मोती रत्न किस दिन पहनना चाहिए

मोती रत्न किस दिन पहनना चाहिए यह जानना बहुत जरुरी है, मोती चंद्र का रत्न है और उसे चंद्र के निर्धारित दिन के अनुसार ही धारण करना लाभकारी सिद्ध होता है।
रत्न शास्त्र के अनुसार मोती चंद्र का रत्न है इसलिए इसे सोमवार के दिन संध्या को ही धारण करने से शुभ लाभ प्राप्त होते है। मोती को केवल चांदी की धातु में सीधे हाथ की कनिष्ठा उंगली में धारण किया जाना चाहिए।

मोती रत्न किस दिन पहनना चाहिए

ऐसा नहीं है की मोती कैसे भी धारण किया जा सकता है, मोती पहनने का तरीका भी निर्धारित है, जिसे फॉलो करते हुए धारण किया जाना चाहिए, अन्यथा मोती के दुष्प्रभावों सामना करना पड सकता है। सोमवार की शाम मोती की अंगूठी को गंगाजल में डुबोकर शुद्ध कर लेना चाहिए। इसके बाद उसे पूजा के स्थान पर रखकर कुमकुम अगरबत्ती से पहले अपने इष्टदेव और उसके बाद चंद्रदेव की पूजा करनी चाहिए, आपकी जो भी मनोकामना है उसे मांगते हुए चंद्र के मन्त्र का 108 बार (ॐ चं चन्द्राय नमः ) का जाप करना चाहिए उसके बाद उसे धारण करना चाहिए।

मोती चंद्र का रत्न है इसलिए मोती धारण करने से चंद्र की ऊर्जा और शक्ति प्राप्त होती है। अगर कुंडली में चंद्र कमजोर, नीच या अशुभ भाव में बैठा है तो मोती धारण करने से सुख शांति की प्राप्ति होती है। मोती के साथ अगर लाल मूंगा , पुखराज रत्न धारण किया जाए तो इसके अत्यंत शुभ प्रभाव प्राप्त होती है, आर्थिक उनत्ति होती है और धन लाभ प्राप्त होता है। मोती के साथ गोमेद धारण करने से बचना चाहिए।

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