रत्न धारण से विद्या प्राप्ति

लेख, रत्न धारण से विद्या प्राप्ति !आज के युग में शिक्षा का बहुत महत्त्व है, जो व्यक्ति शिक्षित है वही आज के कॉम्पिटिशन के समय में आगे बढ़कर तरक्की कर सकता है। भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए विद्या बहुत जरुरी है। विद्या के साधन से जीवन में कुछ भी प्राप्त किया जा सकता है। व्यक्ति की पहचान बनती है साथ ही सामजिक प्रसिद्धि की भी प्राप्ति होती है।
शिक्षा के बल से हम अपने उज्जवल भविष्य के साथ साथ समाज और राष्ट् के निर्माण में भी अपना सहयोग प्रदान कर सकते है।

Read also: १२ राशियाँ

क्या आपको पता है की शिक्षा और विद्या की प्राप्ति में हमारे ग्रहों और कुंडली के योगों की बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। यह योग ही होते है जो हमारी शिक्षा और उच्च शिक्षा का निर्माण करते है।
अगर किसी विद्यार्थी की कुंडली में उच्च शिक्षा के योगों का निर्माण हो रहा हो, लेकिन वर्तमान समय के ग्रहों और दशाओं के अशुभ प्रभाव हो तो शिक्षा में रुकावटें आनी शुरू हो जाती है। ऐसे कोई ना कोई कारण बनने लगते है जो विद्यार्थी की शिक्षा में अड़चने पैदा करना शुरू कर देते है।

ऐसे समय में यह बहुत जरुरी हो जाता है की कुंडली का अध्यनन करके उन अशुभ ग्रहों की शांति करवाई जाए जो शिक्षा को बाधित कर रहे है। साथ ही उन ग्रहों के रत्न धारण करवाए जाए जो शिक्षा और उच्च शिक्षा प्रदान करने वाले है। पूजा और रत्न धारण से एक बैलेंस करना बहुत जरुरी होता है, जिससे की अशुभ ग्रहों के प्रभाव ख़त्म हो और शिक्षा बगैर किसी रूकावट के आगे बढ़े।

Read Also: चेहरे की सुंदरता कैसे बनाये रखें

अपने अगर हमारी पिछली पोस्ट पढ़ी होंगी तो उसमें हमने लग्न के बारे में बताया है। लग्न क्या होता है और हर व्यक्ति का लग्न और लग्नेश अलग अलग होता है। लग्न हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, शुभ लग्न हमें जीवन के हर क्षेत्र में उनत्ति और सफलता प्रदान करता है।

आइये अब जाने हर लग्न के अनुसार शिक्षा में सफलता प्राप्ति के ग्रह और उनके रत्न धारण।

लग्न अनुसार-रत्न धारण से विद्या प्राप्ति

मेष लग्न के जातकों के लिए शिक्षा का स्वामी सूर्य बनता है और उच्च शिक्षा का स्वामी ब्रहस्पति बनता है, इसलिए मेष लग्न के जातकों को शिक्षा प्राप्ति और सफलता के लिए माणिक्य और पीला पुखराज जरूर धारण करना चाहिए।

वृष लग्न के जातकों के लिए शिक्षा का स्वामी बुध बनता है और उच्च शिक्षा का स्वामी शनि होते है, इसलिए वृष लग्न के जातकों को उच्च शिक्षा प्राप्ति और सफलता के लिए पन्ना और नीलम जरूर धारण करना चाहिए।

मिथुन लग्न के जातकों के लिए शिक्षा का स्वामी शुक्र बनता है और उच्च शिक्षा का स्वामी शनि होते है, इसलिए मिथुन लग्न के जातकों को उच्च शिक्षा प्राप्ति और सफलता के लिए हीरा और नीलम जरूर धारण करना चाहिए।

कर्क लग्न के जातकों के लिए शिक्षा का स्वामी मंगल बनता है और उच्च शिक्षा के स्वामी ब्रहस्पति होते है, इसलिए कर्क लग्न के जातकों को उच्च शिक्षा प्राप्ति और सफलता के लिए लाल मूंगा और पीला पुखराज जरूर धारण करना चाहिए।

