40 रत्नों के प्रभाव

इस लेख में ऐसे महत्वपूर्ण स्टोन्स के बारे में बताने जा रहे है, जो रत्नशास्त्र के अनुसार बहुत प्रभावी और चमत्कारी रत्न है। इन 40 रत्नों के प्रभाव इतने चमत्कारी है की इन्हे आज से नहीं प्राचीन समय से ही धारण किया जा रहा है।

प्राचीन समय से लेकर आज तक इन रत्नों को अंगूठी या लॉकेट के रूप में धारण करके कई तरह के संकटों को दूर किया जा रहा है, इन रत्नों को धारण करने जीवन में तरक्की, सुख, आर्थिक उनत्ति को अनुभव किया जा सकता है।

नीचे हम आपको 40 रत्नों के प्रभाव सारिणी के माध्यम से सरल तरीके से आपको हर रत्न का नाम, प्रमुख ग्रह और प्रभाव के बारे में बता रहे है। जिन्हें अपने जीवन में आ रहे संकट के अनुसार धारण किया जा सकता है।

एक बात का हमेशा ख्याल रखे की रत्न धारण का यह नियम है की उसे धारण करने से पहले एक बार अपनी कुंडली किसी ज्योतिष से जरूर विचार कर लें। रत्न धारण का अधिक लाभ होगा।

अगर आप किसी रत्न को धारण करना चाहते है तो दुर्ग भिलाई ज्योतिष लक्ष्मी नारायण से 70001-30353 व्हाट्सप्प नंबर पर अपॉइंटमेंट लेकर रत्न धारण की जानकारी ले सकते है।

40 रत्नों के प्रभावसारिणी

क्रमरत्न का नामप्रमुख ग्रहप्रभाव
1हीराशुक्रवैवाहिक जीवन, विलासिता, आकर्षण
2माणिक्यसूर्यआत्मविश्वास, यश, सम्मान
3नीलमशनिकर्मफल, न्याय, बाधा निवारण
4पुखराजबृहस्पतिज्ञान, विवाह, शुभता, धन
5पन्नाबुधवाणी, बुद्धि, व्यापार, धन
6गोमेदराहुभ्रम, कालसर्प, छाया दोष
7लहसुनियाकेतुआध्यात्मिकता, मोक्ष, रहस्य
8मूंगामंगलसाहस, रक्त, ऊर्जा
9मोतीचंद्रमानसिक शांति, भावुकता, मातृत्व
10हकीकपृथ्वी तत्त्वस्थिरता, सुरक्षा, आत्मविश्वास
11पीला टोपाजगुरु (वैकल्पिक)धन, प्रसन्नता, शुभता
12जेडजीवन शक्ति, हृदय चक्रस्वास्थ्य, सौभाग्य
13एमेथिस्टशनि / चंद्रनशामुक्ति, शांति, वैवाहिक सुख
14कार्नेलियनमंगलआत्मबल, प्रेरणा
15लैपिस लाजुलीगुरु / शनितंत्र, दिव्य दृष्टि, शनि-राहु दोषमुक्ति
16फिरोजाशुक्र / गुरुबुरी नजर, सौभाग्य
17ओपलशुक्रसौंदर्य, भावनात्मक संतुलन
18एम्बरसूर्य / जीव ऊर्जारोग नाशक, प्राचीन शक्ति
19कुनज़ाइटहृदय चक्रप्रेम, क्षमा, भावुकता
20क्वार्ट्जसार्वभौमिक ऊर्जाध्यान, समरूपता
21स्पिनेलशुक्र / सूर्यसौंदर्य, आकर्षण
22ज़िरकॉनशुक्र (हीरे का विकल्प)वैवाहिक जीवन, वैभव
23सूलेमानी हकीकराहु / केतुसुरक्षा, बाधा शमन, शनि-राहु दोषमुक्ति
24ब्लडस्टोनमंगल / रक्तसाहस, रक्त संबंधित रोग
25ऐवेन्च्यूरिनबुध / भाग्यव्यवसाय, सौभाग्य
26रेनबो मूनस्टोनचंद्रभावनात्मक स्थिरता
27सुलेमानीराहु / केतुसुरक्षा, तांत्रिक प्रभाव
28पिंक टोपाज़शुक्रप्रेम, करुणा
29व्हाइट सैफायरशुक्रवैकल्पिक हीरा, धन
30ब्लू टोपाज़शनि / बुधसंवाद, स्पष्टता
31ग्रेनेटमंगल / शुक्रऊर्जा, इच्छा
32आयोलाइटगुरु / तृतीय नेत्रअंतर्ज्ञान, साधना
33ओब्सीडियनराहु / रक्षातांत्रिक ढाल
34मालाकाइटहृदय चक्रउपचार, विष नाशक
35रोडोनाइटप्रेम / क्षमासंबंध सुधार
36सुगिलाइटआध्यात्मिकताऊँचे चक्रों को जाग्रत करना
37मूनस्टोनचंद्रस्त्री शक्ति, सौंदर्य, मानसिक शांति
38आर्कटिक फ्लेम स्टोनसूर्य / गुरुप्रबल ऊर्जा
39लेब्राडोराइटतृतीय नेत्ररहस्य, अंतर्ज्ञान
40प्रेनाइटगुरु / चंद्रआत्मा की सेवा, उपचार

निष्कर्ष

इन 40 रत्नों के प्रभाव इतने चमत्कारी है की अगर आप भी इनमें से कोई भी रत्न अपनी जरुरत के अनुसार धारण करना चाहते है तो निसंकोच आप अपनी कुंडली में ग्रहों की स्तिथि अनुसार अपने लिए सबसे उपयुक्त और जरुरत अनुसार धारण कर सकते है। आपको अपने जीवन में कई तरह के अच्छे और सुखद परिमाण प्राप्त होंगे।

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