प्रश्न कुंडली कैसे बनाएं?
ज्योतिषशास्त्र में प्रश्न कुंडली का भी अपना अलग ही महत्व है।दुर्ग भिलाई ज्योतिष लक्ष्मी नारायण प्रश्नों के उत्तर के लिए इस का निर्माण करते है
ज्योतिषशास्त्र में प्रश्न कुंडली का भी अपना अलग ही महत्व है।दुर्ग भिलाई ज्योतिष लक्ष्मी नारायण प्रश्नों के उत्तर के लिए इस का निर्माण करते है
भारतीय संस्कृति में राशि और भविष्य का विशेष महत्व है। लोग सालों से जानना चाहते हैं कि उनकी राशि क्या है, यह कैसे तय होती है
भारत में की जाने वाली ज्योतिष जो ग्रहों, नक्षत्रों और राशियों पर आधारित रहती है, उसे ही “वैदिक ज्योतिष” कहा जाता है।
रत्न धारण: जानें कैसे ये ज्योतिषीय रत्न आपके जीवन को बदल सकते हैं – संपूर्ण मार्गदर्शिकाक्या आप अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हैं?
Panchamesh in 12 houses: इस पोस्ट में हम यह जानेंगे की जब पंचम भाव का स्वामी जन्म कुंडली के विभिन्न भावों में होता है तो जातक को किस प्रकार की स्तिथियों का सामना करना पड़ सकता है। आइये विस्तार से हर भाव अनुसार जानें पंचमेश की विभिन्न भावों में स्थिति पंचमेश की लग्न भाव में … Read more
चतुर्थेश की प्रत्येक भाव अनुसार जातक को किन प्रभावों का सामना करना पड़ सकता है।जानें जन्म कुंडली में चतुर्थेश की विभिन्न भावों में स्थिति
पराक्रमेश यानि की तीसरे भाव का स्वामी, तीसरे भाव का स्वामी विभिन्न भावों में होगा, जन्म कुंडली में पराक्रमेश की 12 भावों में स्थिति जानें
दूसरे भाव के स्वामी के 12 भावों में क्या परिणाम मिल सकते है। आइये आज की इस पोस्ट में “जन्म कुंडली में धनेश की 12 भावों में स्थिति जानें”
बारहवें भाव से दुर्भाग्य, ईश्वरीय ज्ञान, ईश्वरोपासना, मोक्ष, और मृत्यु पर विचार किया जाता है।जानें बारहवां भाव और 12 राशियों के प्रभाव
ग्यारहवां भाव सफलताओं,उपलब्धियों,लाभ,आभूषणों, दुखों व कष्टों,बड़े भाइयों का प्रतिनिधित्व करता है। जानें ग्यारहवां भाव और 12 राशियों के प्रभाव