रत्न और धातु का तालमेल: सारणी
दुर्ग भिलाई ज्योतिष लक्ष्मी नारायण आपको रत्न और धातु का तालमेल क्यों ज़रूरी है? इस तालिका अनुसार बताएँगे जिससे आपको समझने में आसानी हो।
नवरत्न की सूची में नवग्रहों के 9 रत्न शामिल है जिनके अपने अपने प्रभावशाली और चमत्कारी प्रभाव है। सूर्य रत्न माणिक्य, चंद्र रत्न मोती, बुध रत्न पन्ना, बृहस्पति रत्न पुखराज, मंगल रत्न लाल मूंगा, शुक्र रत्न हीरा, शनि रत्न नीलम, राहु रत्न गोमेद और केतु रत्न लहसुनियां।
दुर्ग भिलाई ज्योतिष लक्ष्मी नारायण आपको रत्न और धातु का तालमेल क्यों ज़रूरी है? इस तालिका अनुसार बताएँगे जिससे आपको समझने में आसानी हो।
नवरत्नों की सारणी (Table of 9 Gems / Navaratnas), कौन-सा रत्न पहनने से क्या लाभ होता है? आइये टेबल के माध्यम से जानते है
रत्न प्रभाव, ग्रह, लाभ और धारण विधि,रत्न न केवल सौंदर्यवर्धक होते हैं,बल्कि वैदिक ज्योतिष के अनुसार जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।
Gemstones: रत्नों में कुछ ऐसे रत्न भी है जिन्हें कभी भी एकसाथ धारण नहीं करना चाहिए, क्योंकि ज्योतिष अनुसार अगर इन रत्नों को एकसाथ धारण किया जाएगा तो सकारात्मक प्रभावों के बजाए आपको अशुभ प्रभावों को झेलना पड़ सकता है। इसलिए इन रत्नों को कभी भी एकसाथ धारण करने की चेष्टा ना करें इन रत्नों … Read more
नीलम धारण करने से व्यक्ति ऊंचाइयों पर पहुंच सकता है तो उसका बड़ा नुकसान भी हो सकता है। आइये जाने नीलम रत्न के फायदे और नुकसान
pukhraj ke fayde: पुखराज रत्न ब्रहस्पति ग्रह का निर्धारित रत्न माना गया है। ब्रहस्पति ग्रह को सरल भाषा में गुरु ग्रह भी बोला जाता है।
जन्म कुंडली में माणिक्य रत्न के फायदे अत्यंत जरूरी है,माणिक्य रत्न का स्वामी सूर्य ही व्यक्ति के जीवन में उनत्ति और प्रसिद्धि का स्वामी है।
मोती रत्न धारण करने की विधि, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी रत्न को बगैर पूजा और मन्त्र के धारण नहीं करना चाहिए।
माणिक रत्न किस उंगली में पहनना चाहिए/ किसी भी रत्न को धारण करने से पहले यह देखना जरुरी होता है की लग्न कुंडली में ग्रहों की दशा क्या है।
इस पोस्ट में हम यही जानकारी प्राप्त करने वाले है की पन्ना रत्न कितने दिन में असर दिखाता है और पन्ना रत्न की क्या कीमत होती है