जीवन में अचानक परिवर्तन करने वाला अज्ञात शक्तियों से युक्त केतु ग्रह आपके व्यवसाय, नौकरी और आजीविका पर अपना रहसयमई प्रभाव रखता है। केतु है तो एक छाया ग्रह लेकिन इसके प्रभाव अत्यंत अनोखे रहते है। केतु व्यक्ति के जीवन में मोक्ष, आध्यात्म और अचानक परिवर्तन देने वाला ग्रह है। आज के इस लेख से जानेंगे जब केतु ग्रह का सम्बन्ध आपके ,व्यवसाय, नौकरी और आजीविका पर रहता है, तब इसके प्रभाव कैसे रहते है। आइये जानें केतु से आजीविका विचार – केतु ग्रह से संबंधित,व्यवसाय, नौकरी और आजीविका
केतु ग्रह और उसके प्रभाव
अध्यात्म और मोक्ष: सभी ग्रहों में केतु ग्रह एक ऐसा ग्रह है जिसका सीधा संबंध अध्यात्म और मोक्ष से है। यह व्यक्ति के अंदर आत्मज्ञान भी जगाता है। अगर किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में के विशेष योगों का निर्माण होगा तो व्यक्ति सभी सांसारिक और भौतिक सुखों का त्याग करके अध्यात्म की ओर अग्रसर होता है और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त करके मोक्ष की प्राप्ति करता है।
त्याग और वैराग्य: केतु के प्रभाव व्यक्ति के जीवन में त्याग और वैराग्य भी लाता है। ऐसा प्रभाव होने से व्यक्ति सांसारिक सुखों और मोह-माया को त्यागकर आत्म-साक्षात्कार प्राप्त करवाता है।
रहस्य और गुप्त विद्या: केतु एक रहस्य है, केतु गुप्त विद्या और तांत्रिक शक्तियों का स्वामी है। यह व्यक्ति के अंदर इन शक्तियों की ऊर्जा प्रदान करता है। गुप्त विद्या, रहस्यमय ज्ञान ,तंत्र मन्त्र, आध्यात्मिक खोज किसी व्यक्ति के अंदर यह सब ज्ञान केतु की ही दें है।
अचानक परिवर्तन: केतु जीवन में अचानक परिवर्तन, अनिश्चितता, बदलाव, और अप्रत्याशित घटनाओं का करता धर्ता है। यह किसी व्यक्ति के जीवन में अचानक परिवर्तन करके उसे ऐसी ऊंचाइयों पर ले जाने की शक्ति रखता है, जिसे देखकर लोगों को विश्वास करना मुश्किल हो जाता है और सब अचंभित रह जाते है। लेकिन कई बार यह बदलाव व्यक्ति की बर्बादी के रूप में भी देखने को मिलता है।
अशुभ प्रभाव: अशुभ केतु जीवन में कष्टों से बाहर नहीं निकलने देता, बहुत प्रयत्नों के बावजूद सफलता नहीं मिलती, दुर्घटना होना, सर्जरी हो जाना, भूत प्रेत बाधा होना, असाध्य रोग होना
केतु के अन्य प्रभाव
स्वास्थ्य: केतु पैरों में दर्द, नसों की दुर्बलता, हड्डी रोग, रीड की हड्डी का प्रभावित होना, अचानक रोग का आना, मानसिक रोग, चर्म रोग, असाधय रोग का होना, पेशाब सम्बंधित रोग, शुगर, कान, हर्निया और गुप्त रोग। अगर कुंडली में केतु के अशुभ योग बनते है तो व्यक्ति को अपने जीवन में इन रोगों का सामना करना पड़ता है।
नौकरी: खोजकर्ता, पुरातत्व विभाग में कार्य, जादूगर, तांत्रिक, चपरासी, डाकिया, रहस्यमय और गुप्त विद्या, कोई अनुसन्धान कार्य, अगर कुंडली में केतु के शुभ प्रभाव है तो व्यक्ति इन संस्थानों से जुड़ता है।