सिंह लग्न के जातकों के लिए शिक्षा का स्वामी ब्रहस्पति बनता है और उच्च शिक्षा के स्वामी मंगल होते है, इसलिए सिंह लग्न के जातकों को उच्च शिक्षा प्राप्ति और सफलता के लिए पीला पुखराज और लाल मूंगा जरूर धारण करना चाहिए।

कन्या लग्न के जातकों के लिए शिक्षा का स्वामी शनि बनता है और उच्च शिक्षा के स्वामी शुक्र होते है, इसलिए कन्या लग्न के जातकों को उच्च शिक्षा प्राप्ति और सफलता के लिए नीलम और हीरा जरूर धारण करना चाहिए।

Read Also: आपका भाग्यशाली रत्न

तुला लग्न के जातकों के लिए शिक्षा का स्वामी शनि बनता है और उच्च शिक्षा के स्वामी बुध होते है, इसलिए तुला लग्न के जातकों को उच्च शिक्षा प्राप्ति और सफलता के लिए नीलम और पन्ना जरूर धारण करना चाहिए।

वृश्चिक लग्न के जातकों के लिए शिक्षा का स्वामी ब्रहस्पति बनता है और उच्च शिक्षा के स्वामी चंद्र होते है, इसलिए वृश्चिक लग्न के जातकों को उच्च शिक्षा प्राप्ति और सफलता के लिए पीला पुखराज और मोती जरूर धारण करना चाहिए।

धनु लग्न के जातकों के लिए शिक्षा का स्वामी मंगल बनता है और उच्च शिक्षा के स्वामी सूर्य होते है, इसलिए धनु लग्न के जातकों को उच्च शिक्षा प्राप्ति और सफलता के लिए लाल मूंगा और माणिक्य जरूर धारण करना चाहिए।

मकर लग्न के जातकों के लिए शिक्षा का स्वामी शुक्र बनता है और उच्च शिक्षा के स्वामी बुध होते है, इसलिए मकर लग्न के जातकों को उच्च शिक्षा प्राप्ति और सफलता के लिए हीरा और पन्ना जरूर धारण करना चाहिए।

कुंभ लग्न के जातकों के लिए शिक्षा का स्वामी बुध बनता है और उच्च शिक्षा के स्वामी शुक्र होते है, इसलिए कुंभ लग्न के जातकों को उच्च शिक्षा प्राप्ति और सफलता के लिए पन्ना और हीरा जरूर धारण करना चाहिए।

मीन लग्न के जातकों के लिए शिक्षा का स्वामी चंद्र बनता है और उच्च शिक्षा के स्वामी मंगल होते है, इसलिए मीन लग्न के जातकों को उच्च शिक्षा प्राप्ति और सफलता के लिए मोती और लाल मूंगा जरूर धारण करना चाहिए।

तो आपने जाना की लग्न के अनुसार कौन से ग्रह शिक्षा और उच्च शिक्षा के स्वामी होते है, जो व्यक्ति को विद्या प्राप्ति करवाते है। इन्हीं मार्गदर्शन के अनुसार आप भी रत्न धारण से विद्या प्राप्ति में आ रही रुकावटों को कम कर सकते है और अपनी शिक्षा को पूर्ण कर सकते है।
अगर किसी कारण से ग्रहों के मुख्य रत्न धारण करने में असमर्थ है, तो आप उन ग्रहों के उपरत्न भी धारण करते हुए लाभ प्राप्त कर सकते है। धन्यवाद !

यह जानकारी भी प्राप्त करें

रत्न कितने समय तक प्रभावशाली रहते है

राशि रत्न क्या है,कौन सा रत्न किस राशि के लिए फायदेमंद है

किस रत्न को किस धातु की अंगूठी में धारण करें

Read Also:

असली नीलम रत्न की कीमत

नीलम पत्थर कौन पहन सकता है?

नीलम पहनने से क्या लाभ होता है?

नीलम कौन सी उंगली में धारण करना चाहिए?

सबसे शक्तिशाली रत्न

नीलम ! इस रत्न को धारण करने से बदल सकती है आपकी किस्मत।

ब्लू सफायर(नीलम ) की विशेषता,धारण करने से लाभ एव धारण विधि

रत्न-रत्न ज्योतिष-भाग्य रत्न और जीवन पर प्रभाव

किस राशि में कौन सा पत्थर पहनना चाहिए?

Leave a Comment