर से ही देखा जाता है। लेकिन ऐसा नहीं है। शनि “कर्मफल दाता” है, शनि मेहनत, अनुशासन और ईमानदारी के अनुसार व्यक्ति को अपने शुभ और अशुभ परिणाम देते है। अगर आप जीवन में ईमानदारी और मेहनत से आगे बढ़ते है तो शनि अपने उत्तम परिणाम जरूर देते है, ऐसे व्यक्तियों पर शनि का आशीर्वाद जरूर बना रहता है। जो लोग जीवन में छल-कपट, धोखा, बेईमानी करते है ऐसे व्यक्तियों के जीवन में शनि कभी भी शुभ नहीं होते, चाहे अन्य ग्रह उन्हें कितना भी राजयोग प्रदान कर दें। लेकिन जब शनि का प्रभाव उनके जीवन में आता है तो उनका सर्वनाश निश्चित है। तभी तो शनि को न्याय के देवता के रूप में पूजा जाता है।
शनि सदा व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार परिणाम देते है, झूठे और बेईमान व्यक्तियों का साथ शनि कभी भी नहीं देते है। तभी तो ऐसा देखा गया है की किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि शुभ होकर बैठे है, लेकिन फिर भी वह व्यक्ति कष्ट भोग रहा है, ऐसा इसलिए क्योंकि उस व्यक्ति के कर्म अच्छे नहीं है, वह झूठ और बेमानी से अपना जीवन जी रहा है, वह अपने लोभ के लिए किसी को भी कष्ट और धोखा देने से नहीं चूकता, ऐसे व्यक्तियों को शनि के कष्ट जरूर भोगने ही पड़ते है। इसलिए अगर आपको शनि देव की कृपा प्राप्त करनी है तो अपने कर्मों को अच्छा रखना ही होगा।
शनि का करियर पर प्रभाव
शनि धीमे है, मंद है इसलिए उनके परिणाम भी धीरे धीरे लेकिन ठोस मिलते है, इसलिए शनि के प्रभाव में अधिक परिश्रम करते हुए सफलता प्राप्त होती है, लेकिन शनि की सफलता स्थाई रहती है, अन्य ग्रहों की तरह आती जाती नहीं है।
ऐसे व्यक्ति जो लोहे, कारखानों, मशीनरी, कोयला, तेल, सरकारी संसथान, गृह निर्माण कार्य, न्याय क्षेत्र, ट्रांसपोर्ट आदि जैसे क्षेत्रों से जुड़े हुए है उनपर शनि देव का विशेष प्रभाव रहता है। यहाँ तक की राजनीती में भी सफल बने रहने के लिए शनि का प्रभाव बहुत महत्वपूर्ण रहता है, जिनके जीवन में शनि के अशुभ प्रभाव रहेंगे उनका राजनीती में टिके रहना बहुत मुश्किल होता है।
अनुशासन और कड़ी मेहनत
शनि हमें मेहनत और ईमानदारी से सफलता की सीख देते है, जिसके लिए निरंतर प्रयास और परिश्रम की जरुरत होती है, शनि जादू से सफलता प्रदान नहीं करते। जो जीवन में मेहनत, अनुशासन और ईमानदारी का पालन करते है शनि उन्हें प्रगति के मार्ग की ओर बढ़ाते रहते है।
शनि केवल उन लोगों को अपना आशीर्वाद और सफलता देते है जो कड़ी मेहनत करने से पीछे नहीं हटते, अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि की स्तिथि अच्छी है तो उस व्यक्ति को स्थाई और मजबूत सफलता जरूर मिलती है।
शनि हमें धैर्य सिखाते है, करियर में कितनी भी समस्याएँ आए लेकिन व्यक्ति को कभी भी घबराना नहीं चाहिए, उसे समस्याओं और चुनौतियों का डटकर सामना करना चाहिए।
शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या में व्यक्ति को अपने जीवन में बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, इस दौरान व्यक्ति अपने जीवन में बहुत से उतार चढाव देखता है, लेकिन यह समय उसे कठिन परिस्थितियों का सामना करना भी सिखा देता है।
इसलिए अगर अपने जीवन में शनि को शुभ करना है, तो परिश्रम करें, अपने जीवन में ईमानदारी रखें, किसी को कष्ट ना दें, गरीबों की मदद करें, शनि आपको हमेशा शुभ फल ही देंगे।
अन्यथा आपकी कुंडली में शनि की शुभ स्तिथि भी अशुभ फल ही देगी और शनि जाते जाते आपके जीवन से बहुत कुछ ले जायेंगे।
अगर आप भी अपने जीवन में शनि की स्तिथि को जानना चाहते है तो लक्ष्मी नारायण से अपनी कुंडली का परामर्श प्राप्त करके जान सकते है।
धन्यवाद दुर्ग भिलाई ज्योतिष लक्ष्मी नारायण।