व्यवसाय: केतु के प्रभाव होने से व्यक्ति चिकित्सा, तांबा बर्तन या धातु कारोबार, टेलीफोन विभाग, कोरियर देवा, खेती-किसानी, दवा कारोबारी,आध्यात्मिक केंद्रों, मठाधीश, संत -सन्यासी, प्रवचनकर्ता, जासूस और रहस्यमय क्षेत्रों से जुड़ता है।
आजीविका: केतु के प्रभावों से व्यक्ति लेखन, जुआ सट्टा, खोजकर्ता, पुरातत्व विभाग में नौकरी, अनुसंधानकर्ता, वैज्ञानिक, कलाकार या कला क्षेत्रों से जुड़ा हुआ होता है।
यह कुछ ऐसे क्षेत्र है जो केतु ग्रह से सम्बंधित है और अगर केतु के कुंडली में मजबूत भूमिका है तो व्यक्ति इस प्रकार के कार्यों से जुड़कर अपना जीवन यापन करता है। लेकिन इसमें ध्यान रखने वाली बात यह भी है की केतु के अपने प्रभावों के साथ साथ अन्य ग्रहों के केतु के साथ के संबंध बन रहे है इसपर भी निर्भर रहता है। उदहारण के तौर पर अगर केतु की युति बृहस्पति से बनती है तो व्यक्ति आध्यात्म के क्षेत्र में सफल होता है, वह किसी मंदिर का प्रमुख हो सकता है, मठाधीश हो सकता है, संत-महात्मा हो सकता है। अगर केतु शुक्र के साथ हो जाता है तो व्यक्ति रहस्यमय कलाओं या आध्यात्मिक नृत्य में सफल होता है।
केतु ग्रह से सावधानियां
केतु एक मायाजाल है, यह बड़े बड़े भ्रम, मोह-माया में डालता है, इसलिए अगर आप केतु से सम्बंधित कार्यों से जुड़े हुए है तो आपको कभी भी हवा में नहीं उड़ना है, मन को शांत रखना है, बहुत जल्दी खूब कमा लेने के भ्रम में नहीं पड़ना है। केतु जीवन में अचानक परिवर्तन यह अचानक परिणाम देता है इसलिए जो भी व्यक्ति केतु के कार्यों से जुड़े हुए है उन्हें अपने जीवन में आकस्मिक परिवर्तनों के लिए तैयार रहना चाहिए और संयम से अपना जीवन यापन करना चाहिए।
केतु से आजीविका विचार नौकरी और व्यवसाय
धार्मिक संसथान: आध्यात्मिक गुरु, मठाधीश, मंदिर का प्रमुख, संत, प्रवचन-भागवत कर्ता, आश्रमों में नौकरी, प्रेतत्व विभाग, जसूसी, शोधकर्ता, खोजकर्ता, समाज सेवक, NGO चलाना, धार्मिक संस्थानों में नौकरी।
चिकित्सा: डॉक्टरी में विशेषज्ञ जैसे की हड्डी रोग विशेषज्ञ, स्वास्थय विभाग, चिकित्सा क्षेत्र, नर्स या हॉस्पिटल कार्यों से जुड़ा हुआ।
शिक्षा: शिक्षक, प्रोफेसर, शिक्षण संस्थानों में नौकरी, प्रिंट मीडिया, सलाहकार, रणनीतिकार, पुस्तक दुकान का कारोबार।
निष्कर्ष
तो यह थे केतु से सम्बंधित ऐसे क्षेत्र ‘जिनसे केतु से आजीविका विचार – केतु ग्रह से संबंधित,व्यवसाय, नौकरी और आजीविका’ पर विचार किया जा सकता है और अगर आपकी केतु से सम्बंधित कार्यों से लगाव है तो आप इन क्षेत्रों में जुड़ने से पहले अपनी जन्म कुंडली में केतु की भूमिका पर विचार-विमर्श कर सकते है और अपने जीवन के करियर और आजीविका पर विचार कर सकते है। इसके लिए सबसे अच्छा होगा की आप अपनी कुंडली का विश्लेषण किसी योग्य ज्योतिषी से सलाह लेकर कर सकते है।