राहु और केतु के गोचर का विभिन्न राशियों पर प्रभाव अलग अलग होते है, इन प्रभावों के चलते हर व्यक्ति अपनी राशि के अनुसार राहु–केतु के महत्वपूर्ण परिवर्तन अपने जीवन में देख सकते है। राहु-केतु अचानक परिवर्तन करने वाले (छाया ग्रह) राक्षस ग्रह है, इस वजय से इन्हें समझना थोड़ा मुश्किल होता है। आइए जानते है राहु-केतु का गोचर अलग अलग राशियों पर किस प्रकार के सामान्य प्रभाव डाल सकता है।
राहु और केतु के गोचर का विभिन्न राशियों पर प्रभाव
मेष (Aries)
राहु – यहाँ राहु आपके कारोबार और आम जीवन को लेकर आपके जीवन में हलचल पैदा कर सकता है। जिसकी वजय से आप अपनी अच्छी पहचान और सफलता बनाने में कामयाब हो सकते है।
केतु – केतु का गोचर आपके जीवन में अध्यात्मिक उन्नति ला सकता है।
वृष (Taurus)
राहु – वृष राशि के जातकों के जीवन में राहु का समय गोचर शिक्षा में उनत्ति, ज्ञान की वृद्धि और यात्राओं को लेकर अच्छे बदलाव कर सकता है, यह यात्राएं विदेश यात्राएं भी हो सकती है।
केतु – केतु का गोचर आपके जीवन में पारिवारिक रिश्तों को लेकर चिंता दे सकता है, लेकिन आपके जीवन में मानसिक मजबूती रखेगा।
मिथुन (Gemini)
राहु – मिथुन जातकों के जीवन में Rahu ka Gochar धन और आर्थिक मामलों में उतार-चढ़ाव दिखला सकता है, इनके जीवन में यह समय कारोबार और स्तिथियों में सतर्कता रखने वाला होता है।
केतु – केतु का गोचर पारिवारिक समस्याएं उत्पन्न कर सकता है, जिसकी वजय से परिवार को कंट्रोल करने में आपकी मुख्य भूमिका हो सकती है।
कर्क (Cancer)
राहु – कर्क राशि वाले जातकों के जीवन में राहु का गोचर जीवन में नए परिवर्तन ला सकता है, फिर चाहे वह आपका पारिवारिक, निजी या कारोबारी जीवन हो। यह समय अच्छी उपलब्धि का हो सकता है।
केतु – केतु का समय गोचर आपके जीवन में एकांतवास ला सकता है, आपका मन एकांत में रहकर शांत रहने का हो सकता है
सिंह (Leo)
राहु – सिंह राशि वालों के जीवन में Rahu ka Gochar स्वास्थय को लेकर परेशान करने वाला हो सकता है, स्वास्थय को लेकर आपकी चिंता बनी रह सकती है, आपको अपने स्वास्थय और मानसिक स्तिथि को मजबूत रखने की आवश्यकता हो सकती है।
केतु – Ketu ka Gochar कारोबार को कई प्रकार की चिंताए और चुनौतियां ला सकता है, आपको अपनी नौकरी या व्यवसाय में कई प्रकार के बदलाव देखने को मिल सकते है।
कन्या (Virgo)
राहु – राहु का यह गोचर आपके जीवन के पारिवारिक, निजी और प्रेम संबंधो में कई प्रकार के बदलाव दिखा सकता है, आपके निजी जीवन में नए बदलाव आकर परिवर्तन हो सकते है।
केतु – केतु का यह समय रचनात्मकता और मनोरंजन से भरा हुआ हो सकता है।
तुला (Libra)
राहु – तुला जातकों के जीवन में Rahu का समय गोचर घर गृहस्थी और पारिवारिक जीवन को लेकर असमंजस वाला हो सकता है, लेकिन इस समय आप अपनी समझ और सूझबूझ से अपने पक्ष में करने में सफल होंगे।
केतु – Ketu का गोचर आपके कारोबार, व्यवसाय और नौकरी में बदलाव दिखला सकता है, जिसकी वजय से आपको अपने जीवन में संतुलन बनाए रखना हो सकता है।
वृश्चिक (Scorpio)
राहु – राहु का गोचर वृश्चिक राशि के जातकों के जीवन में मानसिक परेशनियों को बढ़ा सकता है, अच्छा यही होगा की इनको इस समय ये लोग सोच विचार कर चले।
केतु – केतु का गोचर इनके जीवन में शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ोतरी वाला हो सकता है, ज्ञान की वृद्धि होगी और शुभ यात्राएं हो सकती है। आपको अपने जीवन में अच्छे बदलाव देखने को मिल सकते है।
धनु (Sagittarius)
राहु – धनु राशि के जातकों के जीवन में Rahu के गोचर का समय धन-संपत्ति के मामलों में अच्छे बुरे अप्रत्याशित बदलाव वाला हो सकता है, इसलिए इस समय इनको बहुत सोच समझकर निर्णय लेना चाहिए।
केतु – Ketu का यह समय आपको शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर करनेवाला हो सकता है, इसलिए सतर्क रहें और अपनी सेहत और खुद को मजबूत बनाए रखें।
मकर (Capricorn)
राहु – मकर जातकों के जीवन में Rahu का गोचर उनकी आत्मनिर्भरता को बढ़ाकर कारोबार के प्रति ध्यान केंद्रित करता है, जिससे उनके व्यावसायिक जीवन में बहुत से अच्छे बदलाव होते है।
केतु – Ketu का गोचर मकर जातकों के व्यक्तिगत और पारिवारिक जीवन में सुखद समय लाता है।
कुम्भ (Aquarius)
राहु – कुम्भ जातकों के जीवन में Rahu का गोचर उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता बना सकता है जिसकी वजय से वे मानसिक रूप से अपनेआप को कमजोर महसूस कर सकते है। इसलिए इनके लिए राहु के गोचर का समय स्वास्थय को लेकर सावधानी बरतने का है।
केतु – Ketu का गोचर इनके जीवन में अध्यात्मिक उन्नति लाता है, इस समय इनके जीवन में अध्यात्मिक यात्राएं हो सकती है।
मीन (Pisces)
राहु – मीन जातकों के जीवन में Rahu का गोचर व्यवसायिक साझेदारियों में कड़वाहट पैदा कर सकता है, जिसकी वजय से कारोबार में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। कारोबार में नए लोग भी जुड़ सकते है।
केतु – Ketu का यह समय आपके व्यावसायिक जीवन में बदलाव और नई दिशा ला सकता है, इस समय आपको अपने व्यवसाय में कई महत्वपूर्ण निर्णय लेने पड़ सकते है।
निष्कर्ष
आपने इस पोस्ट के माध्यम से जाना की राहु और केतु के गोचर का विभिन्न राशियों पर प्रभाव किस प्रकार का होगा या हो सकता है, लेकिन यह हमने केवल राहु-केतु के गोचर से पड़ने वाले प्रभावों की जानकारी दी है। इनके प्रभाव के साथ व्यक्ति की कुंडली में अन्य ग्रहों की स्तिथि, महादशा, अन्तर्दशा का भी प्रभाव रहेगा, जिसकी वजय से राहु-केतु के गोचर के समय कई तरह के अन्य प्रभाव भी देखने को मिल सकते है। इसलिए इनके गोचर के साथ साथ कुंडली का अध्यन भी बहुत जरुरी है। धन्यवाद !